हिचकी का सामान्यत: आना किसी अपने किसी पारिवारिक सदस्य या नजदीकी मित्र द्वारा याद किये जाने के संकेत के रूप में माना जाता है | किन्तु जब यह काफी लम्बे समय तक बार बार हिचकी आने लगे तो शरीर में किसी असामान्यावस्था की और संकेत करती है |
आयुर्वेद में हिचकी की पुनरावृति को हिक्का रोग के नाम से वर्णन किया गया है |
बार बार हिचकी क्यों आती है
जब हमारे डायफ्राम जो की नाभि के ऊपर वाले हिस्से में स्थित रहता है में वायु वेग की रुकावट होने से बार बार हिचकी आने लगती है | जब डायफ्राम में किसी कारणवश सिकुडन पैदा हो जाती है| तो ऐसी स्थिति में भी बार बार हिचकी आती है | यह बार बार आने वाली हिचकी कई बार बहुत अधिक परेशान कर देती है | जिससे साँस लेने में , बोलने में परेशानी होने लगती है | हाइपर एसिडिटी व बदहजमी की समस्या होने पर भी बार बार हिचकी आने लगती है |
लम्बे समय तक हिचकी आने के कारण
- अधिक शराब का सेवन करना
- शराब की लत
- खाने का ठूंस ठूंस कर खाना
- भावनात्मक तनाव का होना
- मोषम परिवर्तन से तापमान में आये परिवर्तन के कारण
- मष्तिष्क में गांठ का होना
- आपकी स्पाइन में समस्या होने पर
- पाचन सम्बंधित गडबडी
- गले या ब्रेस्ट में गांठ का होना
- मष्तिष्क में सूजन या गांठ होना
- खाना खाते समय अधिक बात करने से खाने के साथ वायु का डायफ्राम में पहुंचना
- एंटी डिप्रेशन दवाओ का सेवन
- गुर्दे की बीमारी
- अधिक मात्रा में मिर्च- मसाले युक्त भोजन का प्रयोग करना
- भोजन को ठीक प्रकार से चबाये बिना ही जल्दी जल्दी निगलना
बार बार हिचकी आने के घरेलू उपाय
- गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर गरारे करने से बार बार आने वाली हिचकी में आराम मिलता है |
- जब हिचकी अधिक समय तक लगातार आती रहे तो कुम्भक अर्थात साँस को अन्दर लेकर कुछ समय के रोके और फिर छोड़े ऐसा करने से कुछ समय के बाद ही हिचकी आना बंद हो जाएगी |
- हिचकी आने पर खट्टी वस्तु का सेवन करना लाभदायक सिद्ध होता है |
- बार बार हिचकी आने पर किसी गुब्बारे में या किसी पोलोथिन में साँस को देर तक छोड़े | ऐसा करने से थोड़े समय बाद ही हिचकी आना बंद हो जाता है |
- ठंडे पानी को घूंट घूंट पिने से भी सामान्य हिचकी आना बंद हो जाती है |
- लहसून की कलियों का सेवन करने से भी बार बार आने वाली हिचकियो में आराम मिलता है |
- शहद चाटने से भी बार बार आने वाली हिचकी से राहत मिलती है |
- बार बार आने वाली हिचकी में गर्दन पर ठंडे पानी की पट्टी करने से राहत मिल जाती है |
- मोर पंख को जलाकर शहद के साथ चाटने से हिचकी आना तुरंत बंद हो जाता है |
बार बार आने वाली हिचकियो का आयुर्वेद इलाज
मयूरपिच्छ भस्म
शंख भस्म
सितोफलादी चूर्ण
इलायची
हरीतकी चूर्ण
क्षारयुष
चन्द्रशूर बीज
दशमुलादी योग
हृदयआर्णवरस
आदि दवाओ का सेवन चिकित्सक की देखरेख में करने से हिक्का रोग में राहत मिलती है |
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