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खाया पिया खाना

जानिए आपके शरीर में खाया पिया क्यों नही लगता है ? कारण और उपचार

हमारे द्वारा खाया पिया खाना हमारे शरीर का सबसे बड़ा पोषक होता है | हम जितना पोष्टिक भोजन गृहण करेंगे हमारा स्वास्थ्य उतना ही उत्तम होगा | हमारे द्वारा खाया पिया खाना ही हमारे शरीर के सभी पोष्टिक पदार्थो की पूर्ति करता है | किन्तु वर्तमान समय की आधुनिक दिनचर्या ने हमारे शरीर की जठराग्नियो मनोदशा ही बिगाड़ के रख दी है |

खाया पिया खाना

वर्तमान समय में आधुनिक जीवनशैली के दुष्परिणामस्वरूप लीवर सम्बन्धी अनेको समस्या आसानी से बड़े स्तर पर देखने को मिल जाती है |

खाया पिया खाना क्यों नही लगता है

आधुनिक जीवनशैली में दिखावा अधिक हो गया है जो की भोजन के पाचन का सबसे बड़ा दुश्मन है | वर्तमान समय में हमारी आदते इतनी बिगड़ सी गयी है की हम वो काम पहले करते है जो दुसरे लोग कर रहे है | जैसे की आप सबको पता है और अनेको बार किसी आयुर्वेद चिकित्सक या प्राकृतीक चिकित्सक से ये जान भी लिया होगा की खाना खाने के 30 मिनट बाद तक पानी नही पीना होता है | जिसका उचित कारण भी आपको बताया होगा की खाना खाने के तुरंत बाद पिया जाने वाला पानी जहर के समान काम करता है वो इसलिए की जैसे ही खाने का पहला ग्रास आपके मुह में जाता है आपकी तेरह प्रकार की अग्निया प्रज्वलित हो जाता है | ये तेरह प्रकार की अग्निया  इस प्रकार है – पंचमहाभूताग्नि, सप्तधात्वाग्नी और सबसे श्रेष्ठ और प्रबल जाठराग्नि जो की  खाना खाने से लेकर खाने के अंतिम कण के पाचन होने तक प्रज्वलित होकर अपना काम अच्छे ढंग से करती है | किन्तु हमारी गलत आदते इनको इनका कार्य ठीक प्रकार से नही करने देती है और कुछ ना कुछ विघ्न डाल ही देते है | जिसे खाने का पाचन ठीक प्रकार से नही हो पाता है | और खाया पिया खाने के पोष्टिक तत्वों को शरीर में पूरा लाभ नही मिल पाता है |

आधुनिक जीवनशैली का खाए पिए पर दुष्प्रभाव

आधुनिक जीवनशैली में खाना खाने के बाद ठंडा पेय पीना एक शोक सा बन गया है | जो की हमारे द्वारा लिए हुए खाने को पचने में बहुत की बाधक साबित होता है | खाना खाने के तुरंत बाद लिया जाने वाला ठंडा पेय पदार्थ हमारी जठराग्नि को कमजोर कर देता है जिससे हमारा खाना पचने की बजाय पेट के अन्दर सड़ता है |

जाने खाया हुआ खाना क्यों नही पचता है

खाने को पचाने में हमारी अग्नियो का बड़ा अहम रोल होता है | युवावस्था , मध्यमावस्था, व वृधावस्था में जठराग्नि के प्रभावों की सम विषम अवस्थाओ को इस प्रकार आसानी से समझा जा सकता है पाचकाग्नियो को मुख्यत: तीन भागो में विभाजित किया जा सकता है |

  • विषमाग्नि :- खाया पिया खाना आसानी से पच जाये तो समझिये की आपकी जठराग्नि ठीक ढंग से कार्य कर रही है | सही मात्रा में लिए गये भोजन का पाचन आसानी से हो जाये वो समाग्नि के सूचक होते है |
  • मन्दाग्नि :- आपके द्वारा खाया पिया खाना ठीक ढंग से नही पच रहा हो तो आपको आपकी जठराग्नि को सुधारने के लिए प्रयास करना चाहिए | आपके द्वारा सही मात्रा में लिए जाने वाले भोजन का पाचन कभी तो ठीक प्रकार से हो जाता है किन्तु कभी नही हो पाता है |
  • तीक्ष्णाग्नि :- आपके द्वारा खाया पिया खाना चाहें वह सुपाच्य/लघु हो या फिर गरिष्ठ हो किन्तु उसके पाचन में बहुत कम समय में आसानी से उसका पाचन हो जाता हो | ऐसी स्थिति भी लम्बे समय तक बनी रहे वो भी हमारे शरीर के लिए लाभदायक नही रहती है | आयुर्वेद में इसे भश्मक रोग के नाम से जाना जाता है | जठराग्नि के प्रभाव जानने के लिए लिंक पर क्लिक करे – https://youtu.be/qa77SMARTEs

इन सबका सम्बन्ध कही ना कही हमारे लीवर से होता है | जिसका कारण भी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से हमारी अग्निया ही होती है | क्योकि जो खाना खाने के बाद नही पचता है वो हमारे पेट में सडन पैदा कर देता है | जिससे अनेको प्रकार की असामान्याव्स्थाये हमारे शरीर में पैदा हो जाती है जिनके कारण ही अग्निया विषम हो जाती है | और आगे चलकर ये विषम हुई अग्निया ही अनेको रोगों का कारण बनती है |

खाया पिया नही लगने व दुबलापन दूर करने के घरेलू उपाय

यदि आपके द्वारा लिए गये आहार के अनुरूप आपके शरीर में उर्जा की कमी बनी रहती है और आपके द्वारा अनेको प्रयत्न करने के बावजूद भी आपका वजन नही बढ़ रहा है तो ऐसी समस्या से निज़ात पाने के लिए आज आपको बता रहे है कुछ आसन से घरेलू उपाय :-

1. अश्वगंधा :- यदि अच्छी डाइट लेने के बाद भी आपका दुबलापन दूर नही हो रहा है तो आपको अश्वगंधा चूर्ण में मुलेठी का चूर्ण मिलाकर रोज सुबह शाम दूध के साथ सेवन करने से आपकी धातुओ की पुष्ठी होकर आपके द्वारा लिया जाने वाला खाना आपके शरीर को पुष्ट करने में मददगार साबित होगा |

2. असालिया का सेवन दिलाये दुबलापन से छुटकारा :- असालिया अर्थात हालू का सेवन कालिमुसली व अश्वगंधा के चूर्ण के साथ मिलाकर रोज सुबह शाम दूध के साथ सेवन करे | वजन के साथ साथ आपकी लम्बाई बढ़ाने में भी उपयोगी साबित होगा |

3. दूध भगाए दुबलापन :- दूध का सेवन शहद डालकर रोज रात को सोते समय करने से धातुओ को पोषण मिलता है जिससे आपको दुबलेपन से छुटकारा मिल जायेगा |

4. मुलेठी खाए दुबलापन भगाए :- मुलेठी हमारे पाचक रस का निर्माण करने में अहम भूमिका निभाती है जिसके सेवन से हमारी जठराग्नि सम अवस्था में बनी रहती है और खाया पिया सब का अच्छे से हमारे शरीर के निर्माण में काम आटा है |

5. पुनर्नवा खाए रोग भगाए :- पुनर्नवा का सेवन हमारे लीवर को स्वस्थ रखने में अहम रोल अदा करता है जैसा की आप जानते ही हो खाने के पाचन में लीवर का बहुत बड़ा रोल होता है | यदि लीवर हार्मोन्स का उत्सर्जन सुचारू रूप से करेगा तो निश्चित ही हमारे द्वारा खाया पिया हमारे शरीर के लिए गुणकारी साबित होगा |

6. मोषमी के रस का सेवन विटामिन सी की पूर्ति करने वाला होता है | रोज सुबह शाम एक एक गिलास मोषमी के जूस का सेवन नियमित करने से भी दुबलेपन से छुटकारा मिल सकता है |

खाना खाते समय की मनोदशा का पाचन पर प्रभाव

ये कहावत तो आपने  अनेको बार सुनी ही होगी “जैसा खाए अन्न वैसा बने मन” अर्थात भोजन ग्रहण करते समय आपकी मनोदशा क्या रहती है उसका सीधा प्रभाव उसके पाचन व् उसके गुणों पर पड़ता है |

ऋणात्मक भाव :- आपका खाना अत्यंत स्वादिष्ट और पोषक भी है किन्तु आपके द्वारा खाना खाते समय यदि आपके मन में ऋणात्मक भाव चल रहे होते है तो निश्चित ही उस खाने के गुणों की प्राप्ति से आप वंचित ही रहोगे और वो खाना आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी नही बल्कि हानिकारक साबित होगा |

सकारात्मक भाव या धनात्मक भाव :- वहीं दूसरी और आपका खाना भी कम पोष्टिक है किन्तु भोजन करते समय आपके मनो भाव अच्छे और प्रसन्नता युक्त है त्यों वो खाया हुआ खाना भी आपके लिए अमृत के समान कार्य करेगा |

इस लिए हमे इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए के जब भी  हम खाना खाते है उस समय हमारी मनोदशा सकारात्मक बनाये रखने की कोशिश होनी चाहिए |

खाया पिया खाना नही लगने की आयुर्वेद चिकित्सा

जब आपको आपके द्वारा लिए गये पोष्टिक  आहार का असर आपके शरीर पर नजर नही आता है तो अपने नजदीकी आयुर्वेद चिकित्सक से सलाह लेकर चिकित्सा लेनी चाहिए |

  • आरोग्यवर्धिनी वटी
  • अग्निसंदीपन चूर्ण
  • सारस्वतारिष्ट
  • अश्वगंधारिष्ट
  • पुनर्नवासव
  • दशमूलारिष्ट
  • द्राक्षासव
  • द्राक्षावलेह
  • अशवगन्धा पाक
  • बादाम पाक
  • कौंच पाक
  • मूशलीपाक
  • मोती पिष्टी
  • प्रवाल पिष्टी
  • कुकुटान्ड़त्वक भस्म
  • सिद्ध मकरध्वज रस

आदि आयुर्वेद औषधियों के सेवन से आपकी समस्या का समाधान होकर आपका वजन बढने लगेगा |

विशेष :- किसी भी आयुर्वेद औषधि का सेवन चिकित्सक के परामर्श के बाद ही करे अन्यथा हानि हो सकती है |

यदि आपको लेख पसंद आया हो तो कमेन्ट करके बताये |

धन्यवाद !

Dr Ramhari Meena

Founder & CEO - Shri Dayal Natural Spine Care. Chairmen - Divya Dayal Foundation (Trust) Founder & CEO - DrFindu Wellness

Written by

Dr Ramhari Meena

Founder & CEO - Shri Dayal Natural Spine Care. Chairmen - Divya Dayal Foundation (Trust) Founder & CEO - DrFindu Wellness

2 Comments
  • Rajendra Kumar Meena Reply
    January 14, 2020

    Ak dam right h sir ji

  • Mani Reply
    January 14, 2020

    Thanks for this information sir

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