परिचय दुधि दो प्रकार की होती है जिसमे से छोटी दुधि का उल्लेख हम पिछले आर्टिकल में कर चुके है आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से बतायेंगे की बड़ी दुधि पौरुष शक्ति बढ़ाने के साथ-साथ अनेको रोगों में फायदेमंद साबित होती है | छोटी दुधि की भांति बड़ी दुधि भी आमतौर पर बिना उगाये […]
Month: June 2020
दुधि का परिचय फायदे व नुकसान
परिचय दुधि एक छुप होता है जो बेल की भांति जमीन में फैलता है | इसके पत्ते काफी छोटे छोटे और गोलाकार रूप के होते है | रंग भेद से यह दो प्रकार की होती है – सफेद और लाल | छोटी दुधि को स्थान भेद के आधार पर अलग अलग नामो से जाना जाता […]
चित्त क्या है – योगस्य चित्तंवृत्ति निरोध: चित्त का सम्पूर्ण विवेचन
चित्त की परिभाषा महर्षि पातंजली द्वारा पतंजली योग दर्शन के दुसरे अध्याय के तीसरे सूत्र में योग की परिभाषा को एक सूत्र में समझाने का बहुत ही सरल प्रयास किया गया है | योगस्य योग्श्च चित्तंवृत्ति निरोध: अर्थात चित्त की वृतियो का निरोध ही योग है | अर्थात योग साधना के द्वारा मन की बहिर्मुखी […]
कालमेघ का परिचय फायदे व नुकसान
परिचय कालमेघ का पौधा सभी जगहों पर बड़ी आसानी से उग जाता है | किन्तु इसकी बहुमूल्य उपयोगिता से अनजान होने के कारण अधिकतर लोग इसे पहचान नही पाते है | केवल पादप रोग विशेषज्ञ व् आयुर्वेदाचार्य ही इसे पहचान कर इसके फायदों से लोगो को रोग मुक्त करने में इसका उपयोग करते है | […]
पंचमहाभूतो का संतुलन कैसे करे
पंचमहाभूतो का परिचय पंचमहाभूतो की जब बात करे तो यह कहा जा सकता है की इस सारे ब्रह्मांड की रचना ही पंचमहाभूतो के द्वारा हुई है | और मनुष्य का शरीर भी इन्ही महाभूतो से मिलकर बना है | ये पंचमहाभूत जल, अग्नि, वायु, आकाश, पृथ्वी आदि है | इन्ही पांच तत्वों से मिलकर मनुष्य […]
गिलोय का परिचय, फायदे, नुकसान व सेवन विधि (Giloy Introduction Of Giloy , Benefits, side Effects and intake Method in hindi )
गिलोय का परिचय “सर्वोषधीनां अमृता प्रधाना (बृ.चा.9.4)” अर्थात सभी औषधियों में गिलोय सर्वश्रेष्ठ है | आयुर्वेद संहिताओ में गिलोय को इसके चमत्कारिक गुण होने से अमृता का नाम दिया गया है | क्योकि जब-जब मानव जाती पर विपदा आई है गिलोय ने अमृत के समान गुण होने से सभी को ऐसी महामारियों से बचाया है […]
नेति क्रिया क्या है ? नेति के भेद व फायदे
परिचय नेति संस्कृत शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ यह नही या अंत नही होता है | नेति वाक्य उपनिषदों में अनंतता को दर्शाने के लिए उपयोग में आता हुआ दृष्टिगोचर होता है | तत्वमस्या दिवाक्येंन स्वात्मा ही प्रतिपादित | नेति नेति त्रुतिर्ब्रुयाद अनृतं पंचभौतिकम || 1.25|| अर्थात् तत्वमसि वाक्य से अपन आत्मा का बोध किया […]
दालचीनी का परिचय, फायदे व नुकसान (Introduction of Dalchini , Benefits, side Effects in hindi )
परिचय दालचीनी को मुख्यतः एक मसाले के रूप में जाना पहचाना जाता है | दालचीनी को वंडर स्पाइस के नाम से भी जाना जाता है | और यह हर भारतीय की रसोई में बड़ी आसानी से मिल जाती है | दालचीनी लोरेसी कुल का पोधा है | इसका वैज्ञानिक नाम सिनेमोमम वेरम (cinnamomum verum ) […]