क्या है एन्किलोजिंग स्पोंडीलाइटिस (Ankylosing Sppondylitis in hindi)
इस रोग का आक्रामक रूप 20 वर्ष से 45 वर्ष तक की आयु में अधिकतर देखा जाता है | एन्किलोजिंग स्पोंडीलाइटिस अक्सर महिलाओ को कम होता है | साथ ही पुरुषो को एन्कि लोजिंग स्पोंडी लाइटिस अधिक होता है | एन्किलोजिंग स्पोंडीलाइटिस को बध्दकशेरुका संधिशोथ के नाम से जाना जाता है | इसका पता इ.स]एस.आर का बढ़ा होने से लगाया जाता है | तथा स्पाइनल कॉर्ड में हल्का या अधिक सुजन महसूस होता है | युवाओ में यह रोग अधिकतर देखने को मिलता है जिसका बड़ा कारण है असंयमित जीवनशैली के साथ कॉम्पिटीशन या प्रतिस्पर्धा का होना | प्रतिस्पर्धा के चलते अधिक समय तक सिटींग वर्क करते रहने से एन्किलोजिंग स्पोंडीलाइटिस की समस्या का होना आम बात है |
एन्किलोजिंग स्पोंडीलाइटिस के लक्षण symptoms of Ankylosing Sppondylitis in hindi
- कशेरुका संधिशोथ या एन्कि लोजिंग स्पोंडी लाइटिस के प्रारम्भिक लक्षण बहुत कम होते है जिससे कोई भी व्यक्ति इस और अधिक ध्यान नही दे पाता है किन्तु यह धीरे-धीरे बढ़ता जाता है |
- स्वस्थ व्यक्ति को अचानक से तेज पीठ या कमर दर्द हो तो ऐसी स्थिति में एन्किलोजिंग स्पोंडीलाइटिस होने की सम्भावना हो सकती है |
- सुबह के समय पीठ दर्द जकडन के साथ अधिक परेशान करे तो समझ लेना चाहिए की आप को एन्किलोजिंग स्पोंडीलाइटिस की समस्या हो सकती है |
- रोग की आक्रामकता बढने पर यह दर्द धीरे-धीरे पूरी पीठ को प्रभावित करने लगता है | जिससे रीढ़ की हड्डियों में कुबड़ापन होने लगता है |
- एन्किलोजिंग स्पोंडीलाइटिसमें सबसे अधिक रीढ़ का बिच वाला हिस्सा प्रभावित होता है जिससे दर्द पसलियों में तेजी से होने लगता है |
- रोगी व्यक्ति का धीरे-धीरे सामने की और या दायें बाएँ झुकाव होने लगता है |
एन्किलोजिंग स्पोंडीलाइटिसका आयुर्वेदिक उपचार ayurvedik treatment of Ankylosing Sppondylitis in hindi
इस रोग में लाभदायक प्रमुख आयुर्वेद दवाओ के बारे में आगे संक्षिप्त में जानकारी दी जा रही है –
- योगेन्द्र रस
- ताल केशव रस
- वृहत वात चिंतामणि रस
- महालक्ष्मी विलास रस
- वातागजान्कुश रस
- विजय भैरव रस
- रुमालिन टेबलेट
- जॉइंट स्टैमिना कैप्सूल
- वातान्तक कैप्सूल
- पेन दयाल आयल
- महामाष तेल
- महाविष गर्भ तेल
- सैन्ध्वादी तेल
- बला तेल
- महानारायण तेल
एन्किलोजिंग स्पोंडीलाइटिस में उपयोगी योग आसन या एक्सरसाइज Yoga for Ankylosing Sppondylitis in hindi
इस बीमारी से निज़ात पाने के लिए योग का सहारा लेना अत्यंत लाभदायक साबित होता है | आगे बताये जा रहे योगासनो का अभ्यास करके आप काफी हद तक इस रोग से आराम पा सकते हो –
ध्यान रहे एन्किलोजिंग स्पोंडीलाइटिस में आसन या एक्सरसाइज श्रेष्ठ योग शिक्षक की देखरेख में ही करे अन्यथा रोग बढने की सम्भावना अधिक रहती है |
- धनुरासन
- शलभासन
- सुप्त उर्ध्वहस्तासन
- वृक्षासन
- उस्ट्रासन
- भुजंगासन
- वज्रासन
आदि का अभ्यास अत्यंत लाभदायक सिद्ध होता है |