icon

Getting all of the Ayurveda Knowledge from our Ayurvedic blog.

We are 5 year old website in Ayurveda sector. Providing you regular new article on Ayurveda. You can get Herbs, Medicine, Yoga, Panchkarma details here.

+91 9887282692

A 25 Flat 4, Shantinagar, Durgapura, Jaipur Pin code - 342018

नपुंसकता

नपुंसकता के कारण लक्षण और उपचार | Erectile Dysfunction symptoms Causes and Treatments

नपुंसकता: आज के समय पर हम लोगों का लाइफस्टाइल इतना ज्यादा बदल गया है कि हमारे पास खुद के लिए भी समय नहीं होता, जिसके कारण हमे जब जो मिलता है हम वो खा लेते है जब समय मिलता है सो जाते है हमारे पास अपने पर्सनल काम करने के लिए भी एक निश्चित समय नहीं होता है  जिसके कारण आज के समय पर हम इस तरह की समस्याओं का शिकार हो जाते है।

नपुंसकता

लेकिन आज हम नपुंसकता के बारे में बात कर रहे है तो चलिए आज हम आपको विस्तार से बताते है कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन क्या होती है इसके क्या कारण होते है साथ ही साथ हम इसके लक्षण के बारे में भी बात करेंगे।

क्या होता है इरेक्टाइल डिसफंक्शन (नपुंसकता) ?

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन जिसे हम लोग बोलचाल की भाषा में नपुंसकता कहते है। ये शब्द इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या फिर नपुंसकता उन पुरुषों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जिन्हें सेक्स के दौरान या यौन संबंध के दौरान इरेक्शन या तो बिलकुल नहीं होता या फिर अगर होता भी है तो वे इरेक्शन को बरकरार नहीं रख पाते और वह कुछ सेकंड में ही खत्म हो जाता है। ऐसे तो नपुंसकता / इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या किसी भी पुरुष को कभी भी और किसी भी उम्र में हो सकती है लेकिन आमतौर पर देखा जाता है कि यह समस्या अक्सर पुरुषों को 40 साल से अधिक की उम्र में होती है।

जब भी कोई पुरुष सेक्शुअली उत्तेजित हो जाता है तो उसे इरेक्शन महसूस होता है और उसका दिमाग उसके प्राइवेट पार्ट की नसों को वहां खून का प्रवाह बढ़ाने का सिगनल भेजता है। जिसे हम इरेक्शन कहते हैं। लेकिन अगर सेक्शुअली उत्तेजित होने के बाद भी पेनिट्रेशन के लिए इरेक्शन न हो पाए या फिर कहे दोनों पार्टनर सेक्शुअली असंतुष्ट रह जाएं तो इस समस्या को नपुंसकता / इरेक्टाइल डिस्फंक्शन कहा जाता है। आपको बता दें कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन यानी की नपुंसकता मुख्य रूप से दो तरह की होती है पहली शॉर्ट टर्म और दूसरी लॉर्ग टर्म।

ये बात तो हम आपको बता ही चुके है कि जो पुरुष नपुंसकता / इरेक्टाइल डिसफंक्शन से पीड़ित होते है उन्हें सेक्स के दौरान या यौन संबंध बनाने के लिए इरेक्शन प्राप्त करने या बनाए रखने में परेशानी होती है। एक रिपोर्ट के अनुसार हमारे देश में 30 मिलियन से अधिक पुरुष इस समस्या से प्रभावित है। अगर किसी पुरुष को यह समस्या कभी कभी होती है तो वो कोई चिंता का विषय नहीं है। लेकिन अगर किसी पुरुष को यह समस्या नियमित रूप से होती है तो यह एक सामान्य समस्या नहीं है, यह एक चिंता का विषय है। कई बार कई लोगों को इसके कारण तनाव पैदा हो जाता है लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसका इलाज किया जा सकता है।

इस समस्या से पीड़ित पुरुषों में से कुछ तो पूरी तरह से इरेक्शन प्राप्त नहीं कर पाते और कुछ को तो थोड़े समय से अधिक समय तक इरेक्शन बनाए रखने में परेशानी होती है। जिसके कारण उनका आत्मविश्वास कम होने है और दो लोगों के रिश्ते में समस्याओं को पैदा कर सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार वृद्ध पुरुषों में नपुंसकता ( इरेक्टाइल डिसफंक्शन ) ज्यादा होता है लेकिन आज के समय पर यह बड़ी संख्या में युवा पुरुषों को भी प्रभावित कर रहा है।

आपको बता दें कि कामोत्तेजना के दौरान नसों द्वारा ऐसे रसायन छोड़े जाते हैं जो लिंग में रक्त के प्रवाह को बढ़ाते हैं। शिश्न में रक्त दो इरेक्शन कक्षों में प्रवाहित होता है, जो स्पंजी मांसपेशी ऊतक यानी की कॉर्पस कैवर्नोसम से बनते है।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लक्षण

वैसे तो ( नपुंसकता ) इरेक्टाइल डिसफंक्शन के कुछ खास लक्षण नहीं होते है लेकिन कुछ लक्षण ऐसे भीं हैं जिनसे आप इस समस्या का पता लगा सकते हैं। तो आज हम आपको इन लक्षणों के बारे में विस्तार से बताते है।

1. लम्बे समय तक आलस और कमज़ोरी महसूस करना (Prolonged lethargy and weakness): जो भी पुरुष इस समस्या से पीड़ित होते है उनके शरीर में ज्यादा समय तक आलस और कमजोरी बनी रहती है।

2. लिंग का अधिक समय तक टाइट ना होना (Non-tightening of the penis for a long time): नपुंसकता इरेक्टाइल डिसफंक्शन से पीड़ित पुरुष जब भी सेक्स करने के लिए तैयार होते है तो वह बहुत ज्यादा  उत्तेजित होने के बाद भी अपने लिंग को अधिक समय तक टाइट नहीं रख पाते है और उनका लिंग कुछ ही समय में ढीला होने लगता है।

3. कम यौन इच्छा होना (Low Sexual Desire): जो भी पुरुष नपुंसकता/ इरेक्टाइल डिसफंक्शन से पीड़ित होते है उनमे यौन इच्छा बहुत कम होती है। जिसके कारण पुरुषों को यौन संबंध बनाने का कम ही मन होता है और यह उनके रिश्ते को खराब करने का एक कारण भी हो सकता है।

4. इरेक्शन बनाए रखने में परेशानी (Trouble Maintaining an Erection): नपुंसकता से पीड़ित पुरुष में अगर लिंग स्तंभन मिलता भी है, तो भी वह उससे ज्यादा लंबे समय तक बनाए रखने में सक्षम नहीं होते है।

5. स्पर्म निकलने में समस्या होना (Having Problems to Ejaculating): नपुंसकता / इरेक्टाइल डिसफंक्शन से पीड़ित पुरुष में सेक्स करने के दौरान उत्तेजना बढ़ने पर भी स्पर्म निकलने में समस्या आती है।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन (नपुंसकता) के कारण

तनाव लेना (Take Stress): जब किसी भी व्यक्ति पर घर और अपने काम की बहुत ज्यादा जिम्मेदारियां होती है तो हर समय उसका मूड अच्छा नही रहता है। वो तनाव आपके लिंग सहित आपके शरीर के कई अलग-अलग हिस्सों पर अपना असर डाल सकता है। आपको तनाव से निपटना होगा और विश्राम को बढ़ावा देना होगा जैसे कि नियमित रूप से व्यायाम करना, पर्याप्त नींद लेना।

चिंता करना: आज के समय पर बहुत सारे पुरुषों को नपुंसकता / इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या होती है। लेकिन वो इसके बारे में किसी से बात नहीं करते और न ही डॉक्टर से इसके बारे में बात करते है जिसके कारण कई बार वो चिंता या फिर कहे डिप्रेसन का शिकार हो जाते है। उन्हें हमेशा ये चिंता रहती है कि वो बिस्तर पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएगा। उनकी ये चिंता उनके इस काम को और कठिन बना सकता है। अगर आप अपनी वर्क लाइफ की सारी  चिंताओं को अपने बैडरूम में लाते है तो वो सभी चिंताएं आपको भयभीत कर सकती हैं और आपके यौन जीवन और आपके पार्टनर के साथ आपके रिश्ते को बिगड़ सकता है।

कुछ दवाएं: अगर कोई इरेक्टाइल डिसफंक्शन / नपुंसकता की समस्या से पीड़ित होता है तो उसका कारण उसके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली दवाइयां भी हो सकता है। अगर आप में से कोई भी किसी भी तरह की दवाओं का सेवन कर रहे ही तो वह दवा आपके प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती है। सामान्य दवाओं की एक लंबी सूची इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण बन सकता है। जिसमे दर्द की दवाएं, रक्तचाप की दवाएं और एंटीडिपेंटेंट्स आदि की दवा इसमें शामिल हैं। इस लिए कहा जाता है कि बिना अपने डॉक्टर से बात किए बिना कोई भी दवा नहीं लेनी चाहिए।

मोटापा: आपका मोटापा आपके यौन प्रदर्शन को बुरी तरह से प्रभावित करता है और साथ ही साथ आपके आत्मसम्मान को भी कम करता है। मोटे पुरुषों में और पुरुष की तुलना में हार्मोन टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होता है। जो उनमे उनकी यौन इच्छा और इरेक्शन पैदा करने के लिए महत्वपूर्ण है।

शराब और मादक द्रव्यों के सेवन: अगर आप नपुंसकता (इरेक्टाइल डिसफंक्शन) की समस्या से पीड़ित है तो आपका ड्रिंक्स अधिक मात्रा में लेने से आपके लिए इस कार्य को पूरा करना कठिन हो सकता है। अगर कोई व्यक्ति बहुत अधिक मात्रा में शराब का सेवन करता है तो शराब के सेवन से इरेक्शन में हस्तक्षेप हो सकता है। एम्फ़ैटेमिन, कोकीन और मारिजुआना जैसी स्ट्रीट ड्रग्स पुरुषों में यौन समस्याएं पैदा कर सकता हैं।

उच्च कोलेस्ट्रॉल: आपको बता दें कि आज के समय पर अक्सर लोगों में कोलेस्ट्रॉल की समस्या पाई जाती है। जिसके कारण उन्हें और भी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है अगर हम पुरुषों की बात करें तो जिन पुरुषों का कोलेस्ट्रॉल ज्यादा मात्रा में होता है। उनको इरेक्टाइल डिसफंक्शन नपुंसकता की समस्या होती है   इस लिए पुरुषों को अपना कोलेस्ट्रॉल कम करने का प्रयास करना चाहिए। उच्च कोलेस्ट्रॉल से और भी अन्य बीमारियां पैदा होती है।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन के मनोवैज्ञानिक कारण

1. पुरुषों में यौन उत्तेजना की भावनाएँ, अवसाद और चिंता जैसी स्थितियां भी उस प्रक्रिया इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण बनती हैं।

2. अगर आपके और आपके पार्टनर के बीच खराब संचार है तो यह आप दोनों के रिश्ते की समस्याएं को और अधिक बड़ा सकता है।  जो पुरुषों और महिलाओं दोनों में यौन रोग का कारण बन सकता हैं।

3. आज के समय पर लोगों का बदलता लाइफस्टाइल भी उनके लिए कई तरह की समस्याएं लेकर आता है। आज लोगों का नौकरी से संबंधित तनाव, पैसा और अन्य जीवन की घटनाएं इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण बनती हैं।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन ( नपुंसकता ) के शारीरिक कारण

आज के समय पर हमारे बदलते लाइफस्टाइल के कारण नपुंसकता के कई और संभावित शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कारण हो सकते है। कुछ मामलों में, इरेक्टाइल डिसफंक्शन एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति का प्रारंभिक संकेत भी हो सकते है।

1. मधुमेह (diabetes): पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन मधुमेह का संकेत हो सकता है। क्योंकि हमारे रक्त में ग्लूकोज का उच्च स्तर रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, और इरेक्शन के दौरान लिंग को रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाती हैं।

2. हृदय की समस्याएं (heart problems): आपको बता दें कि स्वस्थ परिसंचरण इरेक्शन प्राप्त करने और रखने के लिए आवश्यक होता है एथेरोस्क्लेरोसिस इरेक्टाइल डिसफंक्शन का एक संभावित कारण है।

3. थायराइड (thyroid): आपको बता दें कि आज के समय पर असामान्य रूप से उच्च या निम्न थायराइड हार्मोन स्तर आप में इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या पैदा कर सकता है आज के समय पर स्टेरॉयड का उपयोग करने वाले युवा पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन का खतरा ज्यादा होता है।

4. सर्जरी या चोटें (surgery or injuries): आपके शरीर पर लगने वाली चोटें भी आपको कई तरह की समस्याओं में डाल सकती है। जो चोट श्रोणि क्षेत्र या रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करती हैं वह सर्जरी या चोटें भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन का एक कारण हो सकती है।

5. हार्मोनल विकार (hormonal disorders): कम टेस्टोस्टेरोन भी एक हार्मोनल विकार है जो इरेक्टाइल डिसफंक्शन को बढ़ाने में योगदान कर सकते हैं। नपुंसकता का एक अन्य संभावित हार्मोनल कारण है प्रोलैक्टिन का बढ़ा हुआ उत्पादन प्रोलैक्टिन एक हार्मोन है जो पिट्यूटरी ग्रंथि पैदा करता है।

जाने इरेक्टाइल डिसफंक्शन ( नपुंसकता ) से कैसे बचें

आज के समय पर अगर किसी व्यक्ति को इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या है तो उसके लिए आज के समय पर कई तरह के उपचार उपलब्धत है। तो चलिए आज हम आपको इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या के बचने के कुछ तरीके बतायेगे।

व्यायाम (Exercise or yoga): व्यायाम हमारे लिए कितना जरूरी होता है ये तो शायद हमे आपको बताने की जरूरत नहीं है। अगर किसी व्यक्ति को इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या है तो उससे इस समस्या से झुटकारा दिलाने में व्यायाम बेहद मददगार साबित होता है। इस लिए इरेक्टाइल डिसफंक्शन से पीड़ित लोगों को व्यायाम और योग जरूर करनी चाहिए।

टेस्टोस्टेरोन थेरेपी (Testosterone Therapy): आपको बता दें कि टेस्टोस्टेरोन थेरेपी सामान्य इरेक्टाइल डिसफंक्शन को ठीक करने में मददगार होती है या फिर ये कहे की इरेक्टाइल डिसफंक्शन दवाओं के साथ संयुक्त होने पर मदद कर सकती है।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन का आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट

ये बात तो हम आपको बता ही चुके है कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या होने पर पुरुषों को सेक्स के दौरान पेनिस में इरेक्शन बनाए रखने में कठिनाई होती है। आज के समय पर यह एक तरह की आम समस्या है। विशेष रूप से यह 40 साल से अधिक उम्र के पुरुषों में पायी जाती है। ऐसे तो इसके कई उपचार है लेकिन अभी हम आपको इसके आयुर्वेदिक उपचार के बारे में बतायेगे।

जिनसेंग (Ginseng): इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को दूर करने के लिए जिनसेंग एक प्रभावी जड़ी बूटी है। इससे आयुर्वेद में आमतौर पर यौन कमजोरी को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसी लिए इससे इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को दूर करने के लिए इस्तमाल किया जाता है। नियमित रूप से जिनसेंग का औषधीय उपयोग करने से यह पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्‍या और प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है।

सफेद मूसली (White Muesli): सफेद मूसली का उपयोग भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। सफेद मूसली में यौन स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने वाले औषधीय गुण होते हैं। आयुर्वेदिक के कई अध्‍ययनों से पता चलता है‍ कि सफेद मूसली में कामाद्दीपक प्रभाव होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार किसी भी वयक्ति के लिए रोज 2 ग्राम सफेद मूसली का सेवन करना लाभदायक होता है। 

दालचीनी (Dalchini): दालचीनी को भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को दूर करने के लिए एक आयुर्वेदिक उपचार के रूप में देखा जाता है। दालचीनी एक औषधीय जड़ी बूटी है। जो एक सदाबहार पेड़ की छाल से प्राप्‍त की जाती है। आपको बता दें कि दालचीनी में कई ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो हमारे शरीर में हार्मोन को नियंत्रित करते हैं और यौन स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देते हैं।

अदरक (Ginger): जिन भी लोगों को इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या होती है वो लोग अगर अदरक का सेवन करते है तो उनके लिए ये काफी ज्यादा लाभदायक होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अदरक में ऐसे गुण होते हैं यौन उत्‍तेजना को बढ़ा सकते हैं। आयुर्वेद में भी अदरक को विशेष जड़ी बूटी के रूप में उपयोग किया जाता है।

Dr Ramhari Meena

Founder & CEO - Shri Dayal Natural Spine Care. Chairmen - Divya Dayal Foundation (Trust) Founder & CEO - DrFindu Wellness

Written by

Dr Ramhari Meena

Founder & CEO - Shri Dayal Natural Spine Care. Chairmen - Divya Dayal Foundation (Trust) Founder & CEO - DrFindu Wellness

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Open chat
नमस्कार आप अपनी स्वास्थ्य संबंधिय समस्याएँ परामर्श कर सकते हैं । हमें जानकारी उपलब्ध करवाएं