तिल के तेल के 10 चमत्कारी फायदे : सर्दियों के मौसम में सर्दियों के मौसम में तिल के लड्डू के लड्डू तो सभी कहते हैं परंतु तिल के लड्डू जितने शरीर के लिए जरूरी है इस तरह तिल का तेल भी शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी है पुराने समय से ही तिल के तेल का महत्व रहा है ।
अगर आप जानना चाहते हैं कि तिल तेल को आयुर्वेद में इतना महत्व क्यों दिया गया है तो इस लेख में हमने तिल तेल के सेवन से होने वाले प्रमुख 10 फायदों को विस्तार से समझने वाले हैं अत: इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़ें ।
तिल क्या है ?
तिल एक प्रकार की तेलिय फसल है जिसे खरीफ के मौसम में करा जाता है । इसकी खेती सभी गरम प्रान्तों में की जाती है । तिल के पौधे पर लगने वाले फलों में बीज होते हैं । इन्ही बीजों का तेल निकालकर तिल का तेल तैयार किया जाता है ।तिल सफ़ेद और काले दो प्रकार का बाजार में उपलब्ध हो जाता है । दोनों ही प्रकार के तिलों से तेल निकाला जाता है ।
तिल के तेल के 10 चमत्कारी फायदे
- कष्टप्रद संभोग में तिल के तेल का सेवन- यदि संभोग करते समय योनि में अक्सर दर्द की शिकायत रहती हो तो कुछ दिनों तक योनि में तिल के तेल का फोया रखने से संभोग करते समय दर्द की शिकायत दूर हो जाएगी।
- योनी पीड़ा – जिस जिस स्त्री को अक्सर योनि में दर्द रहता हो या संभोग करते समय स्पर्श से ही दर्द होता हो उस स्त्री को रात को सोते समय लगातार कुछ महीनो तक तिल के तेल का फोया अपनी योनि में रखना चाहिए। ऐसा करने पर कुछ महीनों में ही दर्द की समस्या खत्म हो जाएगी।
- चर्म रोगों में तिल के तेल का प्रयोग- जिन लोगों को अक्सर शरीर पर फोड़े, फुंसियों और खुजली की शिकायत रहती है। उनके लिए तिल का तेल बहुत ही उपयोगी है। वह दो चम्मच पीसी हुई राल, एक चम्मच पीला मोम ( दवा में काम आने वाला)और दो चम्मच तिल का तेल मिलाकर मालिश करने पर फोड़े, फुंसियां बैठ जाते हैं या फुटकर ठीक हो जाते हैं तथा खुजली भी ठीक हो जाती है।
- बुढ़ापे से जवानी की ओर बढ़ने के लिए तिल के तेल का उपयोग- यदि आपके शरीर में कसावट नहीं रही है अर्थात आप बूढ़े दिखते हो तो आप रोजाना तिल के तेल को गुनगुना करके पूरे शरीर पर मालिश करें तथा मालिश करने के एक घंटा बाद स्नान कर ले। ऐसा प्रतिदिन कुछ समय तक लगातार करने से आपको महसूस होगा कि आप फिर से जवा हो रहे हैं अर्थात आपकी स्किन कोमल और चमकदार हो जाएगी तथा आप बुढ़ापे से जवानी की ओर प्रवेश करते हुए महसूस करेंगे।
- मोच लगने पर तिल के तेल का उपयोग- चलते फिरते गिरने से या पैर फिसलने से मोच आ जाती है कई बार ऐसा होने पर मांस भी फट जाता है ऐसी स्थिति में 50 ग्राम तिल का तेल पिसा हुआ एक जायफल एक ग्राम अफीम 50 ग्राम रतनजोत ले ले पहले तिल के तेल को गर्म करें इसमें रतनजोत डालते जब तेल उबलने लगे तो उसे आग से उतर कर जायफल डाल दें अच्छी तरह से हिला ले अंत में अफीम डालकर ठंडा होने पर बोतल में डालकर रख ले इस तेल में कपड़ा भिगोकर मोच के स्थान पर लगातार पट्टी बांध ली रोजाना एक बार इस तरह से पट्टी करें 3 दिन तक लगातार पट्टी करने पर दर्द ठीक हो जाएगा और मोच भी।
- बालों को लंबा,घना व चमकदार बनाता है तिल का तेल- तिल के तेल में विटामिन ई भरपूर मात्रा में होता है, जो हमारे बालों को लंबा, घना व चमकदार बनाने के लिए विशेष तौर से उपयोगी होता है। तिल के तेल को गुनगुना करके बालों में अच्छी तरह से मालिश कर लें और 1 घंटे बाद बालों को शैंपू से धो लें इस तरह लगातार कुछ महीनो तक करने से बाल लंबे, घने व चमकदार बनते हैं तथा बालों का टूटकर गिरना भी बंद हो जाता है।
- त्वचा के लिए भी उपयोगी तिल का तेल- जैसा कि हमने आपको बताया कि यदि आप की स्किन में कसावट न हो तो आप तिल के तेल से स्क्रीन पर हल्के हाथों से मसाज करें। ऐसा कुछ समय तक लगातार करने पर आपको महसूस होगा कि आपकी स्किन कोमल व चमकदार हो रही है। लंबे समय तक तिल के तेल की मसाज करने से स्किन बच्चों की तरह कोमल हो जाती है।
- दर्द व सूजन को कम करने में सहायक- पुराने समय में अक्सर लोग तिल के तेल से पूरे शरीर में मालिश करते थे। ऐसा करने पर वह ताउम्र जवान दिखते थे तथा जोड़ों में दर्द नहीं होता था ।आज भी दर्द व सूजन को कम करने के लिए तिल के तेल का उपयोग करने की सलाह अक्सर चिकित्सक देते हैं। यदि कहीं भी दर्द हो तो तिल के तेल को हल्का गुनगुना करके दर्द व सूजन के स्थान पर लगाने पर दर्द में रहता मिलता है तथा सूजन भी धीरे-धीरे कम हो जाती है।
- शक्ति वर्धक है तिल का तेल- जनवरी में सक्रांत के त्योहार पर तिल के तेल से बनी हुई बहुत चीज मिलती है। ऐसा माना जाता है कि जनवरी में तिल या तिल के तेल से बनी हुई चीजों को खाने से शरीर में गर्मी और शक्ति उत्पन्न होती है जो शरीर को सर्दियों में होने वाली बीमारियों से सुरक्षित रखती है। सर्दियों के मौसम में अवश्य ही तिल या तिल से बने भोज्य पदार्थों का उपयोग करना चाहिए तथा तिल के तेल की मालिश शरीर पर करनी चाहिए ,क्योंकि तिल के तेल में विटामिन और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
- पाचन तंत्र को सुधारने में सहायक तिल का सेवन- जिन लोगों को अक्सर भूख कम लगती हो या खाया पिया हुआ हजम नही होता हो उन्हें अवश्य ही भोजन करने के बाद एक चम्मच तिल का सेवन करना चाहिए। इससे भूख खुलकर लगने शुरू हो जाएगी तथा खाया पिया हुआ पचने लग जाएगा, क्योंकि तिल मे विटामिन,खनिज व पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं।