मोटापा परिचय :- मोटापा वर्तमान समय की सबसे बड़ी समस्या के रूप में सामने आ रहा है जो की चिंता का विषय है |
मोटापे को आयुर्वेद संहिताओ में स्थोल्य या मेदोरोग के नाम से जाना जाता है | वर्तमान समय में युवा पीढ़ी ही नही बल्कि बच्चे और बुजुर्ग भी तली-भुनी व घर से बहार के खाने के अत्यधिक शोकिनहोते जा रहे है जो की हाई कैलोरी युक्त होता है | हाई कैलोरी युक्त भोजन तो ग्रहण क्र रहे है उसके बदले शारीरिक श्रम की बात करे तो नगण्य है |
आलसी जीवनशैली के आगोश में ऐसे लिपट गये है की शारीरिक श्रम करने का सवाल ही नही उठता है | हमारी अपनी चिकित्सा पद्धत्ति की अवहेलना करने का ही दुष्परिणाम है की भारत की वैश्विक रोगों की राजधानी बनती जा रही है | पाश्च्यात संस्कृति की पालना जितने अधिक समय तक की जाएगी देश रोगों का अड्डा ही बनता जायेगा |
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“मोटापा कोई स्वतंत्र रोग नही, अपितु अनेको रोगों का कारण होता है” |
मोटापा के कारण
- अधिक कैलोरी युक्त भोजन के सेवन से फैट/वसा का जमाव होने लगता है |
- फल सब्जियों का कम सेवन और अन्य चटपटे पदार्थो को अपनी डाइट में अधिक मात्रा में शामिल करने की आदत |
- आलसी प्रवृति की दिनचर्या
- शारीरिक श्रम का अभाव |
- चीनीयुक्त पैय या कोल्डड्रिंक का अधिक सेवन |
- प्रोस्सेस फ़ूड का अधिक सेवन |
- सहज या आनुवांशिक कारण |
- आहार-विहार जन्य कारण |
- हार्मोनल असंतुलन |
- अधिक मात्रा में मक्खन,मलाई,घी,दूध,बर्गर,पिज़्ज़ा,चोकलेट,पेस्ट्रीज,सैंडविच ,केक अदि का सेवन |
- मानसिक तनाव मोटापा बढने का एक बड़ा कारण है |
मोटापा निदान/निवारण
मोटापा घटाने के लिए वर्तमान समय में अनेको तरह के प्रयत्न किये जा रहे है | शरीर को सुन्दर और सुडोल बनाने के लिए योग,जिम,जुम्बा,एरोबिक्स आदि का सहारा लिया जा रहा है किन्तु जैसे ही इन का सहारा छोड़ा जाता है पुन: वजन मोटापा बढने लगता है और तो और पहले से भी ज्यादा वजन बढ़ जाता है |
जिसका कारण यह है की जिन कृत्रिम साधनों को माध्यम बना के आप वजन कम करते हो वो समस्या का समाधान नही है अपितु अपने खुद के साथ छलावा है |
यदि आप चाहते हो की मोटापे से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाये तो अपने रहन-सहन खानपान आदि पर ध्यान दिया जाकर उसे सुधारने की कोशिश करनी चाहिए |
अन्य माध्यमो से आप वजन को एक बार के लिए तो कम कर सकते हो किन्तु आहार-विहार में संतुलन से समस्या का स्थायी समाधान कर पाओगे जिससे पुन: मोटापे से व मोटापे से उत्पन्न होने वाले अनेको रोगों से बचे स्वम् की रक्षा कर पाओगे और अपने शरीर को रोगों की राजधानी बनने से आसानी से रोकने में सफल हो जाओगे |
मोटापा घटाने –वजन कम करने के लिए उपवास या डाइटिंग का सहारा लिया जाता है जो की पोषण विशेषज्ञों की माने तो यह लाभ से ज्यादा हानिकारक होता है |
वर्तमान समय में महिलाओ में ओस्टियोपोरोसिस आर्थराइटिस की समस्या का अधिक पाया जाने का एक बड़ा कारण यह भी है की डाइटिंग के माध्यम से वजन कम करने में महिलाये अग्रसर है |
मोटापा घटाने के आसान घरेलू उपाय
- त्रिफला चूर्ण को रात को भिगोकर सुबह छानकर पिये |
- रात को एक चम्मच जीरे को कांच के गिलास में भिगोये ,प्रात:काल उबाल के छान के गुनगुना गुनगुना सेवन करे |
- रात्रि में सोते समय तरुणीकुश्माकर चूर्ण का सेवन करे |
- जंगली बेर का काढ़ा बनाकर लेने से चर्बी गायब होने लगती है |
- जौ या ज्वारे के ज्यूस में शहद मिलाकर लेने से मोटापे के साथ साथ अनेको रोगों की रोकथाम में लाभकारी होता है |
- प्रातः काल गिलोय स्वरस लेने से मोटापा घटने लगता है |
- अपामार्ग के बीजो की खीर बनाकर खाने से भूख कम लगने लगती है | और धीरे धीरे मोटापा कम होने लगता है |
- 200 मिली करेले के रस में नीबू डालकर सेवन करने से मोटापा कम होने लगता है |
- दोपहर 12 बजे तक केवल मोषमी फलों व सब्जियों का सेवन करने से मोटापे घटने के साथ अनेको रोगों से छुटकारा मिलने लगता है |
- अजवायन , जीरा , कालीमिर्च ,पिप्पली , हरीतकी , सेंधा नमक सभी को समान भाग लेकर पाउडर बना ले | प्रातः शायं गुनगुने पानी से सेवन करने से मोटापा शीघ्र कम होने लगते है |
मोटापा घटाने के लिए योग ( yoga for obesity IN HINDI )
- पादहस्तासन
- पश्चिमोतासन
- त्रिकोणासन
- कटी-चक्रासन
- चक्रासन
- सेतुबंधासन
- पवनमुक्तासन
- मर्कटासन
- तितलीआसन
- भुजंगासन
- धनुरासन
- अर्द्धहलासन
- हलासन
- शर्पासन
- दण्डासन
- वीरासन
- सुप्तवज्रासन
विशेष :- किसी भी उपाय को आजमाने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श अवश्य करले | व्यक्ति विशेष की पृकृति अलग होने की वजह से सभी पर काम नही कर पाते है |
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धन्यवाद !