कोन है डॉ.रामहरि मीना ? Who is Dr.Ramhari Meena डॉ.रामहरि मीना ( DrRamhari Meena ) स्पाइन सम्बन्धी रोगों को कम समय में ठीक करने के क्षेत्र में जाना पहचाना नाम है | पिछले 8 वर्षो से जयपुर में श्री दयाल नैचुरल स्पाइन केयर सेन्टर जयपुर में चलाते है जहा स्पाइन के क्रिटिकल केसो को बिना […]
Category Archives: आयुर्वेद
परिचय केश दयाल हर्बल हेयर आयल (kesh dayal herbal hair oil) का निर्माण बालो की समस्या जैसे – बालो का झड़ना (खालित्य ), बालो का पकना (पालित्य), रुसी व बालो के पोषण को ध्यान में रखते हुए किया गया है | यही कारण है की केश दयाल हर्बल हेयर आयल बहुत कम समय में ही […]
डेंगू क्या है ? डेगू एक वायरस जनित रोग है सामान्यत इसे ब्रेक बोन बुखार भी कहा जाता है यह Aedes aegypti नामक मच्छर के काटने से होता है इस मच्छर को tiger mosquito या yellow fever mosquito भी कहा जाता है | मच्छर की पहचान इस मच्छर को उसके पैरो पर सफेद निशान और […]
इन दिनों डेंगू और टायफस का प्रकोप बहुतायत से फैला हुआ है ऐसे में सबसे अधिक जरुरी है अपने आहार और विहार को स्वस्थ बनाकर रखा जाये | डेंगू के साथ टायफस का होना अधिक हानिकारक साबित हो रहा है ऐसे में आज हम इस आर्टिकल में चर्चा करेंगे प्लेटलेट्स बढ़ाने की टेबलेट आयुर्वेदिक दवा […]
ट्राइग्लिसराइड को कैसे कम करे | सीरम ट्राइग्लिसराइड कम करने का रामबाण इलाज जब हमारी जीवनशैली को हम बहुत ज्यादा आलसी बना लेते है ऐसे में हमारी वसा का एक प्रकार जो बढ़ जाता है वही ट्राइग्लिसराइड होता है | इसकी अधिकता हो जाने पर धीरे- धीरे कोलेस्ट्रोल का लेवल भी बढने लगता है | […]
कोट्टक्कल जीरकाद्यारिष्ट मुख्यतः पेट सम्बंधित रोगों के लिए उत्तम आयुर्वेद औषधि है | इसका सेवन भूख नही लगना, खाया पिया शरीर में नही लगना , भोजन करने के बाद पेट का भारी रहना , पाचन तंत्र का बहुत अधिक खराब रहना , हाइपर एसिडिटी बहुत अधिक बनना, चिडचिडापन रहना आदि के उपचार के लिए प्रमुखता […]
कोरोना के इलाज में सीसीआरएस द्वारा परीक्षित की गयी आयुर्वेद दवा जिसका परिणाम काफी उत्साहित करने वाला रहा है | आयुष-64 कैप्सूल का आयुष मंत्रालय , वैज्ञानिक एवं अनुसन्धान परिषद् और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेद जयपुर ने इस दवा की प्रभावकारिता और इसके सुरक्षित मूल्यांकन के लिए बहु केन्द्रीय नैदानिक परीक्षण यानि की क्लीनिकल ट्रायल […]
परिचय कस्तूरी भैरव रस क्या होता है ? कस्तूरी भैरव रस का प्रयोग मुखत: ज्वर की पुनरावृति होने पर किया जाता है अर्थात जब रोगी व्यक्ति को बुखार अन्तराल के बाद आता हो जैसे 2 दिन के बाद 5 दिन के बाद 10 दिन के बाद ऐसे रोगी के लिए एक श्रेष्ठ औषधि का काम […]
हीरक भस्म का कैंसर रोग में प्रयोग वज्र भस्म को हीरक भस्म या हीरा भस्म भी कहते हैं यह रस शास्त्र में वर्णित एक अति उत्तम आयुर्वेदिक औषधि है जिसका प्रयोग स्वर्ण भस्म के साथ करने पर कैंसर पक्षाघात (लकवा) के नर्वस सिस्टम से संबंधित रोगों का इलाज किया जाता है | इसके साथ ही […]
परिचय – समीर पन्नग रस क्या होता है ? sameer pannag ras in hindi समीर पन्नग रस श्वास वाहिनियो और फुफ्फुस कोषों के भीतर श्लेष्मिक कला पर सुजन न लाकर कफ का स्त्राव कराता है जिससे दोष निकल जाने पर फुफ्फुस व श्वासवाहिनियो को मजबूत बनाए में सहायक सिद्ध होता है | sameer pannag ras […]