महुआ के फायदे: महुआ, जिसे वैज्ञानिक भाषा में “Madhuca longifolia” के नाम से जाना जाता है, एक प्रमुख भारतीय पौधा है जिसका बोटैनिकल नाम है। यह भारत के विभिन्न हिस्सों में पाया जाता है और यह पूरी दुनिया में अपने विशेष गुणों के लिए प्रसिद्ध है। इस पौधे के विभिन्न भागों का उपयोग आहार से […]
Author: Dr Ramhari Meena
सैंधवादि चूर्ण के फायदे, सामग्री, बनाने की विधि और नुकसान
सैंधवादि चूर्ण के फायदे: यह एक आयुर्वेद की चूर्ण है जिसका प्रयोग दीपन, पाचन और पेट की अग्नि बढ़ाने के लिए किया जाता है । बहुत सी जगह इसे दांत दर्द और मसूड़ों के दर्द के लिए भी लाभकारी बताया गया है । इसको मसूड़ों पर मलने से मसूड़ों का दर्द और खून आना भी […]
आँखों की रोशनी बढ़ाने में आयुर्वेद के फायदे एवं दवाएं | Ayurveda Benefits for Eye Sight Improve
आँखों की रोशनी बढ़ाने में आयुर्वेद के फायदे: हमारी आँखें हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यह हमें दुनिया को देखने और समझने की क्षमता प्रदान करती हैं। आजकल के डिजिटल युग में, हमारी आँखों को अधिक तनाव और दबाव का सामना करना पड़ता है, जिससे उनकी रोशनी पर असर पड़ सकता है। इसमें आयुर्वेद […]
खांसी के घरेलु नुस्खे (Home Remedies of Cough) : सरल और प्रभावी उपाय
खांसी के घरेलु नुस्खे : खांसी एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो हमें परेशान करती है और आमतौर पर सर्दियों और मौसम बदलावों के समय अधिक तीव्र होती है। खांसी से छुटकारा पाने के लिए आपको अपने शरीर की देखभाल करने के साथ-साथ कुछ प्राकृतिक घरेलू उपायों का भी सहारा लेना चाहिए। इस लेख में, […]
नष्टपुष्पान्तक रस के फायदे, घटक द्रव्य, निर्माण विधि तथा गुण व उपयोग
नष्टपुष्पान्तक रस: ऐसी लड़कियां या बालिकाएं जो यौवन अवस्था में प्रवेश कर चुकी है परंतु अभी तक मासिक धर्म की शुरुआत नहीं हुई है, उन लड़कियों के लिए आयुर्वेद की मेडिसिन नष्टपुष्पान्तक रस किसी वरदान से कम नहीं है। नष्टपुष्पान्तक रस आयुर्वेद की एक क्लासिकल मेडिसिन है। जो ऊष्ण वीर्य होने के कारण महिलाओं में […]
माणिक्य रस के फायदे, घटक द्रव्य, निर्माण विधि तथा गुण व उपयोग
माणिक्य रस के फायदे: राजयक्ष्मा यानी टीबी जैसी व्याधि के लिए आयुर्वेद के माणिक्य रस का उपयोग प्राचीन समय से किया जा रहा है। यह आयुर्वेद की एक क्लासिकल मेडिसिन है। जिसका प्रयोग विशेष कर कफ जनित व्याधियों तथा टीबी रोग के लिए किया जाता है। इसके साथ ही यह शरीर में बल वृद्धि कर […]
चन्द्रामृत लौह के फायदे, घटक द्रव्य और निर्माण विधि तथा गुण व उपयोग
चन्द्रामृत लौह: चन्द्रामृत लौह आयुर्वेद की एक क्लासिकल मेडिसन है । जो खांसी, अस्थमा, बुखार, जलन, दर्द तथा पुराने बुखार को दूर करने के लिए उपयोग में ली जाती है। चन्द्रामृत लौह का लगातार कुछ समय तक उपयोग करने से लंबे समय तक रहने वाले बुखार को खत्म किया जा सकता है तथा इसके साथ […]
सुवर्ण मालिनी वसंत रस के घटक द्रव्य, निर्माण विधि तथा गुण व उपयोग
सुवर्ण मालिनी वसंत रस: इस रस को बनाने के लिए स्वर्ण, मोती, केसर, कस्तूरी आदि बहुमूल्य घटक द्रव्यों का उपयोग किया जाता है। जिसके कारण यह है टीबी, मंदाग्नि, प्लीहा वृद्धि, यकृत विकार, स्त्रियों के प्रदर रोग, खांसी, अस्थमा, धातुओं की कमजोरी, हृदय रोग, सिर में दर्द आदि में बहुत ही उत्कृष्ट लाभ देने वाला […]
Trivang Bhasma Benefits in Hindi – त्रिवंग भस्म के फायदे और गुण उपयोग
Trivang Bhasma Benefits in Hindi: त्रिवंग भस्म एक आयुर्वेदिक दवा है जो तीन धातुओं से बनी होती है: नाग, वंग और जस्ता. यह दवा कई तरह की बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल की जाती है, | यह एक प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि है जिसे अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसे भस्मीकरण प्रक्रिया से […]
दूध में देसी घी मिलाकर पीने के फायदे – Ghee Milk Benefits in Hindi
दूध में देसी घी मिलाकर पीने के फायदे: आयुर्वेद एक प्राचीन और प्रमुख आयुर्वेदिक तंत्र है जिसमें विभिन्न प्राकृतिक तत्वों का उपयोग व्यक्तिगत स्वास्थ्य और रोगों के उपचार में किया जाता है। इसके अंतर्गत घी को भी एक महत्वपूर्ण औषधि के रूप में माना गया है। आयुर्वेद में घी को उपयोग में लाने के बहुत […]