धनुरासन करने के फायदे: धनुरासन योग, एक प्रकार का योगासन है जो शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। यह योगासन आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है| और इसके कई फायदे हैं। प्राचीन समय से ही धनुरासन योग को विभिन्न स्वास्थ्य लाभों जैसे कि स्टीफ़नेस, उदरविकार, हृदय के विकार एवं शरीर को पूर्ण शारीरिक व्यायाम करने के लिए किया जाता रहा है । यह एक प्राचीन योगासन है जो कई शारीरिक और मानसिक फायदे प्रदान करता है। यह आपके शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है, साथ ही आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।
इस लेख में धनुरासन करने के फायदे हम धनुरासन योग के बारे में विस्तार से जानेंगे, इसके करने की सही विधि को समझेंगे, और साथ ही इसकी सावधानियों के बारे में भी चर्चा करेंगे।
धनुरासन योग क्या है ? (What is Dhanurasan Yog in Hindi)
धनुराषन योग का मतलब होता है “धनुर” यानि तीर के आकार का और “आसन” यानि एक पोजिशन या आसन। यह योगासन आपके शरीर को धनुराकार बनाने के तरीके से किया जाता है, जिसमें आपके पैर और हाथ आपके पीठ को झुकाने का काम करते हैं। जिससे धनुष के समान आकृति बनती है । इसलिए इस योगासन को धनुरासन के नाम से जाना जाता है ।
यह योग आसन पीठ और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए विशेषत: उपयोगी है । इसे अंग्रेजी में ‘Bow Pose’ के नाम से भी जाना जाता है ।
धनुरासन करने की विधि (How to do Dhanurasana Yoga)
धनुरासन योग एक प्राणायाम और आसन का सम्मिलित रूप होता है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। यहां धनुरासन कैसे किया जाता है, इसकी पूरी विधि हम बताने जा रही हूँ:
कैसे करें:
- सबसे पहले एक योगा मेट या फिर किसी साफ़ स्थान पर के ऊपर लेट जाएं।
- आपको अपने पेट के बल लेट जाना है और अपनी पैरेलल्ल एक-दूसरे की तरफ़ बढ़ा दें।
- अब अपने हाथों को पीछे की ओर से अपने पैरों के पास ले जाएं और अपने अंगुलियों से पैरों की उंगलियों को पकड़ लें।
- अब आपका शरीर धनुराकार (धनुष की तरह) होना चाहिए। इसके लिए अपनी पैरों की ओर और अपने हाथों की ओर खिचाव करें। धनुरासन में आपका शरीर धनुष की तरह होना चाहिए, जिससे आपके पेट की भुजाएँ और छाती ऊपर की ओर उठें।
- धनुरासन में आपके सिर को ऊँचा रखना चाहिए और आपकी आँखों की दृष्टि को आगे की ओर होना चाहिए।
- अब आपको इस स्थिति में 20-30 सेकंड तक रुकना है और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए वापस उसी स्थिति में जाना है ।
- धनुरासन को कम से कम तीन बार करें, प्रत्येक बार के बाद ध्यान से सांस छोड़ते हुए वापस उसी स्थिति में पहुँच जाएँ ।
धनुरासन योग आपके पृष्ठ को मजबूत करने, पेट के अंदरी और बाहरी ओर की मांसपेशियों को मजबूत करने, और मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है। ध्यान दें कि योग का प्रैक्टिस धरी और नियमितता के साथ करना चाहिए, और यदि आपको किसी प्रकार की योगिक सलाह की आवश्यकता हो तो एक परिपूर्ण योग साधक से पूछना चाहिए ।
धनुरासन करने के फायदे | Benefits of Dhanurasana in Hindi
धनुरासन (Dhanurasana) योगासन है जो शरीर को लचीला बनाता है । इस आसन को करने के कई फायदे होते हैं, जिन्हें हमने निचे write किया है ।
- पूरे शरीर को शक्ति देने का काम: धनुरासन आपके पूरे शरीर को सक्रिय करता है और ऊर्जा को बढ़ावा देता है। जिससे शरीर में शारीरिक शक्ति का संचार होता है ।
- कमर का दर्द करे ठीक: यह आसन कमर के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है और कमर की मांसपेशियों को मजबूत करने में लाभदायक साबित होता है । जिनके कमर में दर्द रहता है उन्हें शुरुआत में किसी योग्य योग शिक्षक से शिक्षा लेकर इस आसान को करना चाहिए ।
- बढे हुए पेट को करे कम: धनुरासन पेट को कम करने में मुख्य योग आसन है और इस योग आसन को करने से मोटापा कम होता है साथ ही पेट की चर्बी भी कम होती है । इससे पेट चपता बनती है ।
- सिरदर्द और नसों की कमजोरी को दूर करना: इस आसन का प्राक्टिस सिरदर्द को कम करने में मदद करता है और नसों को मजबूत करने में भी सहायक सहायक साबित होता है ।
- लंबाई बढ़ाने में मदद: इस आसन को नियमित करने से छोटे बच्चो की हाईट बढाई जा सकती है । जिन बच्चों की हाईट नहीं बढ़ रही है उन्हें धनुरासन योग करवाने से लाभ मिलता है ।
- पाचन तंत्र को सुधारना: धनुरासन पाचन तंत्र को सुधार सकता है और आपके शरीर के अंदरी अंगों को मजबूती प्रदान करके पाचन को सुचारू करता है जिससे पाचन की गड़बड़ी से होने वाली समस्याओं में लाभ मिलता है ।
- रीढ़ की हड्डी: यह आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूती प्रदान करता है और बैक प्रॉब्लम्स से बचाव करने में फायदेमंद है । इसे नियमित करने वाले बैक पैन से ग्रसित नहीं होते ।
- शांति और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार: धनुरासन को प्रैक्टिस करने से मानसिक तनाव कम होता है और मानसिक शांति को बधय्ने के लिए इसे नियमित किया जा सकता है ।
- लंबे समय तक बैठकर काम करने वालों के लिए लाभकारी: यह आसन उन लोगों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है जो लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं, क्योंकि यह पीठ को मजबूती प्रदान कर सकता है। जिससे पीठ की समस्याओं में लाभ मिलता है ।
सावधानियां | Precautions
धनुरासन जैसे योग आसन को करते समय सावधानी बरतना महत्वपूर्ण होता है। यहां कुछ सावधानियां दी गई हैं:
- शिक्षक का मार्गदर्शन जरुर लें: योग के आसनों को सीखने और करने के लिए एक प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में रहना बेहद महत्वपूर्ण है। वे सही तरीके से आपको आसन करने का तरीका बता सकते हैं और चोट या चोट की संभावना को कम हो जाती है ।
- सामर्थ्य का ध्यान रखें: योग करते समय अपने शरीर के सामर्थ्य का ध्यान रखें । अगर किसी आसन में आपको अधिक दर्द या अस्वस्थता का अहसास होता है, तो तुरंत आसन छोड़ दें।
- वार्मअप: सही वार्मअप के बिना योग आसन करने से चोट का खतरा बढ़ सकता है। योग की शुरुआत में थोड़ी देर तक सांस लेने और शरीर को एक्टिव बनाने वाले आसनों का अभ्यास करें।
- संतुलन: योग करते समय संतुलन का ध्यान रखें। धनुरासन जैसे आसनों को सही संतुलन में करने से उपर्युक्त फायदा मिलता है ।
- श्वांस प्रश्वास की गति: सांस को सही तरीके से चलाना और छोड़ना आवश्यक है इसके लिए आपको श्वास एवं प्रश्वास का ध्यान होना चाहिए । योग के दौरान कब आपको गहरी श्वास लेनी है और छोड़नी है इसका भी ध्यान होना चाहिए ।
- चिकित्सक की सलाह: यदि आपको कोई चोट लगी हुई है या कोई ऑपरेशन आदि हुआ है तो इसे करने से पहले चिकित्सक से सलाह अवश्य करलें ।
- ध्यानपूर्वक अभ्यास: योग आसनों को सीखने और सही तरीके से करने के लिए ध्यानपूर्वक अभ्यास करना बेहद महत्वपूर्ण है। स्थिरता और सावधानी से प्रैक्टिस करें और अपने आप को योग में निपुण बनायें ।