आनंदभैरव रस के फायदे: यह एक प्राचीन क्लासिकल आयुर्वेदिक दवा है, जो टेबलेट फॉर्म में बाजार में उपलब्ध हो जाती है। आनंद भैरव रस सभी प्रकार के बुखार और जीर्ण ज्वर को ख़त्म करने में सक्षम आयुर्वेदिक दवा है । इस रस का मुख्य उद्देश्य मलेरिया, टाइफाइड, इन्फ्लुएंजा आदि बीमारियों को दूर करना है। यह बुखार के साथ-साथ पाचन तंत्र की समस्याओं जैसे कि अजीर्ण, अपच, और मंद पाचक अग्नि को भी ठीक करने में सहायक होता है, और वात और कफ को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।
इस आयुर्वेदिक दवा का नियमित सेवन करने से खांसी में राहत मिलती है । एक आयुर्वेदिक चिकित्सक की माने तो आनंदभैरव रस के फायदे तो बहुत होते हैं परन्तु एक चिकित्सक की गाइडलाइन में ही इसका इस्तेमाल होना होता है । आज के इस पोस्ट में आप आनंदभैरव रस के फायदे, घटक, खुराक और नुकसान के बारे में जानेंगे ।
आनंदभैरव रस क्या होता है ? (What is Anandbhairav Ras in Hindi)
जैसा की आपको पहले भी बताया है कि यह एक आयुर्वेदिक की प्राकृतिक औषधि है जो प्राचीन समय से ही बनाई जाती है । यह पुरातन क्लासिकल मेडिसिन है जो टेबलेट यानि की गोली के रूप में आपको मिलती है । इस गोली के इस्तेमाल से बुखार, मलेरिया, टाइफाइड, वायरस संक्रमण और पाचन के रोगों में काम करती है । इसके सेवन से जुकाम और खांसी भी ठीक हो जाती है । यह खनिज और जड़ी – बूटियों से सम्मिलित आयुर्वेदिक औषधिय उपचार है जिसे सेवन से पूर्व चिकित्सक परामर्श आवश्यक है ।
आनंदभैरव रस के घटक (Ingredients of Anand Bhairav Ras in Hindi)
संख्या | नाम | विज्ञानिक नाम | अनुपात | उपयोग |
---|---|---|---|---|
1 | हिंगुल | Purified Cinnabar | 1 भाग | लक्षणों से त्वरित राहत |
2 | विष | Aconitum ferox | 1 भाग | ज्वरनाशक क्रिया |
3 | टकण | Borax | 1 भाग | श्वसन तंत्र में लाभकारी प्रभाव |
4 | पिप्पली | Piper Longum | 1 भाग | वायुविहीनता नाशक |
5 | मरिच | Piper Nigrum | 1 भाग | वायुविहीनता नाशक |
6 | सोंन्ठी | Zingiber officinalis | 1 भाग | वायुविहीनता नाशक |
7 | गंधक | Purified Sulphur | 1 भाग | श्वसन रोगों पर लाभकारी प्रभाव |
8. | जम्बिरी निम्बू | Lemon Juice | आवश्यकता अनुसार | भावनार्थ |
गुण – कर्म
दोष – यह औषधि वात, पित्त, कफ प्रधान बीमारियों के इलाज के लिए उपयोग की जाती है।
दुष्य – रस धातु को प्रभावित करने वाली बीमारियों में उपयुक्त – जैसे कि बुखार, पाचन संक्रमण।
रोग प्रभाव – अभ्यंतर रोग मार्ग को प्रभावित करने वाली बीमारियों में उपयुक्त – जैसे कि श्वसन तंत्र और पाचन तंत्र से संबंधित बीमारियाँ।
आनंदभैरव रस के फायदे | Benefits of Anand Bhairav Ras in Hindi
>आनंद भैरव रस एक प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि है जो विभिन्न प्रकार के बुखार के उपचार में प्रयुक्त होती है। यह औषधि शरीर के वात, पित्त, और कफ दोष को संतुलित करने में सहायक होती है, जिससे शरीर की संतुलन और स्वास्थ्य की देखभाल होती है।
>आनंद भैरव रस का उपयोग विभिन्न प्रकार के बुखारों में किया जाता है, जैसे कि असंक्रमित और वायरल बुखार, जिनमें इसका प्रयोग बहुत प्रभावी होता है। इसके अंतिपाइरेटिक गुण तीव्र और अव्याधिक बुखार दोनों के इलाज में सहायक होते हैं।
>यह औषधि अच्छी तरह से पाचन तंत्र को संरक्षित रखने में मदद करती है और डायरिया जैसी पाचन संबंधित समस्याओं से जुड़े बुखार के इलाज में भी सहायक साबित होती है।
>इसका उपयोग श्वसन तंत्र और कफ संबंधित बीमारियों में भी किया जाता है, जैसे कि खांसी और श्वसन की समस्याएँ। यह श्वसन प्रणाली को स्वस्थ रखने में मदद करती है और श्वसन की परिश्रम में सुधार प्रदान करती है।
>इसके अलावा, आनंद भैरव रस का मिर्गी (अपस्मार) के उपचार में भी प्रयोग किया जाता है। यह मिर्गी के रोगी को शांति और स्वास्थ्य प्रदान करने में मदद करता है।
>इसके अतिरिक्त, यह मधुमेह (डायबिटीज) और अजीर्ण जैसी समस्याओं के इलाज में भी सहायक होती है। यह पाचन संक्रमण को दूर करने में मदद करती है और पाचन प्रक्रिया को सुधारती है।
>आनंद भैरव रस का उपयोग आयुर्वेदिक वैद्यों की सलाह और मार्गदर्शन के बिना न करें। इसका सही और योग्य रूप से उपयोग करने से ही इसके सभी लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।
आनंदभैरव रस के चिकित्सकीय उपयोग (Anand bhairav Ras Uses in Hindi)
ज्वर – बुखार कास – खांसी स्वास – श्वसन में कठिनाई अतिसार – डायरिया ग्रहणि – इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम, स्प्रू अपस्मार – मिर्गी (इपिलेप्सी) प्रमेह – मधुमेह (डायबिटीज) अजीर्ण, वह्निमंद्यम – पाचन संक्रमण आदि रोगों में इसका चिकित्सकीय उपयोग किया जाता है ।