प्राकृतिक चिकित्सा की परिभाषा एक ऐसी प्राचीन चिकित्सा पद्धति जो बिना दवाओ के सहारे के केवल मात्र योग आराम , स्वछता , उपवास, आहार-विहार , जल , मिट्टी, वायु, प्रकाश आदि के संतुलित उपयोग मात्र से ही स्वस्थ और दीर्घायु की और हमारे स्वास्थ्य को ले जाती हेयही प्राकृतिक चिकिय्सा है | पंचमहाभूतात्म्क शरीर में […]
Author: Dr Ramhari Meena
सिंथेटिक दूध से बचें – जाने कैसे बनता है प्राकृतिक दूध
प्राकृतिक दूध / Natural milk क्या है ? दूध का ph लेवल 6.4से6.8 तक होता है जिसमें 3-7% तक वसा होता हैं दूध में विटामिन ए, डी, ई, के पाये जाते हैं | प्रश्वोपरांत मां का दूध ही बच्चे के लिए सर्वश्रेष्ठ आहार होता हैं जब तक बच्चे के पाचनतंत्र के सभी अंगों की कार्य […]
जीका सहित अनेक वायरल बुखारों से बचाव के आयुर्वेदिक सूत्र
जीका सहित अनेक वायरल बुखारों से बचाव के आयुर्वेदिक इलाज जीका वायरस के लक्षण १. जीका के लक्षणों का चरकसंहिता में सबसे नजदीकी वर्णन यह हो सकता है, हालांकि आवश्यक नहीं है कि रोगी में सारे लक्षण एक साथ ही मिल जायें| सन्निपातज्वरस्योर्ध्वमतो वक्ष्यामि लक्षणम्| क्षणे दाहः क्षणे शीतमस्थिसन्धिशिरोरुजा|| सास्रावे कलुषे रक्ते निर्भुग्ने चापि दर्शने| […]
अच्छी आदतें अपनाये – स्वयं का आत्मविश्वास बढ़ाएं
अच्छी आदतें अपनाये – स्वयं का आत्मविश्वास बढ़ाएं (प्रेरणात्मक कथन – डॉ रामहरी मीना) आप दूसरों को भले ही नहीं बदल सकते! आप अपने माता पिता भाई बहिन पति पत्नी या आपके किसी भी सहकर्मी को भी नहीं बदल सकते हो। हा!लेकिन आप अपने आप को तो बदल सकते हो, ओर जब आप अपने आप […]
पेचिश (Dysentery ) – के कारण, लक्षण व उपचार
पेचिश / Dysentery पेचिश मुख्य रूप से ऊर्दू शब्द है। पेचिश को प्रवाहिका, आंव आना,रक्तातिसार,डिसेन्ट्री आदि नामों से जाना जाता हैं।यह मुख्यतः पाचनतंत्र का रोग है। लम्बे समय तक कब्ज का बना रहना व खराब पाचन तंत्र की वजह से बडी आंते जख्मी हो जाती हैं जख्मी हुई आंतों से रक्त का रिसाव होने लगता […]
साइटिका – जाने कारण, लक्षण एवं प्राकृतिक / आयुर्वेदिक उपचार
साइटिका / Sciatica in Hindi परिचय – साइटिका रोग मुख्य रूप से साइटिका नर्व जो त्रिकास्थि से प्रारंभ होती हुई नितंबों से पैर के निचले हिस्से तक जाती है इसमे कुपित हुए वात का संचय होने का परिणाम है | यह प्रकुपित वात ही साइटिका नर्व के रक्तसंचार को अवरुद्ध कर देता है। साइटिका […]