यह गुप्त रोगों की समस्या को दूर करने के लिए आयुर्वेद की महत्वपूर्ण औषधि है पूर्णचन्द्र रस | पूर्णचन्द्र रस के सेवन से शीघ्रपतन, वीर्य का पतलापन, स्वप्नदोष, नपुंसकता मूत्र संस्थान से सम्बन्धी समस्याओ से शीघ्र लाभ मिलता है |
पूर्णचन्द्र रस न केवल पुरुषो के लिए ही फायदेमंद है अपितु महिलाओ के लिए भी श्रेष्ठ आयुर्वेद औषधि है | आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम चर्चा करेंगे पूर्णचन्द्र रस के फायदे घटक द्रव्य, सेवन विधि और नुकसान के बारे में –
पूर्णचन्द्र रस के घटक द्रव्य puranachandra ras ingredients in hindi
- रजत भस्म – 10 ग्राम
- स्वर्ण भस्म – 5 ग्राम
- अभ्रक भस्म – 20 ग्राम
- वंग भस्म – 10 ग्राम
- लौह भस्म – 20 ग्राम
- लौग – 5 ग्राम
- इलायची – 5 ग्राम
- शुद्ध पारद – 10 ग्राम
- शुद्ध गंधक – 10 ग्राम
- कांस्य भस्म – 5 ग्राम
- जायफल – 5 ग्राम
- जीरा – 5 ग्राम
- दालचीनी 5 ग्राम
- नागरमोथा – 5 ग्राम
- कपूर – 5 ग्राम
- प्रियंगु पुष्प – 5 ग्राम
बैधनाथ पूर्णचंद्र रस बनाने की विधि
आयुर्वेद की इस महत्वपूर्ण औषधि पूर्णचन्द्र रस को बनाने के लिए सबसे पहले शुद्ध पारद और शुद्ध की हुई गंधक की कज्जली बना ले | जब कज्जली बनाने के लिए पारद और गंधक को खरल में डालकर अच्छी तरह तब तक मर्दन करे जब तक की पारद और गंधक का रंग काला हो जाये | इसका रंग पूर्णरूप से काला हो जाने से समझे की कज्जली बनकर तैयार हो चुकी है | कज्जली तैयार हो जाने के बाद इसमे सभी भस्मो को उपर्युक्त मात्रा में डालकर अच्छी तरह घुटाई करे | अच्छे से घुटाई हो जाने के बाद सभी बची हुई जड़ी बूटियों के पाउडर को मिलाकर अच्छे से घुटाई करे | सबसे अंत में एलोवेरा त्रिफला एरंड मूल की क्रमशः एक एक भावना देने के बाद 125-125 मिग्रा की गोलियां बना कर कांच की शीशी में भर कर रखे |
रोग उपचार में पूर्णचन्द्र रस के फायदे puranachandra ras benefits in hindi
वीर्य दोषों (शीघ्रपतन) में पूर्णचन्द्र रस के फायदे
बचपन में की गयी गलतियों के कारण या यु कहे की अप्राकृतिक मैथुन ( हस्थमैथुन ) से वाजीकरण शक्ति का नाश हो गया हो इन्द्रियों में ढीलापन आ गया हो ऐसी स्थिति में पूर्णचंद्र रस एक नई उम्मीद जोश उमंग लाकर सम्पुर्ण सेक्सुअल लाइफ को पुनर्जीवित कर देता है | साथ ही पारद, गंधक, सुवर्ण भस्म, रजत भस्म आदि इसको अत्यंत वाजीकारक औषधि बना देते है | इतने महत्वपूर्ण घटक द्रव्यों की उपस्थिति के कारण यह शीघ्रपतन की समस्या से शीघ्र छुटकारा दिलाता है |
शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में पूर्णचन्द्र रस के फायदे
किसी कारण विशेष से जिन लोगो में शुक्राणुओं की संख्या बहुत ही निम्नतम स्तर पर पहुंच गयी हो उनके शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए पूर्णचन्द्र रस काफी फायदेमंद साबित होता है | शुक्राणुओं की कमी होने से वाजीकरण शक्ति का हास हो जाता है | ऐसे में वैवाहिक जीवन में कडवाहट आने लगती है | इसके कारण काफी रिश्ते टूटने की कगार पर पहुंच जाते है ऐसे में टूटते हुए रिश्ते को बचाने में पूर्णचन्द्र रस आपके लिए अत्यंत उपयोगी साबित हो सकता है |
पाचनतन्त्र की गड़बड़ियो में पूर्णचन्द्र रस के फायदे
इलायची, लॉन्ग, जीरा, अभ्रक भस्म आदि घटक द्रव्य पाचन तन्त्र से सम्बन्धी परेशानियों के लिए अत्यंत लाभदायक आयुर्वेद औषधि है | इसके सेवन से अजीर्ण,संग्रहणी, अम्लपित, अग्निमांध आदि में लाभ मिलता है | पाचन तन्त्र से सम्बंधित समस्याओ में बेहतर परिणाम लेने के लिए कामदुधा रस, हिंग्वादी वटी या हिंग्वाष्टक चूर्ण का सेवन भी किया जा सकता है |
श्वास रोगों में पूर्णचन्द्र रस है लाभदायक
पूर्णचन्द्र रस में उपस्थित घटक द्रव्य जायफल, दालचीनी कपूर नागरमोथा, अभ्रक भस्म आदि की प्रकृति उष्ण होने से यह श्वसन सम्बन्धी रोगों जैसे खांसी, नजला, जीर्ण प्रतिशाय आदि में राहत प्रदान करता है |
मूत्र रोगों में फायदेमंद है पूर्णचन्द्र रस बैधनाथ
लम्बे समय से औषधियों के सेवन से मूत्र सम्बन्धी समस्या हो जाती है | जिसके कारण मूत्र मार्ग में संक्रमण होने लगता है संक्रमण के कारण पेशाब का वेग से नही निकलना, बार-बार पेशाब जाने की इच्छा का होना लेकिन पेशाब नही निकल पाता हो, पेशाब के समय जलन का होना आदि परेशानिया हो जाती है इसके लिए पूर्णचन्द्र रस आयुर्वेद की उत्तम औषधि है |
पूर्णचन्द्र रस की मात्रा और सेवन विधि puranchandra ras uses in hindi
इसके सेवन की मात्रा 125-250 मिग्रा अर्थात एक या दो गोली शहद के साथ चाट क्र उपर से गर्म दूध का सेवन करे | 15 साल से अधिक उम्र के रोगि ही पूर्णचन्द्र रस का सेवन करे
पतंजली पूर्णचन्द्र रस के नुकसान और सावधानी
किसी भी आयुर्वेद औषधि का सेवन चिकित्सक की देखरेख में करने पर किसी प्रकार का नुकसान नही होता है | साथ ही पूर्ण चन्द्र रस का किसी प्रकार का कोई साइड इफ़ेक्ट नही देखा गया है | छोटे बच्चो से दूर रखे |
पूर्णचन्द्र रस का मूल्य price of puranchandra ras in hindi
Dabur puranchandra ras price (gold) Tablet -10 price – 300 /-
Baidhnath puranchandra ras price (ordinary) Tablet – 40 price 102/-
balu puranchandra ras price Tablet – 20 price – 1400/-
vyas puranchandra ras price – Tablet – 25 price – 585/-
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