स्लिप डिस्क क्या है ? What is Slip Disc ?
Slip Disc Ka Ramban Ilaaj :सबसे पहले स्लिप डिस्क का रामबाण इलाज के बारे में सामान्य जानकारी जान लेने से आगे आप स्लिप डिस्क के बारे में अच्छे से जान पाओगे की किस तरह से आयुर्वेद औषधियों, पंचकर्म चिकित्सा, योगिक विधियों व प्राकृतिक तरीको से बड़ी ही आसानी से स्लिप डिस्क का रामबाण इलाज संभव हो पाता है |
आगे इस आर्टिकल में हम आपको बतायेंगे की बड़ी ही आसानी से स्लिप डिस्क का रामबाण इलाज होता है साथ ही बहुत ही कम समय में जिससे जिन लोगो को slip disc in hindi हुआ है वो इसके दर्द से भली भांति परिचित है कितना दुःख दायी दर्द होता है | हमारे यहा ठीक होने वाले रोगियों का अनुभव जानने के बाद पता चलता है की स्लिप डिस्क में कितना गन्दा दर्द होता है | आगे जानोगे स्लिप डिस्क के लक्षण, रामबाण आयुर्वेदिक इलाज, सावधानिया आदि के बारे में विस्तार से –
Slip Disc symptoms in hindi
सभी जीव जन्तुओ के शरीर का संतुलन बनाये रखने में स्पाइन का अहम रोल होता है | स्पाइन में वर्टिब्रा होती है जो की बहुत ही सॉफ्ट डिस्क के द्वारा एक दुसरे से जुडी हुई होती है | ये छोटी-छोटी वर्टिब्रा गद्दीदार, लचीली गाड़े द्रव्य युक्त जैली शरीर के मूवमेंट के लिए सहायक होती है | इनमे किसी भी प्रकार का व्यवधान होने पर वर्टिब्रा थोडा आगे पीछे की और से जैली नुमा डिस्क पर अतिरिक्त प्रेशर लगाने के कारण उसमे असामन्यता उत्पन्न हो जाती है इससे होने वाले लक्ष्ण आगे बता रहे है –
स्लिप डिस्क के लक्षण
- कमर के हिस्से में हमेशा भारीपन का अहसास बना रहना |
- कमर में बिना किसी अधिक शारीरिक श्रम के भी जकड़न बना रहना |
- कुछ शारीरिक गतिविधियों से दर्द का असहनीय रूप से बढ़ जाना |
- थोडा पैदल चलने पर ही दर्द का अचानक से बढ़ जाना |
- कमर की मांसपेशियों का कमजोर महसूस होना |
- कभी कभी अचानक दर्द के साथ जलन या सूनापन, या झुनझुनाहट होना |
- समस्या के अधिक बढ़ जाने पर सुई चुभने जैसा अनुभव होना जो अत्यंत दुःखदायी अहसास होता है |
स्लिप डिस्क का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज Slip Disc Ka Rambaan Ilaaj hindi
लक्षण जानने के बाद अब जानेंगे स्लिप डिस्क का रामबाण इलाज (Slip Disc Ka Rambaan Ilaaj) आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति द्वारा – जैसा की आपको पहले भी बताया था की हमारे द्वारा पिछले 8 वर्षो से लगातार स्लिप डिस्क के गंभीर रोगियों जिनको आधुनिक चिकित्सा में सर्जरी बता दिया था | किन्तु हमारे पास मात्र 15-20 दिन की आयुर्वेद चिकित्सा लेने के बाद रोगी पूरी तरह से ठीक होके जा रहे है |
इस बहुत ही दुःख देने वाली समस्या में आयुर्वेद चिकित्सा में वात दोष को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा की जाती है जिसमे वात के अलग-अलग भेदों की पहचान करके उनकी चिकित्सा की जाती है | आपको बता दे की यदि रोगी व्यक्ति के शरीर में प्रकुपित हुए वात दोष के प्रकार की पहचान ठीक तरह से कर ली जाये तो इसका ट्रीटमेंट बहुत ही आसानी से हो जाता है | क्यूंकि किसी रोगी में वात के साथ पित्त दोष की प्रधानता होती है तो किसी रोगी में कफ दोष की प्रधानता रहती है ऐसे में उपस्थित दोषों को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा देने पर स्लिप डिस्क अल्प समय में ही ठीक हो जाता है | आयुर्वेद में स्लिप डिस्क का रामबाण इलाज के रूप में महायोगराज गुग्गुल,लाक्षादी गुग्गुल, जॉइंट स्टैमिना कैप्सूल, वातकुलान्तक, सूतशेखर रस, अश्वगंधा चूर्ण, महाराष्नादी काढ़ा, दशमूल काढ़ा,आदि का एक सही मात्रा में चयन करके रोगी को उचित अनुपन के साथ दिया जाये तो अतिशीघ लाभ होता है |
स्लिप डिस्क में रखी जाने वाली सावधानिया
- जिन लोगो को स्लिप डिस्क हो चूका है या फिर आपको लगता है की उपर जो लक्षण बताये है उनमे से आपको मैच कर रहे है तो जो सावधानिय बताने जा रहे है उनका विशेष रूप से अनुसरण करे जिससे आपकी समस्या अधिक विकराल रूप धारण नहीं करेगी |
- वात दोष को प्रकुपित करने वाले खाध्य पदार्थो के सेवन से बचना चाहिए |
- रुखा-सूखा भोजन वात दोष को बढ़ाता है ऐसे में घी का खूब सेवन करे | घी का सेवन वो ही इन्सान कर सकता है जो अपनी शारीरिक बल से आधा व्यायाम नियमित रूप से करता है अन्यथा घी का सेवन कम मात्रा में करे |
- खाने के समय का विशेष ध्यान रखे | क्यूंकि काल भोजनम् का विशेष महत्व होता है | ध्यान रहे खाने में बहुत अधिक गेप होने से वात अधिक प्रकुपित होता है |
- तलाभुना खाना खाने से बचना चाहिए |
- बेसन, मैदा से निर्मित पकवानों को त्याग करने से आपको लाभ होगा |
- यदि आपका दैनिक कार्य कुर्सी पर अधिक समय व्यतीत करने का है तो आपको अपनी कमर को सपोर्ट देने के लिए कुछ पिलो का सहारा लेना उचित रहेगा |
- सोते समय करवट के दौरान उपर वाले घुटने के नीचे तकिये का सहारा लेना समझदारी होगी |
- लेटते और उठते समय हाथो का सहारा लेके ही उठे बैठे जिससे आपकी स्पाइन पर अधिक प्रेशर ना पड़े |
- विशेष ध्यान रखने योग्य बात की आपको यदि स्पाइन सम्बन्धी कोई भी समस्या हो तो आपको शुक्र की रक्षा करनी चाहिए | क्यूंकि स्पाइन सम्बन्धी किसी भी प्रकार की समस्या होने पर शारीरिक बल का क्षय होने लगता है ऐसे में यदि आप सम्भोग करते हो तो आपकी स्पाइन पर अतिरिक्त दबाव पड़ने से आपकी स्लिप डिस्क की समस्या अधिक बढ़ जाएगी |
स्लिप डिस्क में क्या खाए Slip disc m kya khaye ?
आगे आपको बतायेंगे की स्लिप डिस्क रोगियों को क्या खाना चाहिए जिससे उनको रोग में राहत मिल सके –
ऐसे रोगियों को गरिष्ट खाने से बचना चाहिए | साथ ही खट्टापन वाले खाने से बचना चाहिए क्यूंकि खटाई वात को अधिक प्रकुपित करती है | तोरई, लोकी, पालक, टिंडे, करेले, कद्दू अंगूर, पपीता, गैस नही बनती है तो सेव, ताजे फल व सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करे |
स्लिप डिस्क में क्या नहीं खाना चाहिए
किसी भी प्रकार के पकवान के सेवन से बचना चाहिए |
यदि आप दिन में अधिक भोजन करते हो तो कम सेवन करे | खटाई का सेवन बिलकुल ना करे | दाल के सेवन से बचना चाहिए | आचार को पूरी तरह से त्याग देने में ही स्लिप डिस्क रोगी की भलाई होती है |
सवाल- जवाब (FAQs)
क्या स्लिप डिस्क पूरी तरह ठीक हो सकता है ?
जी हां ! स्लिप डिस्क के हजारो रोगियों को ठीक करने के बाद हम पूरी तरह से ये कह सकते है की स्लिप डिस्क बिना ऑपरेशन के पूरी तरह बहुत ही कम समय में ठीक हो जाती है |
क्या स्लिप डिस्क का ऑपरेशन ही एकमात्र इलाज है ?
जी नहीं, ! ऐसा बिल्कुल भी नहीं है आयुर्वेद, पंचकर्म, प्राकृतिक इलाज की सहायता से बिना ऑपरेशन के भी पूरी तरह से ठीक हो जाता है |
योग से स्लिप डिस्क में आराम मिलता है ?
जी हां ! योगासनों की सहायता से स्पाइन का फ्लेक्सिबल पॉवर बना रहता है जिसके कारण स्लिप डिस्क के दर्द में आराम मिलता है | किन्तु ध्यान रहे योगासनों का अभ्यास नियमित होने पर ही लाभ होगा अन्यथा आप सोचते है कुछ दिन करने के बाद छोड़ दिया जाये ऐसा करने से आपको कुछ दिन ही आराम मिल सकता है |
स्लिप डिस्क का रामबाण इलाज आयुर्वेद में संभव है ?
जी हां ! बिल्कुल आयुर्वेद में स्लिप डिस्क का रामबाण इलाज संभव है किन्तु ऐसा जब होगा तब आप पूरी तरह से पथ्य-अपथ्य का पालन इमानदारी के साथ करोगे |