बाल झड़ने की समस्या क्या है
वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति की समस्या बन गया है हेयर फॉल | जिसका जिम्मेदार कही न कही स्वयं इन्सान भी है | वर्तमान समय में हमारी दिनचर्या ऐसी हो गयी है की इन्सान न चाहते हुए भी लाखो कोशिशि के बाद भी कब्ज से परेशान होते रहे है |
हेयर फॉल व रुसी (डेंड्रफ dandruff) से सम्बंधित ट्रीटमेंट, आयुर्वेद व घरेलू उपायों के बारे में आज हम इस लेख के माध्यम से आपकी इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए आपके लिए सम्पूर्ण जानकारी विस्तार से साझा करेंगे | इस लेख के सभी उपायों को हमने हमारे पेशेंट्स पर अभिभूत करने के बाद ही आपके साथ साझा कर रहे है |
हेयर फॉल के कारण (causes of hairfall in hindi )
कब्ज (constipation)
यदि आपको लम्बे समय से कब्ज की समस्या रह रही है तो कुछ समय के बाद आपको बाल झड़ने की समस्या रुसी (डेंड्रफ dandruff)का सामना करना पड़ सकता है | क्योकि लम्बी कब्ज रहने से शरीर में हार्मोन्स कम या ज्यादा उत्सर्जित होने लगते है जिससे बहुत से शारिरिक दोष शरीर में उत्पन्न हो जाते है | जिनमे से एक बालो की समस्या बालो का झड़ना और रुसी (डेंड्रफ dandruff) भी हो सकती है |
DHT Blocker क्या है?
DHT (Dihydrotestosterone) डीहाइड्रोटेस्टोंस्टेरोंन पुरुषो में पाये जाने वाला एक सेक्सुअल हार्मोन होता है जो कि हमारे सिर में रिसेप्टर्स को बांधने का काम करता है, साथ ही साथ आनुवंशिक रूप से अतिसंवेदनशील पुरुषों में यही बालो का झड़ना भी रोकता है। DHT (डीहाइड्रोटेस्टोंस्टेरोंन) को रोकने वाले घरेलू उपायो के बारे में आज हम इस आर्टिकल में चर्चा करेंगे, जो DHT को रोकने में हमारे लिए मददगार साबित हो सकते है ।
डीहाइड्रोटेस्टोंस्टेरोंन हमारे लिए क्यों आवश्यक है ?
DHT (Dihydrotestosterone) डीहाइड्रोटेस्टोंस्टेरोंन की शरीर में उपस्थिति और आवश्यकता की बात करे तो यह पुरुषो में पाए जाने वाला एक ऐसा हार्मोन होता है जो पुरुषो में युवावस्था के लक्षण दर्शाता है | क्योंकि DHT (Dihydrotestosterone) डीहाइड्रोटेस्टोंस्टेरोंन पुरुषो में लिंग और प्रोटेस्ट ग्लैंड के विकास में अपनी एक अलग ही महत्ता रखता है | पुरुषो में दादी मूंछ , आवाज में भारीपन का आना शरीर के बालो में वृद्धि का होना , अन्डकोशो में वीर्य ( शुक्र ) का बनना , मांसपेशियों में जठिलता आना आदि सभी प्रकार के लक्षणों का मूल DHT (Dihydrotestosterone) डीहाइड्रोटेस्टोंस्टेरोंन हार्मोन्स की उपस्थिति के ही परिणाम होते है |
DHT कैसे शरीर को नुकसान पहुंचाता है ?
शरीर के वो अंग या हिस्से जहा रक्त का संचार बहुत धीमा होता है उन भागो में जा कर DHT हार्मोन एकत्रित होने लगता है | और यदि बात हमारे सिर की करे तो वह रक्त संचार बहुत ही धीमा हो जाता है जिससे की DHT वहा जाकर हमारे बालो की जडो के आसपास इकट्ठे होने लगते है | जिसका परिणाम यह होता है की जिस जगह पर पहले से ही रक्त संचार कम होने से पोषण भलीभांति नही पहुंच रहा था अब DHT BLOKERS के इकट्ठे हो जाने से पोषण की मात्रा और कम पहुंचने लगती है तो बालो को भी ठीक प्रकार से पोषण नही मिलने के कारण बालो का पतला होना, रुसी (डेंड्रफ dandruff), जड़ो से टूटना व हेयर फॉल (झड़ना) और भी तेज होने लगता है |
शरीर में DHT बढने के कारण क्या है ?
- पर्याप्त नींद का नही लेना
- देर सुबह तक सोना
- धुम्रपान का अधिक सेवन
- तनाव पूर्ण दिनचर्या
- आलसी प्रवृति
- गलत भोजन का चयन
आदि के कारण हमारे शरीर में टेस्टोंस्टरोंन का अधिक जमाव होना प्रारम्भ हो जाता है |
- विटामिन बी की कमी
बालो के झड़ने के लिए विटामिन बी काफी हद तक जिम्मेदार होता है | समूह के सभी विटामिन की कमी बालो का झड़ने में जिम्मेदार है |
- विटामिन डी की कमी
विटामिन डी बालो के अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छा स्त्रोत होता है | किन्तु जब शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है तो स्वास्थ्य सम्बन्धी अनेको समस्याए तो होती ही है साथ ही हेयर फॉल व रुसी (डेंड्रफ dandruff) की समस्या भी हो जाती है | यदि आपको हेयर फॉल की समस्या अचानक से बढ़ गयी हो तो आपको विटामिन डी की जांच अवश्य ही करवानी चाहिए |
- विटामिन ई की कमी
बालों के पोषण के लिए विटामिन ई अत्यंत जरूरी होता है ऐसे में यदि किसी कारण वश शरीर में विटामिन ई की कमी हो जाती है ऐसे में हेयर फॉल होना स्वभाविक होता है |
अनुवांशिक (Hereditary)
हेयर फॉल (Hairfall in hindi) का बड़ा कारण अनुवांशिक भी होता है | अधिकतर पुरुषो में हेयर फॉल की समस्या अनुवांशिक ही होती है | जो उन्हें अपनी माता-पिता से मिली हो सकती है |
PCOS/PCOD हेयर फॉल का कारण बनता है
गर्भावस्था यौवन आदि के समय हार्मोनल परिवर्तन होना भी हेयर फॉल (Hairfall in hindi) का कारण बनता है | जिन महिलाओ को PCOS या PCOD की समस्या होती है उसके रुसी (डेंड्रफ dandruff), बाल पतले हो कर झड़ना स्टार्ट हो जाते है | कुछ महिलाओ के शरीर, चेहरे आदि अनचाही जगहों पर बाल भी उग आते है |
हाइपोथायराइडिज्म
जिन महिलाओं को हाइपोथायराइडिज्म की समस्या हो उनको हेयर फॉल की समस्या होने की सम्भावना बहुत अधिक हो जाती है क्यों की हाइपोथायराइडिज्म में अधिकतर हार्मोन्स असंतुलित हो जाते है |
प्रोटीन की कमी है हेयर फॉल का कारण
यदि आपकी डाइट में प्रोटीन की मात्रा कम है और यह लम्बे समय तक बनाये रखते हो तो धीरे धीरे आपके रुसी (डेंड्रफ dandruff) बढ़ जायेगा और बाल झड़ना (hairfall) स्टार्ट हो जायेगा | ऐसे में आगे बताई गयी डाइट का सहारा लिया जाना आपके लिए उपयोगी साबित हो सकता है |
टेस्टोस्टेरोन की कमी
टेस्टोस्टेरोन पुरुष व महिलाओ में पाया जाने वाला एक सेक्सुअल हार्मोन होता है | जो की सेक्सुअल प्रक्रिया को नियंत्रित करता है | इसका हेयर फॉल में बड़ा रोल होता है |
संक्रमण
स्किन में किसी भी प्रकार का संक्रमण होने से हेयर फॉल होने की सम्भावना बढ़ जाती है क्योकि ऐसा होने पर संक्रमण बालो में रुसी (डेंड्रफ dandruff) का बढना भी स्वभाविक होता है |
ल्युपस
ल्युपस की समस्या होने पर रोगी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा ही उसके ऊतको पर आघात किया जाता है | साथ ही शरीर में सूजन होने से बालो के स्कल्प कमजोर हो जाते है और अधिक मात्रा में बाल झड़ने लगते है |
लम्बे समय तक दवाओ का सेवन
मधुमेह, उच्चरक्तचाप, थाइरोइड, कैंसर आदि रोगों में लगभग सभी रोगीयों को नियमित रूप से दवाओ का सेवन करना पड़ता है | नियमित दवाओ का सेवन करते रहना भी हेयर फॉल (Hairfall in hindi) का बड़ा कारण बनाता है |
आयरन की कमी
शरीर में आयरन की कमी होना हेयर फॉल (Hair fall in hindi) का बड़ा कारण हो सकता है |
हेयर फॉल होने की समस्या का पता लगाने के लिए किये जाने वाले महत्वपूर्ण टेस्ट
- थायराइड फंक्शन टेस्ट
- CBC (Complete Blood Count)
- टेस्टोस्टेरोन
- प्रोटीन प्रोफाइल टेस्ट
- सीरम फेराटिन और सीरम आयरन
- प्रोलैक्टिन टेस्ट
हेयर फॉल कंट्रोल करने के घरेलू उपाय ( home remedies for control hair fall in hindi )
एलोवेरा
एलोवेरा बालो के पोषण के लिए अत्यंत उपयोगी रहता है ऐसे में एलोवेरा का पत्ता 4 अंगुल लेकर उसे 500 मिली पानी में अच्छे से उबाले जब पानी अच्छे से उबल जाये तो एलोवेरा को अच्छे से उसमे मिला ले | एलोवेरा पेस्ट जब ठंडा हो जाये तब उससे बालो को धो ले| इससे बालो को पोषण भी मिलेगा साथ हो साथ बाल चमकदार बने रहेंगे | इस प्रयोग को अजमाने से आपको रुसी (डेंड्रफ dandruff) से भी निज़ात मिलेगा |
करी पत्ता
सामग्री
- नारियल तेल 100 मिली
- करी पत्ता 30 ग्राम
- आवला 2 पीस
100 मिली तेल को बाउल में डालकर गर्म होने के लिए गैस पर रखे | उसमे करी पत्ता और अवले का पेस्ट बनाकर दाल दे | धीरे धीरे मध्यम आंच पर पकने दे | जब करी पत्तो का रंग हल्का ब्राउन होने लगे तब उसे गैस से उतारकर ठंडा होने के लिए छोड़ दे | और किसी कांच की बोतल में भरले | रोज रात को हल्के हाथो से मालिश करे | यह फंगल इन्फेक्शन को भी नियंत्रित करता है |
अमरबेल
- नारियल तेल 100 मिली
- नीम पत्र 20 ग्राम
- आवले 2 पीस
- अमरबेल 30 ग्राम
सभी को एक साथ लेकर पेस्ट बना ले तत्पश्चात नारियल तेल में डालकर अच्छे से पका ले | इस तैयार किये हुए तेल का उपयोग करने से यह बालो का झड़ना व एलोपेसिया में भी काम करता है | इसके परिणाम अत्यंत लाभदायक साबित होते है | अमरबेल के मूल में डल्सिटोल व कस्कुटिन नामक द्रव्य उपस्थित रहता है | अमरबेल के फल में मेनिटोल ,सिरिसेटिन तथा बीटा सीटोस्टेरोल उपस्थित रहता है | इसके बीजो में कस्कुटिन , लिनोलिक की उपलब्धता नए बालो को उगाने में मदद करता है |
पिली कनेर
- पिली कनेर के फूल
- छोटी दुधी के पत्ते
रोज सुबह पिली कनेर के फूलो व् छोटी दुधि के पत्तो का पेस्ट बनाकर अच्छे से सकल्प में लगाये इससे हेयर फॉल (Control Hair fall in hindi) तो रुकेगा ही साथ ही नये बालो के उगने की सम्भावना भी काफी हद तक बढ़ जाती है |
भृंगराज
इसमें रेजिन, सितोस्टेरोल, म्युसिलेज, एक्लेप्टीन, वेड़ेलोलेक्टोंन, बीटा अमायरिन, पोलिएसिटाईलेनिक, ल्युटीयोलिन-7-o ग्लुकोसाइड आदि की मोजुदगी बालो के पोषण में अत्यंत लाभदायक होती है |
भृंगराज के पत्तो का पेस्ट बनाकर अपने बालो में लगाकर 45 मिनट के लिए छोड़ देने से बालो का झड़ना (Control Hair fall in hindi) रुक जाता है साथ ही असमय सफेद हुए बालो को पुन काला होने में मददगार साबित हो सकता है |
आवला
- आवला पाउडर 10 ग्राम
- शिकाकाई पाउडर 5 ग्राम
- रीठा पाउडर(बीज रहित) 3 ग्राम
- मुल्तानी मिट्टी 10 ग्राम
- दही
सभी का पाउडर लेकर दही के साथ मिलाकर पेस्ट बनाकर सप्ताह में तीन दिन लगाने से हेयर फॉल में राहत मिलती है | आवले में टैनिन, एस्कार्बिक अम्ल, नियासिन, प्रोटीन, एलानिन, इलेजिक, गैलिक अम्ल, ग्लुटेमिक अम्ल, एस्पार्टिक अम्ल, विटामिन – सी, कैल्शियम, फास्फोरस, लाइसिन, वसा आदि जैसे बहुउद्देशीय तत्व प्रचूरता में पाए जाते है |
त्रिफला चूर्ण
- त्रिफला चूर्ण 2 चम्मच
- दही लगभग 50 ग्राम
- एरंड पता 2
दही में त्रिफला चूर्ण को मिलाकर लगभग 1-2 घंटे के लिए छोड़ दे | उसके बाद इस पेस्ट को अपने स्कल्पो बालो की जडो में अच्छे से लगाये साथ ही पूरे सिर को लेप से अच्छे से कवर कर दे, उसके बाद ऊपर से एरंड के पत्तो से बांध देवे | इसे आयुर्वेद में शिरोलेप के नाम से जाना जाता है | यह बालो के पोषण के साथ ही बालो से सम्बंधित सभी प्रकार की समस्याओ में लाभकारी साबित होता है | त्रिफला में शिकिमिक, सक्सिनिक, एन्थ्राक्विनोंन, गैलेट, टैनिन, बीटा – सीटोस्टेरोल, मैनिटोल, फ्रक्टोज, ऐलेजिक अम्ल, ऑक्सेलिक अम्ल, प्रोटीन, एथिल, रैम्नोज, टैनिन, एस्कार्बिक अम्ल, नियासिन, प्रोटीन, एलानिन, इलेजिक, गैलिक अम्ल, ग्लुटेमिक अम्ल, एस्पार्टिक अम्ल, विटामिन – सी, कैल्शियम, फास्फोरस, लाइसिन, वसा आदि बहुउद्देशीय तत्व प्रचूरता से मौजूद रहते है |
मेथीदाना
- मैथी दाना 25 ग्राम
- एलोवेरा गुदा 20 ग्राम
- दही 50 ग्राम
मैथीदाना को रात को भिगोकर छोड़ दे | सुबह उसमे एलोवेरा गुदा व् दही मिलाकर पेस्ट तैयार करले | और अपने बालो पर लगाने से बाल मजबूत होकर हेयर फॉल कंट्रोल (Control Hair fall in hindi) हो जाता है |
हेयर फॉल के लिए तेल मिश्रण
- नारियल तेल 50 मिली
- ओलिव आयल 30 मिली
- जोजोबा 20 मिली
- एरंड तेल 20 मिली
- टी ट्री आयल 10 मिली
- भृंगराज तेल 20 मिली
सभी को उपरोक्त दिए हुए अनुपात में मिलाकर रख ले | और अपने बालो पर उपयोग करने से हेयर फॉल में राहत मिलेगी |
हमारे द्वारा निर्मित बेस्ट हेयर आयल kesh dayal herbal hair oil का उपयोग करने से आपको बहुत कम समय में ही हेयर फॉल से छुटकारा मिल जायेगा |
बालो के झड़ने में क्या खाए ( diet for control hair fall in hindi )
विटामिन्स
शरीर के सम्पूर्ण पोषण के लिए विटामिन्स अत्यंत आवश्यक होते है ऐसे ही बालो को झड़ने से रोकने (Hair fall control in hindi) के लिए विटामिन्स की सबसे अधिक आवश्यकता होती है |
विटामिन ए – विटामिन ए की आपूर्ति के लिए आपको शकरकंद , मछली का तेल आदि का सेवन करना लाभदायक सिद्द होगा |
विटामिन बी
विटामिन बी समूह की आपूर्ति के लिए कच्चे फलो और सूखे मेवो के साथ ही साथ मोरिंगा की पत्तियों का सेवन करना लाभकारी होगा | इससे शरीर में रक्त की आपूर्ति बढ़ जाती है जिससे बालो तक पोषण पहुंचने में आसानी रहती है |
विटामिन इ
विटामिन इ का अच्छा श्रोत है मछली, अंडा, कच्चे गेंहू , डेयरी प्रोडक्ट्स आदि |
ओमेगा 3,9
अखरोट, मोरिंगा , स्पिरुलिना, फ़िश आयल आदि के सेवन से ओमेगा 3,9 की आपूर्ति हो जाती है | अंगूर के बीजो का सेवन स्किन व हेयर के लिए बहुत ही लाभकारी सिद्ध होते है | ओमेगा-3 बायोटिन,विटामिन-ई व फैटी-एसिड की प्रचुरता से भरपूर होता है | कम उम्र में बालो को सफेद होने से बचाता है |
अंडा, गाजर, पालक, बादाम, केला, मैथी, कच्चे गेंहू, जलकुम्भी, भिन्डी, नारियल, खरबूजा, शैवाल, सेलमोंन, सभी तरह की दाले, संतरा, निम्बू, अंगूर, जामुन आदि का सेवन अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए |
सा पालमोटो –
सा पालमोटो के सेवन से बालो के झड़ने में राहत मिलती है |
हेयर फॉल में क्या नही खाए (Avoid diet control hair fall in hindi )
यदि आप सोचते हो की बहुत अधिक मात्रा में हो रहे हेयर फॉल को कैसे रोके (How to Control Hair fall in hindi) तो उसके लिए आपको अपने खाने पर बहुत अधिक ध्यान देने की जरूरत पड़ेगी | इसके लिए आपको अपने खाने में सिर्फ भारतीय व्यंजनों को ही शामिल करना होगा बाकि वर्तमान समय में बाजार में मिलने वाले फास्टफूड को बिलकुल बाय बाय करने की अपने मन में ठान लेनी होगी | साथ ही ध्यान रखे की कब्ज पैदा करने वाले किसी भी खाद्य पदार्थो का सेवन ना करे |
बालो के झड़ने (हेयर फॉल) रोकने के लिए योग (Yoga for control hair fall in hindi )
हेयर फॉल को कंट्रोल (Yoga for hairfall contron in hindi) करने के लिए योग व मैडिटेशन का सहारा लेना अत्यंत लाभकारी साबित होता है क्योकी योगाभ्यास के द्वारा शरीर में रक्त का संचार बढने से बालो तक पोषण आसानी से पहुंच जाता है | और मैडिटेशन के द्वारा तनाव में कमी आने से हेयर फॉल कंट्रोल होने में लाभ मिलता है |
विशेष – जिस आसन में भी सिर नीचे की और झुकता है वो सभी आसन हेयर फॉल कंट्रोल (hairfall control in hindi) करने में लाभदायक सिद्ध होंगे | क्योंकि रक्त का प्रवाह सिर की और होने से बालो को भरपूर पोषण मिलने में आसानी हो जाती है |
हेयर फॉल के लिए उपयोगी योगासन (Yoga for control hair fall in hindi )
- शीर्षासन – सिर में रक्तसंचार बढ़ाने में श्रेष्ट आसन है |
- पादहस्तासन – रक्त का संचार उर्धगामी होने से बालो को पोषण ठीक प्रकार से पहुँचने में सहायक आसन है |
- सर्वांगासन – इस आसन के नियमित अभ्यास से सम्पूर्ण शरीर के रक्त संचार का ठीक होता है |
- हलासन
- चक्रासन
- पवनमुक्तासन- कब्जव गैस्टिक समस्याओ का समाधान करने में लाभदायक |
- अधोमुखासन – शरीर का उपरी हिस्सा नीचे की और झुकाने इ रक्त का संचार ऊपर की और बढ़ जाता है |
- अपानासन
- वज्रासन – अच्छे पाचन के लिए लाभकारी है और यदि आपका पाचन संस्थान गडबड है तो बालो के झड़ने के समस्या बढने की सम्भावना अधिक रहती है |
- योगनिन्द्रा – तंत्रिका को आराम पहुचाने के लिए लाभदायक |
- शवासन – तनाव को दूर करने के लिए महत्वपूर्ण आसन है |
- मैडिटेशन (ध्यान) – मन में उठ रहे सभी प्रकार के नकारात्मक भावो को खत्म करने में व आदर्श व्यक्तित्व बनाने में म्हत्व्पोर्र्ण भूमिका निभाता है |
- नाड़ीशोधन – इडा व पिंगला नाडियो का शोधन होने से श्वास-प्रस्वास की क्रिया में ओक्सीजन अधिक मात्रा मने शरीर के अन्दर जाने से रक्त का शोधन होने में आसानी होती है साथ ही जब शुद्ध रक्त सम्पूर्ण शरीर में प्रवाहित होंता है तो पोषण की मात्रा भी अधिक पहुंचती है ऐसे में बालो को प्रॉपर पोषण मिलने लगेगा जिससे हेयर फॉल की समस्या से निज़ात मिलने की सम्भावना बनती है |
- कपालभांति – सभी प्रकार के शारीरक व मानसिक रोगों में लाभकारी परिणाम देने वाली क्रिया है | इसके नियमित अभ्यास से बालो के झड़ने की समस्या में भी राहत मिलती है |
- भस्त्रिका– कफ दोष के समन के लिए उत्तम क्रिया|
- जलनेति – कफ दोष का शमन करने में बहुत ही सरल क्रिया जिससे आप आसानी से किस प्रशिक्षक से सिख कर आसानी से घर पर नियमित कर सकते हो | श्वसन सम्बन्धी सभी रोगों में भी लाभदायक |
- सुत्रनेती – जुकाम, अस्थमा, माइग्रेन आदि समस्याओ के साथ ही साथ सूत्र नेति के अभ्यास से बालो की समस्या में भी आराम मिलता है |
- कुंजल – उर्ध्वजत्रू गत रोगों में श्रेष्ट लाभकारी शोधन की क्रिया का नियमित या कुछ समयांतराल में करने से हेयर फॉल की समस्या में लाभ मिलता है |
उपरोक्त सभी योग व प्राणायाम व् शोधन क्रियाओ के नियमित अभ्यास द्वारा आप अपने हेयर फॉल की समस्या में राहत पा सकते हो |
विशेष – इन सभी यौगिक क्रियाओ का सम्पूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए इन क्रियाओ का अभ्यास किसी कुशल प्राकृतिक चिकित्सक या कुशल योग शिक्षिक की देखरेख में करे |
इस लेख में आपने आज जाना हेयर फॉल को कैसे रोका जाये (hairfall control in hindi) या कंट्रोल किया जाये |
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धन्यवाद !
डॉ.रामहरि मीना (Dr.Ramhari Meena)