हाईट बढ़ाने के लिए आयुर्वेद की दवा: हमारी हाईट शरीर का एक महत्वपूर्ण भौतिक पहलु है। समाजिक दृष्टि के अलावा, हमारी ऊँचाई हमारे आत्मविश्वास और आत्मसम्मान पर सीधा प्रभाव डालती है। कम हाईट वालों से अधिक ऊँचाई वाले लोग सामाजिक दृष्टिकोण या अन्य सभी कारणों में भी कम हाईट वाले लोगों पर अपना अलग असर छोड़ते हैं साथ ही इन पर प्रभावी भी होते हैं । अगर आपकी हाईट कम है तो आप अपने आपमें खिन्न भी महसूस करते हैं ।
हाईट बढ़ाने के लिए आयुर्वेद एक प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति है जिसमें प्राकृतिक तत्वों का उपयोग करके शरीर के स्वास्थ्य को बनाए रखने का प्रयास किया जाता है। हाईट कमी आजकल कई लोगों की समस्या बन गई है, और इसके लिए आयुर्वेद में कई विशेष दवाएँ हैं जो शरीर की ऊंचाई को बढ़ाने में मदद कर सकती हैं। इस लेख में, हम आपको हाईट बढ़ाने के लिए आयुर्वेद में प्रयुक्त 10 विशेष दवाओं के बारे में बताएंगे। चलिए सबसे पहले जानते हैं कम हाईट के क्या कारण हैं
कम हाईट होने के कारण
कम हाईट के पीछे सबसे प्रमुख कारण आनुवंशिकता मान सकते हैं । अगर परिवार में कम हाईट की समस्या है, तो नए जन्मे बच्चे उस अनुवांशिकता को विरासत में पा सकते हैं। इसके अलावा, कम हाईट के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं, जो निम्न हैं :
विकास हार्मोन की कमी या वीएचडी – इस स्थिति को बौद्धिकता या पिट्यूटरी बौद्धिकता भी कहा जाता है। मानव शरीर में विकास हार्मोन की अपर्याप्त मात्रा का उत्पन्न होना इस स्थिति के लिए जिम्मेदार है। ज्यादातर वीएचडी जन्मजात होती है, लेकिन कुछ मामलों में गंभीर मस्तिष्क चोट और पिट्यूटरी ग्रंथि के बिना पैदा होने की स्थिति से विकास हार्मोन की कमी हो जाती है जो कम हाईट के लिए एक जिम्मेदार कारक बनती है ।
खुराक की कमी या पौषण की कमी – उचित पोषण ऊचाई को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। किसी भी प्रकार की अपर्याप्त खाद्य आपूर्ति या ख़राब पौषण से मानव शरीर के विकास पर सीधा प्रभाव पड़ता है। साथ ही शरीर द्वारा खाने में उपस्थित पौषक तत्वों को सही तरीके से ग्रहण न कर पाने के कारण भी हाईट का विकास नहीं हो पाता ।
मानसिक-सामाजिक तनाव – वैसे देखा जाये तो यह एक अप्रत्यक्ष कारण है लेकिन एक महत्वपूर्ण कारण है। जिस भी वातावरण में बच्चा बढ़ता है, उसी के अनुरूप उसकी हाईट पर भी असर पड़ता है । किसी भी तनाव और मानसिक दबाव की स्थिति में बच्चे की हाईट कम हो सकती है । इसके लिए सामाजिक और मानसिक कारक जिम्मेदार हो सकते हैं ।
हाईट बढ़ाने के लिए आयुर्वेद की दवा – आयुर्वेद में हाईट बढ़ाने के लिए हर्बल इलाज
1. अश्वगंधा (Withania Somnifera)
अश्वगंधा को हाईट बढ़ाने के लिए एक प्रमुख आयुर्वेदिक दवा माना जाता है। इसमें पाये जाने वाले शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स शरीर के विकास में मदद करते हैं। इसके औषधीय गुण हड्डियों और शरीर की ऊतकों को मजबूत करने में मदद करते हैं। अश्वगंधा गोलियों और कैप्सूलों की रूप में उपलब्ध है |
2. गोखरू (Tribulus Terrestris)
गोखरू भी हाईट बढ़ाने में सहायक हो सकता है। यह शरीर के हार्मोन स्तर को संतुलित करके ऊंचाई में वृद्धि करने में मदद करता है।
3. हरी पत्तेदार सब्जियां
ये ऊंचाई बढ़ाने के लिए जड़ी-बूटियों की श्रेणी में आती हैं। फाइबर की अधिक मात्रा के अलावा, ये हमारे आहार में कई माइक्रोन्यूट्रिएंट्स भी जोड़ती हैं। ये माइक्रोन्यूट्रिएंट्स प्रणालियों के उचित कामकाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और इस प्रकार बेहतर विकास को प्रोत्साहित करते हैं। इनका सेवन करने से हाईट बढती है ।
4. ब्रह्मी (Bacopa Monnieri)
ब्रह्मी एक और प्राकृतिक उपाय हो सकता है जो हाईट में वृद्धि करने में मदद करता है। यह शरीर के रोगनाशक प्रक्रियाओं को सुधारकर ऊंचाई को बढ़ावा देता है। यह मस्तिष्क को तेज करने एवं मानसिक व्याधियों को ठीक करने का कार्य करती है । इसका सेवन करने से बच्चे के मानसिक विकार दूर होते हैं और विकास बढ़ता है ।
5. योग और प्राणायाम
आयुर्वेद में योग और प्राणायाम को भी हाईट बढ़ाने के उपाय के रूप में सिफारिश किया जाता है। योग और प्राणायाम शरीर की ऊंचाई को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। सूर्य नमस्कार, पस्चिमोतानासन, उतानपादासन और ताड़ासन आदि को नियमित करने से हाईट बढती है ।
6. मेथी (Fenugreek)
मेथी में पाये जाने वाले विटामिन्स और मिनरल्स शरीर की हाइट में वृद्धि करने में मदद कर सकते हैं। मेथी का सेवन सब्जी के साथ या चूर्ण बनाकर उपयोग में लेने से कम हाईट की समस्या दूर होती है ।
7. सोयाबीन
सोयाबीन से बने आहार सोया दूध, आटा और तेल ऊंचाई बढ़ाने में मदद करने के रूप में आयुर्वेदिक औषधि हैं। सोयाबीन से बने खाद्य पदार्थ अत्यधिक पौष्टिक होते हैं और उनमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। अपने आहार में सोया भोजन को आवश्यकतानुसार एक बार खाने से ऊंचाई बढ़ाने में मदद हो सकती है।
8. ओटमील (Oatmeal)
ओटमील यह ऊंचाई बढ़ाने के लिए सबसे आसान घरेलू उपायों में से एक माना जाता है। उन्हें तैयार करना आसान होता है और आप उन्हें लगभग हर दिन अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। परिणामों के लिए नाश्ते के समय फलों के साथ एक कटोरा ओटमील खाएं। वे प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होते हैं जो भौतिकीक विकास को प्रोत्साहित करते हैं।
9. गुड़ (Jaggery)
गुड़ में पाये जाने वाले पोटैशियम और खासतर से फाइबर हाईट बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं। हालाँकि गुड़ को एक निश्चित मात्रा में ही खाना चाहिए । ऐसा अधिकतर देखा गया है की जो बच्चे फ़िल्टर चीनी की जगह गुड़ का सेवन करते हैं उनके बच्चे की हाईट अन्य बच्चों से ओसतन अधिक होती है ।
10. खजूर (Dates)
खजूर भी हाईट बढ़ाने में मदद करते हैं। इसमें पाये जाने वाले विटामिन्स और मिनरल्स शरीर के विकास में मदद करते हैं। खजूर का सेवन नियमित दूध के साथ करने से शरीर में उचित पौषण मिलता है । यह विटामिन्स, प्रोटीन और अन्य मिनरल्स की कमी की आपूर्ति शरीर में करते हैं । इसलिए खजूर का सेवन करने से हाईट बढती है ।