icon

Getting all of the Ayurveda Knowledge from our Ayurvedic blog.

We are 5 year old website in Ayurveda sector. Providing you regular new article on Ayurveda. You can get Herbs, Medicine, Yoga, Panchkarma details here.

+91 9887282692

A 25 Flat 4, Shantinagar, Durgapura, Jaipur Pin code - 342018

शिक्षा में योग का महत्व: सभी स्टूडेंट्स को इसे जरुर पढ़ना चाहिए

शिक्षा, योग, संयम, एकाग्रता, यादाश्त, पाजिटिविटी: शिक्षा और योग: योग के बारे में हम सभी जानते हैं, दैनिक जीवन में योग के महत्व के बारे में हमें स्कूल कॉलेज में भी पढाया जाता है। लेकिन शिक्षा में योग का क्या महत्व है इस बारे में ज्यादा बात नहीं की जाती है । आम तौर पर योग को स्वास्थ्य और मेंटल हेल्थ से ही जोड़ा जाता है । कैसे योग करके आप बिमारियों को दूर रख सकते हैं, कैसे अपनी मानसिक और शारीरिक क्षमता को बढ़ा सकते हैं इस बारे में बहुत सारी जानकारी हमें दी जाती है लेकिन योग के शिक्षा में महत्व को नजर अंदाज किया जाता है जबकि अभी यह सबसे ज्यादा जरुरी है ।

इस लेख में हम योग और शिक्षा के इंटीग्रेशन पर डिटेल्स से बात करेंगे । अगर शिक्षा पर योग के महत्व को लेकर आपके कुछ डिफरेंट व्यूज हैं या आप अपनी राय रखना चाहते हैं तो आप कमेंट सेक्शन में लिख सकते हैंI हर बार इंटरनेशनल योग डे के दिन छात्रों को शिक्षा में योग के महत्व का निबंध लिखने का टास्क मिलता है । इसलिए लेख के अंत में शिक्षा में योग का महत्व निबंध pdf भी हम आपके लिए अपलोड कर रहे हैं इसे आप आसानी से download कर पाएंगे ।

शिक्षा और योग: कैसे आपके जीवन को पूरी तरह बदल देंगे, जानें शिक्षा में योग का महत्व

शिक्षा में योग का महत्व

जीवन जीने के लिए जैसे खाना और पानी जरुरी है इतना ही जरुरी शिक्षा ग्रहण करना है, बिना शिक्षा के जीवन निरर्थक होता है । यहाँ पर शिक्षा का मतलब सिर्फ स्कूल में होने वाली अकादमिक पढाई से नहीं है, शिक्षा बहुत व्यापक शब्द है । एक अनपढ़ व्यक्ति भी पढ़ा लिखा कहला सकता है और एक ग्रेजुएट अनपढ़, निर्भर करता है उन्होंने अपने जीवन में शिक्षा को किस तरह से उतारा है । जीवन के हर पहलु को लेकर शिक्षित होना जरुरी है चाहे वह आपके रहने सहने को लेकर हो, स्पोर्ट्स को लेकर हो, हेल्थ को लेकर हो या फिर पैसा कमाने और आध्यात्मिकता पर हो । अगर जीवन के इन पहलुओं पर शिक्षित नहीं होंगे तो जीवन में हर कदम पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा ।

योग हमारे जीवन को सार्थक बनाने के लिए सबसे जरूरी कुंजी है । हेल्थ से लेकर जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने में योग का विशेष महत्व है । योग हमें जीवन जीने की सही राह दिखाता है, इतना ही नहीं हमारा जीवन कैसे अंत होगा, किस तरह से हमें मौत आएगी इस पर भी योग का व्यापक प्रभाव रहता है । योगिक जीवन जीने वालों की मौत योगियों जैसी होती है ।

इसलिए शिक्षा और योग का समंवय बहुत जरुरी है । अगर आप शिक्षा में योग को उतार लेंगे तो समझ लीजिये की आपने जीवन की लगभग सभी मुश्किलों को हर लिया है । शिक्षा में योग के महत्व को समझने के लिए कुछ जरुरी बाते निचे दी गयी हैं ।

शिक्षा के साथ योग को अपने जीवन में कैसे उतारें इसका क्या महत्व है?

शिक्षा के साथ साथ अगर आप योग को भी अपने जीवन में शामिल करते हैं तो ये सोने पर सुहागा जैसा होता है । आम तौर पर सबसे बड़ी परेशानी शिक्षा के साथ यह होती है की हमें हमारे जीवन में इसका महत्व ही नहीं पता होता है । अक्सर सभी इसीलिए शिक्षा ग्रहण करते हैं की एक अच्छी जॉब या बिज़नस शुरू कर पायें और कुछ पैसे कमा सकें । लेकिन देखा जाये तो ये शिक्षा का सबसे कमजोर पार्ट है, शिक्षा हमारे जीवन को सार्थक बनाती है । इससे हमें जीवन में बहुत सी चीजों को लेकर समझ पैदा होती है ।

योग जीवन के समग्र विकास के लिए बहुत बेनेफिसिअल होता है । शारीरिक और मानसिक विकास बिना योग के संभव नहीं है । अगर हम शिक्षा में योग को शामिल कर लें तो ये हमारे जीवन की सबसे बड़ी विजय होगी ।

शिक्षा में योग का क्या महत्व है?

  • योग से एकाग्रता बढती है
  • शिक्षा में योग शामिल करने से मानसिक क्षमता बढती है ।
  • इससे जीवन के सभी पहलुओं पर विचार करने की प्रेरणा मिलती है ।
  • जीवन में संतुलन पैदा होता है ।
  • पढाई में शामिल पाठ्यकर्म को समग्रता से समझने की चाह विकसित होती है ।
  • शिक्षा और योग का समंवय जीवन के उद्येश्य को समझने में मदद करता है ।
  • सभी को साथ लेकर चलने की समझ विकसित होती है ।
  • शैक्षिणक जीवन में संयम पैदा होता है ।
  • जिंदगी के हर आयाम को खुल कर जीने की इच्छा पैदा होती है ।
  • पढाई में एकाग्रता बढती है ।
  • कुछ नया सिखने की चाह जागृत होती है ।

शिक्षा के साथ योग को कैसे जोड़े?

  • रोजाना योग करें
  • सुबह जल्दी उठकर योग करने के बाद ही पढना शुरू करें ।
  • पढ़ते समय एकाग्रता बढ़ाने की कोशिश करें ।
  • एकांत में बैठकर पढ़ें ।
  • पढने और सिखने की चाह बढ़ाएं ।
  • सिर्फ मार्क्स और जॉब के लिए पढना बंद करें ।
  • अकादमिक बुक्स के अलावा भी कुछ अच्छी बुक्स को अपने स्टडी schedule में शामिल करें ।

कौनसे योगाभ्यास शिक्षा के लिए उत्तम हैं?

योग के बहुत से प्रकार होते हैं इसमें राज योग, कर्म योग, भक्ति योग और ज्ञान योग प्रमुख हैं । ज्ञान योग सबसे शक्तिशाली योग है जो शिक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण भी है । इस योग में ध्यान प्रैक्टिस करके एकाग्रता और ज्ञान को बढाया जाता है, यह सबसे कठिन योगो में आता है । ध्यान योग कर पाना हर किसी के बस में नहीं होता लेकिन अगर आपने एक बार इसका आनंद ले लिया तो आपको शिक्षा में योग का महत्व अच्छे से समझ आ जायेगा ।

स्टूडेंट्स (विद्यार्थियों) के लिए कौनसा योग सबसे अच्छा है यह बहुत से स्टूडेंट्स का सवाल रहता है । यहाँ पर हम अगर योगाभ्यास यानि Yoga Poses की बात करें तो निचे दिए गए योग शिक्षा के साथ आप अपने जीवन में शामिल कर सकते हैं ये आपकी मानसिक और शारीरिक क्षमता को बहुत बढ़ा देंगे:

  • सूर्य नमस्कार
  • सुखासन
  • दण्डासन
  • पश्चिमोंतानासन
  • प्राणायाम

शिक्षा में योग शामिल करने के लाभ

  • पढाई में मन लगता है
  • एकाग्रता बढती है ।
  • समझ विकसित होती है ।
  • ज्यादा समय तक पढने की क्षमता बनती है ।
  • यादाश्त बढती है ।
  • विचारशक्ति बढती है ।

निष्कर्षयोग और शिक्षा दोनों ही हमारे जीवन में बहुत जरुरी हैं । जब तक ये दोनों आपके जीवन में नहीं होंगे आपका जीवन अधुरा रहेगा । इसलिए सभी स्टूडेंट्स को शिक्षा में योग के महत्व को जरुर समझना चाहिए । योग को अपने जीवन में शामिल करके आप शिक्षा को बहुत हद तक सार्थक बना सकते हैं । शिक्षा में योग के महत्व पर निबंध का पीडीऍफ़ लिंक निचे दिया गया है आप इसे डाउनलोड करके पढ़ सकते हैं ।

Dr Ramhari Meena

Founder & CEO - Shri Dayal Natural Spine Care. Chairmen - Divya Dayal Foundation (Trust) Founder & CEO - DrFindu Wellness

Written by

Dr Ramhari Meena

Founder & CEO - Shri Dayal Natural Spine Care. Chairmen - Divya Dayal Foundation (Trust) Founder & CEO - DrFindu Wellness

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Open chat
नमस्कार आप अपनी स्वास्थ्य संबंधिय समस्याएँ परामर्श कर सकते हैं । हमें जानकारी उपलब्ध करवाएं