मधुर विरेचन चूर्ण: मधुर विरेचन चूर्ण एक प्राकृतिक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे पुराने समय से कब्ज ठीक करने के उद्देश्य से प्रयोग किया जाता रहा है। यह चूर्ण अनेक जड़ी-बूटियों का मिश्रण से बना होता है जो पाचन और विरेचन को बढ़ावा देते हैं। आज के इस लेख में हम आपको मधुर विरेचन चूर्ण के बारे में कम्पलीट नॉलेज प्रोवाइड करवाएंगे ताकि आप इसे आसानी से समझ सकें ।
मधुर विरेचन चूर्ण क्या ? (What is Madhur Virechan Churna)
यह एक क्लासिकल आयुर्वेदिक विरेचक औषधि है जिसका इस्तेमाल विरेचन करवाने के लिए किया जाता है । वस्तुत: यह कब्ज की समस्या पेट की समस्या, गैस और एसिडिटी को ठीक करने के लिए उपयोग होने वाली मेडिसिन पाउडर है । इसे एक निश्चित मात्रा में सेवन करने से कब्ज ठीक होने लगता है । साथ ही यह कौष्ठ की शुद्धि करता है और आंव निकलने की समस्या में लाभदायक तरीके से काम करता है ।
घटक | Ingredients of Madhur Virechan Churna
- मुलेठी (Licorice)
- सौंफ (fennel seed)
- सनाय (Senna Leaf)
- शुद्ध गंधक (Purified Sulphur)
- मिश्री (Sugar)
निर्माण विधि: उपरोक्त सभी जड़ी बूटियों को शुद्ध अवस्था में लेना होता है । इसमें से मुलेठी, सौंफ, गंधक इनको 50 – 50 -50 ग्राम समान मात्रा में और सनाय को 150 ग्राम एवं मिश्री को 200 ग्राम की मात्रा में लेना है ।
इसके पश्चात इन सभी को कूटपीसकर महीन चूर्ण बना लें । इस चूर्ण को कपड़े से छान कर इनको सभी को आपस में मिला दें । इस प्रकार मिलाने से यह मधुर विरेचन चूर्ण तैयार हो जाता है ।
मधुर विरेचन चूर्ण के फायदे
1. पाचन को सुधारना
मधुर विरेचन चूर्ण पाचन को सुधारने में मदद करता है। इसमें मौजूद जड़ी-बूटियां पाचन तंतु और पाचन रसायनों को बढ़ावा देती हैं, जिससे आपका खाना अच्छी तरह से पच जाता है।
2. आंव की समस्या
यह चूर्ण आंव की समस्या में बहुत लाभदायक माना जाता है । आंव की समस्या में होने वाली एंथन में यह बहुत आराम प्रदान करता है इसकी मदद से लगातार होने वाले अतिसार की समस्या भी ठीक होने लगती है ।
3. कब्ज का समाधान
यह चूर्ण कब्ज को समाधान देने में मदद करता है। यह आपके आँतों को साफ और स्वस्थ रखने में सहायक होता है और कब्ज को दूर करता है।
4. त्वचा के लिए लाभकारी
मधुर विरेचन चूर्ण त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। इसके नियमित सेवन से त्वचा स्वस्थ और साफ़ बनी रहती है और मुँहासे और चर्म रोगों को दूर रखता है।
5. कौष्ठ शोधन और आंव को निकालने में फायदे
यह कौष्ठ शुद्धि करने और आंव को निकालने में अत्यंत लाभदायक है । एक आयुर्वेदिक मतानुसार शुद्ध गंधक होने के कारण यह रसायन, उष्ण, अग्निदीपक, पाचक, आम का शोषक तथा बाहर निकालने वाले गुणों से युक्त हो जाता है ।
6. अपचन और आमातिसार
इसके सेवन से अपचन अर्थात भोजन के ठीक ढंग से पाचन न होने के कारण होने वाली समस्याओं में यह फायदेमंद है । इसे अमतिसर को ठीक करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है । इसके सेवन से आम युक्त अतिसार रोग ठीक होने लगता है । इसे नियमित रूप से सेवन करने से लाभ मिलेगा ।
मधुर विरेचन चूर्ण की खुराक | Dosage
आमतौर पर इसे 3 से 6 ग्राम की मात्रा में विभाजित डोज में लिया जाना चाहिए । इसका सेवन गुनगुने जल से ही करना उचित समझा जाता है । रात्रि में सोने से पहले एवं सुबह के समय उपरोक्त मात्रा में इस चूर्ण का प्रयोग किया जा सकता है । सामान्य कब्ज आदि की समस्या में यह खुराक आम है । परन्तु अगर आप इसकी स्पेसिफिक खुराक मात्रा जानना चाहते हैं तो एक डॉक्टर से सलाह लेकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं ।
नुकसान | Side Effects
सामान्यत: इस औषधि को सुरक्षित औषधि माना जाता है । अत: इसका सेवन करना नुकसान रहित है । परन्तु इसमें सनाय होने के कारण इसे अधिक समय तक सेवन नहीं करना चाहिए । क्योंकि सनाय में हैबिट फोर्मिंग गुण होने की वजह से यह आपको आदत लगा सकता है । एसे में एक आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लेकर आप इसका सेवन कर सकते हैं एवं एक निर्धारित समय तक ही सेवन करें ।