मोरिंगा ( moringa ) मानव प्रजाती के लिए ईश्वर द्वारा प्रदत्त एक बैहतरीन औषधिय गुणों से भरपूर पेड है | मोरिंगा को स्थान विशेष के अनुरूप अलग-अलग नामो जैसे सहिजन , शोभांजन , शिग्रु , कृष्णबीज , सहन्जन आदि से पहचाना जाता है | यह सभी जगहों पर आसानी से उपलब्ध हो जाता है |
इसके सभी हिस्से अर्थात पंचांग औषधीय गुणों से भरपूर होते है | मोरिंगा में सभी विटामिन्स जैसे –विटामिन-ए , विटामिन – बी-1 , बी-2 , बी-3 , बी-6 , बी-7 , विटामिन-सी , विटामिन-डी , विटामिन-इ , विटामिन-के तथा मिनरल्स जैसे जिंक , कॉपर , लोह्तत्व , मैगनीज , सिलिका आदि भी भरपूर मात्रा में पाए जाते है |
मोरिंगा ( moringa ) के पंचांग में लगभग 96 पोषक तत्वों से भरपूर होता है | इसमे 46 प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट , 36 एंटीइंन्फ्लामेंट्री और 18 एमिनो एसिड विधमान होते है | जिनमे 9 आवश्यक एमिनो एसिड भी शामिल है | इसीलिए मोरिंगा ( moringa ) को पृथ्वी की सबसे महत्वपूर्ण पोष्टिक औषधि और सम्पूर्ण आहार (super – फ़ूड ) कहा जाता है | मोरिंगा ( moringa ) लगभग 300 बीमारियों को ठीक करने की गुणवत्ता से भरपूर पोधा है | वर्तमान समय में अनेको दवा निर्माता कंपनियां मोरिंगा ( moringa ) के सम्मिश्रण से अनेको रूप में दवाओ का निर्माण कर रही है जिनका खासा अच्छा परिणाम मिल रहा है |
मोरिंगा ( moringa ) में पाए जाने वाले पोष्टिक गुणों का तुलनात्मक विवरण:-
- इसमें संतरे से 7 गुना विटामिन-सी पाया जाता है |
- इसमें अंडे से 4 गुणा अधिक प्रोटीन पाया जाता है |
- इसमें गाजर से 10 गुणा विटामिन ए पाया जाता है |
- इसमें कैले से 15 गुणा अधिक पौटेशियम पाया जाता है |
- इसमें दूध से 17 गुणा अधिक कैल्शियम पाया जाता है |
- इसमें पालक से 25 गुणा अधिक तक आयरन पाया जाता है |
मोरिंगा ( moringa ) के फायदे , शिग्रु के फायदे (moringa benefits in hindi )
- मोरिंगा ( moringa ) पाचन संस्थान की गड़बड़ियो को ठीक करता है |
- मोटापा और शरीर में बढ़ी हुई अतिरिक्त चर्बी को कम करता है |
- हैजा,पीलिया,जैसे रोगों में मोरिंगा का सेवेन लाभदायक है |
- मोरिंगा के जड़ की छाल का काढ़ा बना कर पीने से पित्ताशय व गुर्दों में जमी पथरी पिघलकर बहार निकल जाती है |
- नियमित रूप से यदि मोरिंगा ( moringa ) का सेवन किया जाये तो चेहरे पर पिम्पल्स नही होते साथ ही साथ त्वचा को स्वस्थ्य बनाये रखते हुए चमक बरकरार बनी रहती है |
- मोरिंगा ( moringa ) में उपस्थित एंटी-एन्जिंग गुण झुर्रियो,महीन लकीरों और बुढ़ापे की निशानियो को छुपाने में मददगार होता है |
- मोरिंगा ( moringa ) की फलियों के सेवन से पुरुषो में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ जाती है ,वीर्य गाढ़ा होता है जिससे शीघ्रपतन की समस्या से छुटकारा मिल जाता है | इसमें जिंक की उपस्थित यौन शक्ति को बढ़ाने में सहायक है |
- मोरिंगा में प्रोटीन,बीटा-केरोटिन ,लोहा,आयरन,कैल्शियम, विटामिन-सीऔर पौषक तत्वों की भरपूर मात्रा कुपोषण को रोकने व इसके ईलाज में सहायक है |
- सहंजन , मोरिंगा ( moringa ) की पत्तियों के नियमित सेवन से शरीर के सभी हिस्सों में होने वाले दर्द में राहत मिलती है |
- सहंजन मोरिंगा ( moringa ) की 40 पत्तियों का नियमित सेवन स्पाइन की सभी प्रकार की समस्याओ से बचाव करता है |
- सहन्जन , मोरिंगा ( moringa ) की छाल का काढ़ा पीने से स्लिप डिस्क व वात सम्बंधित रोगों में अत्यंत लाभकारी होता है |
मोरिंगा ( moringa ) का सेवन कैसे करे ?
आप मोरिंगा को अपने बगीचे या आसपास से अनेको रूपों में सेवन करके स्वास्थ्य लाभ ले सकते है | प्रात:काल घुमते समय ताज़ा सहन्जन की पत्तियों को धो कर चबाये जिससे आपके शरीर में होने वाले लगभग 300 से अधिक रोगों के टल जाने की सम्भावना रहती है |
मोरिंगा ( moringa ) की पत्तियों या फलियों का सूप
मोरिंगा की 100 ग्राम पत्तियों को अच्छे से धो लेने के बाद लगभग 500 मिली पानी में 5ग्राम कालीमिर्च व स्वादानुसार सेंधा नमक डालकर 10 मिनट तक मन्दाग्नि पर उबाले आपका सूप तैयार है |
सहन्जन , मोरिंगा ( moringa ) की फलियों का सूप बनाने के लिए 100 ग्राम सहन्जन , मोरिंगा ( moringa ) की फलियों को छोटे छोटे टुकडो में काट ले साथ ही सेंधा नमक व कालीमिर्च डाल दे | इन टुकडो को लगभग 500 ग्राम पानी में डालकर 10 मिनट तक उबाल लेने के बाद स्वान्गशीत होने दे | ठंडा होने के बाद इन फलियों में से गुदे को निकाल ले और ऊपर के छिलके को निकालकर बहार फैंक दे | इसके बाद फलियों के गुदे को उबले हुए पानी में डालकर मिक्सी में घुमाले | आपका पोष्टिक सूप तैयार है |
सहन्जन मोरिंगा ( moringa ) के फूलो की सब्जी
सबसे पहले सहन्जन , मोरिंगा ( moringa ) के फूलो को अच्छे से धो ले | धोलेने के बाद पानी में नमक डालकर कुछ समय के लिए लगभग 2-3 घंटे छोड़ दे | उसके बाद उबाले जिससे फूलो का कड़वा पन ख़त्म हो जायेगा |
उबल जाने के बाद कढाई में तेल डाले में तेजपत्र डाले व प्याज हरी मिर्च व लहसून को अच्छे से भुन लेने के बाद टमाटर डाल दे |
अच्छे से भूनने के बाद तैयार किया हुआ सभी मसाले लालमिर्च,हल्दी,धनिया,नमक,राइ आदि का घोल डालकर अच्छे से पकाए | मसाले के पक जाने के बाद उबले हुए सहन्जन के फूलो को डालकर अच्छे से मिला ले आपकी स्वास्थ्यवर्धक सब्जी बनकर तैयार है |
सहन्जन मोरिंगा ( moringa ) की फलियों की सब्जी
सबसे पहले सहन्जन मोरिंगा ( moringa ) की फलियों को अच्छे से धो ले | धोले ने के बाद पानी में नमक डालकर कुछ समय के लिए लगभग 2-3 घंटे छोड़ दे | उसके बाद उबाले जिससे फलियों की कडवाहट ख़त्म हो जायेगी |
उबल जाने के बाद कढाई में तेल डाले में तेजपत्र डाले व प्याज हरी मिर्च व लहसून को अच्छे से भुन लेने के बाद टमाटर डाल दे |
अच्छे से भूनने के बाद तैयार किया हुआ सभी मसाले लालमिर्च , हल्दी , धनिया , नमक , राइ आदि का घोल डालकर अच्छे से पकाए | मसाले के पक जाने के बाद उबले हुए सहन्जन मोरिंगा ( moringa ) की फलियों को डालकर अच्छे से मिला ले आपकी स्वास्थ्यवर्धक सब्जी बनकर तैयार है | गठिया के रोगियों के लिए बहुत ही लाभदायक सब्जी है | अवश्य सेवन करे |
मोरिंगा ( moringa ) , शिग्रु सेवन करने में सावधानिया
गर्भस्थ महिलाओ को मोरिंगा का सेवन किसी भी रूप में नही करना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से गर्भपात होने का डर रहता है |
जिन व्यक्तियों का खून पतला हो उन्हें मोरिंगा के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि यह खून को पतला करता है |
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