जैसा की आप सभी जानते हो वर्तमान समय में जोड़ो का दर्द आम समस्या बन गया है ऐसे में न केवल बुजुर्ग ही बल्कि युवाओ की भी बड़ी समस्या बनता जा रहा है जॉइंट पेन |
ऐसे में सबसे पहले ये जान लेना अत्यंत आवश्यक हो जाता है की जॉइंट पेन /जोड़ो का दर्द के क्या कारण है इसके लक्षण क्या है जिनको समय रहते पहचान कर इस समस्या को बढने से शुरूआती समय में ही रोका जा सके | आगे बात करेंगे जोड़ो के दर्द के कारण, घरेलू उपाय, आयुर्वेदिक उपाय आदि के बारे में –
जॉइंट पेन के कारण
जॉइंट में इन्फेक्शन होना- बहुत से रोगियों के किसी करणवश जॉइंट्स में इन्फेक्शन हो जाता है | इन्फेक्शन के लम्बे समय तक बने रहने के बाद धीरे धीरे जोड़ो का दर्द बढ़ कर असहनीय होने लग जाता है |
आर्थराइटिस – फ़्लोराइड युक्त पानी, गलत रहन सहन और खानपान के चलते वात प्रकुपित हो जाता है | प्रकुपित हुए वात के चलते यूरिक एसिड बढने लग जाता है | जब यूरिक एसिड अधिक बढ़ जाता है तो जोड़ो की लचक कम होने लगती है | साथ ही जोड़ो की जकडन अधिक बढने लगती है जिससे जोड़ो में तेज दर्द होने के साथ साथ घुमाने में भी तकलीफ़ होने लगती है |
मोच लगना – जब किसी कारण वश जॉइंट में चोट लग जाती है ऐसे में चोट का दर्द काफी समय तक बना रह सकता है |
जोड़ो का तरल पदार्थ का खत्म होना – एक्सरसाइज की कमी के चलते जोड़ो का तरल पदार्थ धीरे-धीरे सूखने लगता है | और जब जोड़ो में उपस्थित तरल पदार्थ सूखता है तो जोड़ो को घुमाने में बड़ी तकलीफ़ होने लगती है |
जोड़ो का दर्द / जॉइंट पेन के लक्षण
बिना किसी अधिक शारीरिक परिश्रम के जोड़ो में लगातार दर्द का बना रहना सबसे कॉमन लक्षण होता है | साथ ही किसी अन्य बीमारी के चलते जोड़ो में दर्द हो सकता है |
जॉइंट पेन जोड़ो का दर्द का इलाज कैसे करे
घरेलू उपाय
आयुर्वेद औषधियों द्वारा जोड़ो का दर्द का इलाज
थेरेपी द्वारा जॉइंट पेन का इलाज
योगासन द्वारा जोड़ो के दर्द का इलाज
प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा जोड़ो के दर्द का इलाज
जोड़ो का दर्द के घरेलू उपाय jodo ka drd ke ghrelu upay
इस आर्टिकल में अब हम बात करेंगे जॉइंट पेन का घरेलू उपाय जिनका सेवन करके जोड़ो में होने वाले दर्द से राहत दिलाने में अत्यंत लाभदायक परिणाम देखे गये है |
एरंड मींगी से जॉइंट पेन का घरेलू उपाय
सामान्य रूप से होने वाले जोड़ो के दर्द के लिए 250 मिली लीटर गाय के दूध में 250 मिली पानी मिलाकर 20 ग्राम एरंड बीज मींगी डालकर अच्छे से उबाले | जब तक कि पूरा पानी जल जाये और दुध शेष रह जाने पर छानकर रख ले | जब यह पूरी तरह से ठंडा हो जाए तब इसमे शहद 10 मिग्रा मिलाकर नियमित रूप से चुस्की लेकर सुबह शाम खाली पेट पिने से जॉइंट में होने वाले दर्द में अल्प समय में ही आराम मिलने लगता है |
2. 100 ग्राम छोटी हरड को 20 ग्राम एरंड स्नेह में भून कर रात को सोते समय 5 ग्राम की मात्रा दुध से लेवे |
अश्वगंधा से करे जोड़ो का दर्द का घरेलू उपाय
इस घरेलू उपाय में आयुर्वेद की जॉइंट पेन में काम में ली जाने वाली महत्वपूर्ण औषधियों के बारे में बतायेंगे जिसका सेवन करके आप अपने जॉइंट्स में होने वाले दर्द से राहत पा सकते हो –
सामग्री :-
हरिद्रा – 50 ग्राम
अश्वगंधा – 100 ग्राम
शतावरी – 100 ग्राम
सहन्जन बीज – 100 ग्राम
हरमल – 100 ग्राम
सुरंजान – 100 ग्राम
कुरण्ड – 50 ग्राम
सौंठ – 50 ग्राम
उपर दी हुई सभी औषधियों को दी गयी मात्रा में लेकर मिला ले | मिलाये हुए पाउडर को रोज सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करने से बहुत कम समय में ही जोड़ो का दर्द ठीक होने लगता है |
आयुर्वेदिक मेडिसिन फॉर जॉइंट पेन Ayurved medicine for joint pain in hindi
आयुर्वेद शास्त्रों में जोड़ो के दर्द को वात प्रकुपित रोगों में गिना जाता है | आयुर्वेद शास्त्रों में वात से होने वाले रोगों की संख्या लगभग 85 मानी गयी है | ऐसे में आयुर्वेद शास्त्रों में अलग-अलग प्रकार के लिए अलग अलग औषधियों को निर्देशित किया गया है |
- वातागजान्कुश रस –
- लक्ष्मीविलास रस –
- एकांगवीर रस –
- योगराज गुग्गुल
- त्र्योद्सांग गुग्गुल-
- त्रिफला गुग्गुल –
- जॉइंट स्टैमिना कैप्सूल –
- अजमोदादी चूर्ण –
- अश्वगंधारिष्ट –
- गोदंती भस्म –
- कुक्कुटांडत्वक भस्म –
- प्रवाल भस्म –
- शिलाजित्वादी वटी –
किस विटामिन की कमी से जोड़ो में दर्द होता है
वैसे तो जोड़ो में होने वाले दर्द के लिए सभी विटामिन्स की कमी होने पर होता है किन्तु मुख्य रूप से विटामिन बी 12 और विटामिन डी की कमी के चलते जॉइंट पेन होता है | जबकि यदि इसके लिए किसी विटामिन को जिम्मेदार माने तो इसके लिए ओस्टियोकेल्सिक्विन जिम्मेदार होता है |
पतंजली जॉइंट पेन मेडिसिन
जॉइंट पेन से सम्बंधित पूछे जाने वाले सवाल
क्या जोड़ो में होने वाले दर्द को कैसे कम किया जा सकता है?
जी, बिल्कुल जोड़ो में होने वाले दर्द को आयुर्वेद, पंचकर्म, प्राकृतिक चिकित्सा और घरेलू उपायों के द्वारा आसानी से कम किया जा सकता है | साथ ही आयुर्वेद प्राकृतिक चिकित्सक की देखरेख में सम्पूर्ण उपचार लेने के बाद जोड़ो के दर्द से निज़ात भी मिल जाता है |
जोड़ो का दर्द किन-किन बीमारियों का संकेत हो सकता है ?
जोड़ो का दर्द अनेको बीमारियों का संकेत जैसे थाइरोइड, वजन का अधिक होना, रक्तचाप, शुगर, तनाव आदि|
जोड़ो का दर्द किस कारण होता है ?
जोड़ो का दर्द असंयमित दिनचर्या, गलत खाने का चयन, वजन का अधिक होना, फ्लोराइड युक्त पानी का अधिक समय तक सेवन, व्यायाम की कमी आदि कारण हो सकते है |
क्या जोड़ो के दर्द का पूर्णत: इलाज संभव है ?
बहुत से लोगो के भ्रान्ति रहती है की जोड़ो का दर्द पूरी तरह से ठीक नही हो सकता है ऐसे लोगो को कहना चाहूँगा की जयपुर में स्थित श्री दयाल नैचुरल स्पाइन केयर संस्था में खासतौर पर जोड़ो के दर्द का आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों द्वारा कम सायं में जोड़ो के दर्द का पूर्णत इलाज किया जाता है |
जोड़ो के दर्द में भोजन सम्बन्धी क्या सावधानी रखनी चाहिए?
यदि आपको जोड़ो के दर्द की समस्या रहती है तो आपको अपनी डाइट पर सबसे अधिक ध्यान देने की जरूरत है | अपनी डाइट में हल्के और सुपाच्च्य भोजन को शामिल करना है साथ ही दाल का सेवन कम करे |
निदेशक श्री दयाल नैचुरल स्पाइन केयर जयपुर