Liver की टॉप 7 आयुर्वेदिक मेडिसिन : आजकल अक्सर लोग खानपान पर विशेष ध्यान नहीं देने के कारण अनेक बीमारियों से परेशान रहते हैं। इसके साथ ही नशीले पदार्थों का अधिक सेवन करने के कारण नई-नई बीमारियों को न्योता देते रहते हैं। जिनमें मुख्य बीमारी पाचन से जुड़ी हुई होती है। अनियमित आहार विहार और अधिक मात्रा में नशीले पदार्थों का सेवन करने के कारण अनेक बीमारियों का सामना करना पड़ता है। हद से ज्यादा नशीले पदार्थों का सेवन करने के कारण लीवर खराब हो जाता है। Liver की टॉप 7 आयुर्वेदिक मेडिसिन
लीवर खराब होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि अधिक मात्रा में अल्कोहल सेवन करना , भारी भोजन का अधिक सेवन करना, अधिक तेलीय खाद्यों का सेवन, या डायबिटीज़ जैसी बीमारियों के कारण। सही आहार-विहार, स्वस्थ जीवनशैली, और नियमित चेकअप से लीवर की सेहत को सुरक्षित रखा जा सकता है।
आज हम आपके Liver को सुरक्षित रखने के लिए 7 आयुर्वैदिक मेडिसिन के बारे में बताएंगे। जो आपके लीवर को सुरक्षा प्रदान करेगी। तो चलिए जानते हैं, Liver की टॉप 7 आयुर्वैदिक मेडिसिन के बारे में-
Liver की आयुर्वेदिक मेडिसिन हैं ये 7 फार्मूलेशन
वैसे तो आयुर्वेद में लिवर को सुरक्षित रखने के लिए अलग-अलग कंपनियों की अनेक क्लासिकल और अपने उत्पाद उपलब्ध है, परंतु हम मुख्य रूप से उपयोग में ली जाने वाली Liver की 6 आयुर्वैदिक मेडिसिन के बारे में बता रहे हैं। ये हैं –
- Liv-52(हिमालय
- रोहितकारिष्ट क्लासिक
- SD Livdone डॉ फिंडू वैलनेस
- Livamrit tablets पतंजली
- Dabur Hepanoसिरप
- Punarnavarishta
- Heposem tablets (केरला आयुर्वेदा)
Liver की टॉप 7 आयुर्वेदिक मेडिसिन
1. Liv-52 Himalaya सिरप लीवर के प्रशिद्ध हिमालय कंपनी की दवा
यह हिमालय कंपनी द्वारा तैयार एक आयुर्वेदिक दवा है, जो लिवर को स्वस्थ रखने के लिए प्रयुक्त होती है। यह प्रमुखतः लिवर के रोगों जैसे कि फैटी लिवर, हेपेटाइटिस, जिगर की सुजन, और जिगर की सुरक्षा में मदद करने के उपयोगी है इसके साथ ही यह डैमेज लीवर को सुरक्षित करने और लीवर की हेल्थ के लिए उपयोगी है इसमें अर्जुन और मन्डूर भस्म जैसी उपयोगी औषधीय का उपयोग किया जाता है।
2. रोहितारिष्ट है शास्त्रोक्त लीवर सिरप
यह एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक क्लासिकल औषधि है जो पाचन तंत्र को सुधारने और इमेज हुए लीवर को सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रयोग की जाती है। इसमें कई जड़ी-बूटियों का समृद्ध मिश्रण होता है, जिसमें रोहितक, आम, हरिताकी, धातकी, इलायची, दालचीनी, द्राक्षा, गुड़ आदि शामिल हो सकते हैं।रोहितारिष्ट का विशेष उपयोग पाचन संबंधित समस्याओं, गैस्ट्राइटिस, और आमाशय संबंधित विकारों में किया जाता है। इसका सेवन शरीर को सार्थक ऊर्जा प्रदान करने में भी मदद कर सकता है और डैमेज लीवर को फिर से रिकवर करने का कार्य करता है।
3. SD Livdone डॉ फिंडू वैलनेस की उत्तम लीवर टॉनिक
यह उत्पाद लीवर फंक्शन को सुचारू करने, रोगों से लड़ने एवं लीवर बढ़ोतरी को कम करने के लिए विशेष लाभदायक आयुर्वेदिक दवा है । यह अन्य उत्पादों से मूल्य में कम होते हुए भी गुणों में उत्तम है । यह लीवर से विषाक्त पदार्थों को दूर करने एवं डेटोक्स करने के लिए जानी जाती है । इसका सेवन नित्य करने से लीवर के साथ – साथ digestive हेल्थ में भी सुधार होता है । इसमें लीवर फ्रेंडली आयुर्वेदिक द्रव्यों का इस्तेमाल किया गया है जो लीवर के लिए फायदेमंद होते हैं । आयुर्वेदिक वैद्य की सलाह से इसका सेवन करने से लीवर के सभी विकारों में लाभ मिलता है ।
4. Livamrit Tablets पतंजलि की आयुर्वेदिक दवा
यह पतंजलि कंपनी द्वारा तैयार टैबलेट है जो लीवर को सुरक्षा प्रदान करने के लिए उपयोग में ली जाती है पतंजलि Livamrit Tablets फैटी Liver, हेपेटाइटिस, भूख न लगना, एनीमिया आदि रोगों में उपयोगी है। यह पतंजलि की फर्म द्वारा तैयार पेटेंट हर्बल फार्मूला है।
5. Dabur Hepano सिरप डाबर की प्रशिद्ध लीवर टॉनिक
यह डाबर कंपनी द्वारा तैयार सिरप है। जो विभिन्न औषधीय पौधों का उपयोग करके लीवर के लिए तैयार की गई है। यह आयुर्वेदिक सिरप प्राकृतिक जड़ी बूटियां जैसे भूमिआमलकी, गुडुची आदि मुख्य औषधीय द्वारा तैयार की गई है। जो लीवर को सुरक्षा प्रदान करने में अहम भूमिका निभाती है। इसके साथ ही इसमें हरितकी और कटुका औषधीयों को उपयोग किया गया है जो एंटीऑक्सीडेंट के साथ सूजन को कम करने में उपयोगी है।
6. Punarnavarishta शास्त्रोक्त आयुर्वेदिक औषधि
यह आयुर्वेद की प्रसिद्ध सिरप है। जो Liver से संबंधित रोगों और आंतरिक अंगों में सूजन में उपयोग में ली जाती है। Punarnavarishta शरीर की सूजन को दूर करती हैं, इसके साथ ही यह शरीर में रक्त की कमी को दूर करने और पेट के रोगों में राहत देने का कार्य करता हैं। पुनर्नवारिष्ट की तासीर गर्म होती है इसमें दीपन-पाचन गुण विधमान होते हैं। यह बैधनाथ, पतंजलि और डाबर आदि कंपनियों द्वारा तैयार बाजार में उपलब्ध है।
7. हेपोसेम टेबलेट (Heposem Tablet Kerala Ayurveda)
इस list में सबसे अंतिम में आती है केरला आयुर्वेद की हेपोसेम टेबलेट्स । यह आयुर्वेदिक दवा भी लीवर को सुचारू करने एवं निरोगी बनाने के लिए एक विश्वसनीय दवा है । इसके सेवन से लीवर फंक्शन ठीक ढंग से करता है । इसका निर्माण kerala ayurveda फार्मेसी द्वारा किया जाता है और यह इनकी पेटेंट दवा है । इसमें हेपटो प्रोटेक्टिव प्रॉपर्टीज उपस्थित है जो लीवर को सही ढंग से कार्य करने के लिए उत्साहित करती है । जिगर के बढ़ने या अन्य सभी समस्याओं में इसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा करवाया जाता है ।
सारांश (Conclusion)
यह लेख महज आयुर्वेद की दवाओं के ज्ञान वृद्धन के लिए लिखा गया है । इस लेख में हमने लीवर के उपचार में विभिन्न आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा उपयोग होने वाली प्रमुख लीवर टॉनिक के बारे में बताया गया है । यह लेख आयुर्वेदिक चिकित्सकों, फार्मासिस्ट एवं स्टूडेंट्स के लिए बहुत उपयोगी है ।
अगर आप लीवर समस्याओं से ग्रसित हैं तो एक निपुण आयुर्वेदिक चिकित्सक की सहायता से औषधियों का चयन करें । इन दवाओं के अलावा भी आयुर्वेद में विभिन्न क्लासिकल और पेटेंट आयुर्वेदिक दवाएं हैं जिनका इस्तेमाल लीवर को ठीक करने के लिए किया जाता है । साथ ही लीवर के उपचार में इन दवाओं के साथ – साथ अन्य आयुर्वेदिक योगों का भी इस्तेमाल किया जाता है ।