सुख विरेचन चूर्ण के फायदे अगर आप जानना चाहते हैं तो आपको इस लेख को पूरा पढना चाहिए । यहाँ आपको सुख विरेचन चूर्ण के बारे में कम्पलीट सुचना देंगे । यह कब्ज, गैस और कब्ज से जुडी हुई समस्याओं में बहुत लाभदायक मानी जाती है ।
एक आयुर्वेदिक चिकित्सक अनुसार सुख विरेचन चूर्ण का सेवन करने से यह कब्ज को खत्म करता है । और पेट में आराम देता है ।
दवा का नाम: | सुख विरेचन चूर्ण |
प्रकार: | पाउडर |
फार्मूलेशन: | क्लासिकल |
उपयोग: | विरेचन के लिए उपयोगी |
घटक: | सनाय, सौंफ, गुलाब की पंखुड़ी आदि |
सुख विरेचन चूर्ण क्या है ? | What is Sukh Virechan Churna
सुख विरेचन चूर्ण में दो शब्दों का संयोग है । सुख + विरेचन – जहाँ सुख से तात्पर्य आसानी से और विरेचन का अर्थ है कब्ज को ख़त्म करके मल त्याग करवाना । यह आयुर्वेद चिकित्सा की क्लासिकल चूर्ण दवा है । इस औषधि का इस्तेमाल विरेचन के लिए किया जाता है । इसका सेवन करने से सख्त मल गुदा द्वार से बाहर निकल जाता है । यह कब्ज को ख़त्म करने में अत्यंत लाभदायक है । इसे बनाने में प्राकृतिक सामग्रियों का इस्तेमाल होता है अत: इसे नियमित रूप से सेवन किया जा सकता है ।
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घटक | Ingredients
- सनाय (Cassia angustifoliea)
- निशोत (Operculina turpethum)
- काला दाना (Ipomoea nil)
- हरीतकी (Terminalia chebula)
- सौंफ (Foeniculum vulgare)
- गुलाब फुल (Rose Flower)
सुख विरेचन चूर्ण के फायदे | Health Benefits of Sukh Virechan Churna
देखिये जैसा आपको हमने पहले भी बताया है कि यह कब्ज को ठीक करने के लिए बहुत ही लाभदायक औषधि है । इसे नियमित रूप से सेवन करने से आपका कब्ज का रोग ठीक हो सकता है । यह सख्त मल को लूसे करने में मदद कर सकता है । इसके सभी फायदों को हमने निचे राईट डाउन किया है –
- कब्ज: यह चूर्ण का सेवन रोजाना रात्रि में गरम पानी के साथ करने से कब्ज आसानी से टूट जाती है । इसे आप नियमित रूप से सेवन कर सकते हैं ।
- आंतों की सफाई: यह आयुर्वेदिक औषधि दस्तावर है इसलिए आंतों में जमे मल की सफाई करने में सुख विरेचन चूर्ण फायदेमंद है । यह आंतों की सफाई करने और जमे हुए मल को निकालने में लाभदायक है ।
- डेटोक्स करना: इसका सेवन करने से विषाक्त पदार्थ मल के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाते हैं । अत: इसे एक अच्छा डेटोक्स माना जा सकता है ।
- गैस: गैस की समस्या में भी सुख विरेचन चूर्ण आराम देता है । यह पेट की वायु को बाहर निकालने में मदद कर सकती है ।
- भूख की कमी: भूख की कमी में सुख विरेचन चूर्ण मदद करती है । इसके सेवन से अरुचि समाप्त होती है और खुल कर भूख लगने में फायदेमंद है ।
- पेट फूलना: कब्ज के कारण पेट फुला हुआ मालूम होता है तो एसे में सुख विरेचन चूर्ण का सेवन करने से पेट का आफर निकल जाता है ।
- खट्टी डकार: यह खट्टी डकारों को भी ठीक करने में उपयोगी है । इसे नियमित रूप से सेवन करने से आम का पाचन होकर खट्टी डकार दूर होता है ।
- बवासीर: अर्श या पाइल्स में कब्ज एक बहुत बड़ी समस्या है । इसलिए इसे सेवन करने से बवासीर में होने वाली कब्ज के कारण पीड़ा को दूर करने में मदद करता है ।
- अम्लपित्त: ऐसा देखा गया है कि सुख विरेचन चूर्ण अम्लपित्त रोग में भी लाभदायक है । यह हाइपर एसिडिटी को नियंत्रित करता है और इसे लाभदायक माना जाता है ।
खुराक | Dosage
आमतौर पर इसे 2 से 5 ग्राम की मात्रा में गरम जल के साथ सेवन करने से पेट आसानी से साफ़ होता है । यह इसकी सामान्य खुराक है । अगर इसे अन्य मामलों में सेवन करना है तो आपको अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लेना उचित है । इसे सुबह भी सेवन किया जा सकता है ।
नुकसान | Side Effects
सुख विरेचन चूर्ण को नियंत्रित मात्रा में सेवन करने से नुकसान की सम्भावना नहीं है । परन्तु इसे अगर अधिक मात्रा में लिया जाये तो अतिसार जैसी समस्या पैदा कर सकता है । इस आयुर्वेदिक चूर्ण में सनाय उपस्थित है अत: इसे एक निर्धारित समय तक ही सेवन करना उचित रहता है । उससे अधिक सेवन करने से हैबिट फोर्मिंग की समस्या हो सकती है ।