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हीरक भस्म के फायदे

हीरक भस्म के फायदे और नुकसान

हीरक भस्म का कैंसर रोग में प्रयोग


वज्र भस्म को हीरक भस्म या हीरा भस्म भी कहते हैं यह रस शास्त्र में वर्णित एक अति उत्तम आयुर्वेदिक औषधि है जिसका प्रयोग स्वर्ण भस्म के साथ करने पर कैंसर पक्षाघात (लकवा) के नर्वस सिस्टम से संबंधित रोगों का इलाज किया जाता है |

हीरक भस्म के फायदे

इसके साथ ही यह औषधि रसायन वाजीकरण एवं ह्रदय रोगों में भी प्रयोग की जाती है | अनेक गुण होने के कारण यह भस्म अति उत्तम मानी गई है
हीरा एक शुद्ध कार्बन योगिक है जिसकी कठोरता 10 होती है | पृथ्वी पर उपस्थित द्रव्य में यह सबसे कठोर द्रव्य माना जाता है इसकी भस्म बनाना अत्यधिक कठिन कार्य है ।

हीरे का शोधन


हीरे का रज अर्थात डायमंड डस्ट को सुनार की सोना पिघलाने की मूसा मैं खूब तेज आंच पर रक्त तप्त करके चीनी के बर्तन म रखे पारद मे बुझावे । मलमल के कपड़े से छानकर हीरे का रज प्राप्त करें | यह विधि 100 बार करने से हीरा शुद्ध होकर भस्म के योग्य बन जाता है। हीरे का रस ना मिले तो हीरे के कण भी इस विधि से भस्म बनने के योग्य हो जाते हैं

हीरक भस्म बनाने की विधि


शुद्ध हीरक शुद्ध हरताल शुद्ध हिंगुल शुद्ध गंधक स्वर्ण माक्षिक भस्म समान मात्रा में मिलाकर सीमांक कि खरल में राजकोल और पिपली छाल के क्वाथ की 7-7 भावना दे | प्रत्येक बार सुखाकर गजपुट दे । इस प्रकार भस्म होने तक 14 या इससे अधिक पुट देवें।
स्वर्ण माक्षिक भस्म एक बार ही मिलावे, शेष द्रव्य अन्य पुटो में बराबर देते रहे|

सेवन की मात्रा और उपयोग विधि


1/100 से 1/20 रत्ती दूध शर्करा के साथ एवं अन्य औषधियों के साथ मिला कर देवें।
उपयोग

हीरक भस्म के फायदे benefits of hira bhasm in hindi

कैंसर में हीरक भस्म के फायदे व लेने की विधि heerak bhasm uses in hindi

अन्य आयुर्वेदिक औषधियों के संयोजन में, हीरक भस्म कैंसर के लिए लाभदायक (hira bhsam ke fayde) है और उपापचय को रोकता है। आमतौर पर सबसे अधिक, निम्नलिखित आयुर्वेदिक संयोजन कैंसर के लिए सहायक होता है।

उपचार मिश्रण अनुपात

  • हीरा भस्म – 100 मिलीग्राम
  • स्वर्ण भस्म – 2 ग्राम
  • मुक्ता पिष्टी – 2 ग्राम
  • अभ्रक भस्म 1000 पुटी – 2 ग्राम

इन औषधियों को बताये गए अनुपात में मिश्रित किया जाना चाहिए और फिर उपयुक्त खुराक बनाने के लिए 40 छोटी पुड़ियों में विभाजित करें। प्रत्येक पुड़िया को सुबह खाना खाने से 30 मिनट पहले मलाई और मिश्री के साथ लिया जाना चाहिए। इस मिश्रण की एक पुड़िया दिन में एक बार लेना पर्याप्त खुराक है | लेकिन गंभीर मामलों और उपापचय में कुछ रोगियों को दिन में इसे दो बार देने की आवश्यकता हो सकती है।

यह उपचार धीमा काम करता है और परिणाम मिलने में समय लगता है | कैंसर के पूर्ण उपचार के लिए 6 महीने से 12 महीने तक का समय लगता है। दूसरे यह उपचार कैंसर के प्रारंभिक चरण में अधिक प्रभावी होता है। कैंसर के आयुर्वेदिक उपचार के शुरू होने के 2 सप्ताह के भीतर स्वास्थ्य में सामान्य सुधार देखा जा सकता है। प्रत्येक रोगी को इस उपचार के अलावा शरीर के दोषों के प्रभुत्व के अनुसार अन्य औषधियों की भी आवश्यकता होती है।

​उपापचय के मामलों में हो सकता है की यह स्थिति का उपचार ना करे | लेकिन यह शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को आगे फैलने से रोकता है और समग्र स्वास्थ्य और आयु में सुधार करता है ।

विषम ज्वर में हीरक भस्म के फायदे

हाल ही में कोविड की चिकित्सा के दौरान अन्य आयुर्वेद औषधियों के साथ हीरा भस्म का उपयोग काफी फायदेमंद साबित हो रहा है | hira bhsm भस्म मे उपस्थित घटक सभी प्रकार के ज्वरो में प्रभावी है |

हृदय रोग में हीरक भस्म के फायदे hira bhsm ke fayde in hindi

हीरक भस्म अत्यंत हृदय है अर्थात यह सभी प्रकार के हृदय रोगों को दूर करती है एंजाइना पेक्टरिस जैसे तीव्र हृदय शूल में भी तुरंत लाभ देती है |

अन्य रोगों में हीरा भस्म के फायदे

  • हीरक भस्म शरीर के अंदर होने वाले पूयक्षय
  • अर्बुद
  • कैंसर
  • गुल्म रोग
  • सभी प्रकार के वात रोग
  • पित्त प्रकोप
  • कफ वृद्धि
  • त्रिदोष शोष क्षय
  • भ्रम
  • भगंदर
  • पांडू
  • कामला
  • उदर रोग
  • मेद रोग
  • प्रमेह
  • नपुसंकता इत्यादि रोगों को दूर करने में सहायक सिद्ध होती है।
  • नपुंसकता, लिंग में तनाव की समस्या (लिंग का ढीलापन) या शीघ्रपतन से छुटकारा पाने के लिए यहाँ पढ़े – जॉइंट स्टैमिना कैप्सूल

बैधनाथ हीरक भस्म के नुकसान side effects of hirak bhasm in hindi

सामान्यत: हीरा भस्म का चिकित्सक की देखरेख में युक्तिपूर्वक सेवन करने पर किसी प्रकार का कोई नुकसान नही होता है | किसी भी प्रकार की भस्म का प्रयोग बिना चिकित्सक की सलाह के नहीं करना चाहिए। सामान्य रूप से इस भस्म का प्रयोग करने पर कोई शरीर पर दुष्प्रभाव नहीं देखा गया |

डाबर हीरक भस्म का मूल्य Dabur hirak bhasm price

  • मात्रा – 100 मिग्रा
  • मूल्य – 695/-

बैधनाथ हीरक भस्म प्राइस baidhnath hirak bhasm price

  • मात्रा – 100 मिग्रा
  • मूल्य price –

धन्वन्तरी हीरा भस्म price dhanwantri hirak bhasm price

  • मात्रा – 100 मिग्रा
  • मूल्य price – 500 /-

उंझा हीरक भस्म मूल्य unjha hirak bhasm price

  • मात्रा – 100 मिग्रा
  • मूल्य price – 694/-

पतंजली हीरक भस्म मूल्य patanjli hirak bhasm price

  • मात्रा – 300 मिग्रा
  • मूल्य price – 675/-


Reference:-
रस तंत्र संग्रह एवं सिद्धि प्रयोग संग्रह

डॉ. आर.के. सैनी
रिसर्च एसोसिएट सीसीआरएएस
श्री दयाल नेचुरल स्पाइन केयर जयपुर

Dr Ramhari Meena

Founder & CEO - Shri Dayal Natural Spine Care. Chairmen - Divya Dayal Foundation (Trust) Founder & CEO - DrFindu Wellness

Written by

Dr Ramhari Meena

Founder & CEO - Shri Dayal Natural Spine Care. Chairmen - Divya Dayal Foundation (Trust) Founder & CEO - DrFindu Wellness

6 Comments
  • संजय Reply
    June 24, 2021

    क्या उच्च रक्तचाप के रोगी भी नपुंसकता मिटाने के लिए हीरक भस्म का सेवन कर सकते हैं?

    • admin Reply
      June 24, 2021

      चिकित्सक की देखरेख में कर सकते हो |

    • Mohit mishra Reply
      May 6, 2022

      Cancer kitne din hira bhasm ka upyog karne par samapt ho jata hai va iski kushi garnty hoti ki hira bhasm se cancer sahi hogaya hai ke she aatm santosh kare ki hira bhasm se cancer sahi ho raha hai

  • Vinay singh Reply
    January 9, 2022

    Dibtis me sexual problems me herak bhasm kaise prayog kare

  • Mohit mishra Reply
    May 6, 2022

    Cancer kitne din hira bhasm ka upyog karne par samapt ho jata hai va iski kushi garnty hoti ki hira bhasm se cancer sahi hogaya hai ke she aatm santosh kare ki hira bhasm se cancer sahi ho raha hai

    • admin Reply
      May 6, 2022

      रोगी व्यक्ति की स्थिति पर निर्भर करता है कोई भी दवा किसी भी बीमारी का सम्पूर्ण इलाज नही होती है | इस हेतु अधिक जानकारी के लिए आप अपने नजदीकी आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श करे | धन्यवाद

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