योग के 15 फायदे, अगर चाहते हैं स्वस्थ रहना तो आज ही शुरू कर दे योग व्यायाम: मनोवैज्ञानिक रूप से देखा जाए, योग एक ऐसा आदि प्राचीन तकनीक है जिसे व्यक्ति शरीर, मन और आत्मा की समन्वयित विकास के लिए अपना सकता है। योग शब्द संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ होता है “एकीकृत” या “जुड़ा हुआ”। यह एक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से हम अपने शरीर, मन और आत्मा के संतुलन को स्थायी रूप से सुरक्षित कर सकते हैं।
स्वस्थ और सुखी जीवन के लिए योग बहुत ही कारगर क्रिया है, इससे शारीरिक और मानसिक विकारों को कण्ट्रोल किया जा सकता हैI योग के 15 फायदे तो ऐसे हैं की इन्हें जानकार आप अपने आपको योग करने से नहीं रोक पाएंगेI
योग के 15 बड़े फायदे जरुर पढ़ें
योग एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जिसे हमारे देश में हजारों वर्षों से अभ्यास किया जा रहा है। यह एक ऐसी विज्ञान है जो शरीर, मन और आत्मा के संतुलन को विकसित करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग करती है। योग के माध्यम से हम अपनी शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं और एक खुशहाल और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
योग का मतलब है “एकीकृत युज” जिसका अर्थ है मन, शरीर और आत्मा को एक साथ मिलाना या संयोजन करना। यह एक आध्यात्मिक अभ्यास है जिसके माध्यम से हम अपने आप को संपूर्णता के साथ जोड़ सकते हैं। योग में अभ्यास किए जाने वाले विभिन्न आसन, प्राणायाम, ध्यान और धारणा तकनीकें हमें शारीरिक और मानसिक तनाव से मुक्ति प्रदान करते हैं।
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आइए हम योग के 15 लाभों को विस्तार से समझते हैं:
शारीरिक स्वास्थ्य: योग आसनों के नियमित अभ्यास से शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। यह मांसपेशियों को मजबूत करने, श्वासनली को स्वस्थ रखने, रक्त परिसंचार को बढ़ाने, पाचन क्रिया को सुधारने और शरीर को लंबे समय तक झुकाव और स्थिरता में रखने में मदद करता है।
मानसिक शांति: योग ध्यान, प्राणायाम और मन को शांत करने की तकनीकों के माध्यम से मानसिक शांति प्रदान करता है। यह मन को स्थिर और नियंत्रित करके स्वयं को अधिक चेतन और खुशहाल महसूस करने में मदद करता है। योग प्रयास करता है कि मन के चिंतन को रोककर हम प्रसन्न और स्थिर रहें।
स्वास्थ्यप्रद श्वासनली: योग के प्राणायाम तकनीक श्वासनली को स्वस्थ रखने और उसकी क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। योगिक श्वासनली प्राण की प्रवाह को नियंत्रित करके दमकल को दुरुस्त और सुगम बनाता है जो हृदय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
स्वास्थ्यवर्धक हृदय: योग व्यायाम, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से हृदय के स्वास्थ्य को सुधारता है। यह रक्तचाप को नियंत्रित करके, हृदय के लिए अधिक ऑक्सीजन पहुंचाकर और धमनियों को मजबूत और स्वस्थ बनाने में मदद करता है।
शरीर में लचीलापन: योग के आसन शरीर की लचीलापन और शारीरिक समता को बढ़ाने में मदद करते हैं। इन आसनों को करने से स्पाइनल कोलम, कंधों, घुटनों, पैरों और हाथों की मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं और शरीर की गतिशीलता में सुधार होता है।
श्वासनली को मजबूती दे: योग आसन और प्राणायाम श्वासनली के क्रियांवय को बढ़ाने में मदद करते हैं। इन तकनीकों को नियमित रूप से करने से श्वासनली की क्षमता बढ़ती है, जिससे श्वसन प्रणाली स्वस्थ बनी रहती है।
वजन कम करना: योग के व्यायाम आसन और प्राणायाम वजन कम करने में मदद करते हैं। इन तकनीकों को नियमित रूप से करने से अतिरिक्त वसा को कम किया जा सकता है और स्वास्थ्यपूर्ण वजन प्राप्त किया जा सकता है।
पाचन क्रिया को सुधारना: योग आसनों के नियमित अभ्यास से पाचन क्रिया में सुधार होता है। इन आसनों को करने से पेट की मांसपेशियों को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखा जा सकता है, जिससे खाद्य पदार्थों का अच्छे से पचाव होता है।
तंग नसों को शांत करना: योग में ध्यान और प्राणायाम तकनीकों का अभ्यास करने से तंग नसों को शांत किया जा सकता है। इससे मस्तिष्क को शांति मिलती है और मानसिक तनाव कम होता है।
अच्छी नींद: योग के अभ्यास से नींद की क्षमता बढ़ती है और अच्छी नींद मिलती है। योग में सुखासन, शवासन और प्राणायाम तकनीकों का अभ्यास करने से मन और शरीर को शांति मिलती है और नींद का प्राप्त होता है। अगर आपको नींद नहीं आने की समस्या है तो योग मैडिटेशन का सहारा लेंI
शरीर के तंत्रों को संतुलित करना: योग आसनों का अभ्यास करने से शरीर के तंत्रों का संतुलन बना रहता है। यह मांसपेशियों, स्पाइनल कोलम और नर्वस सिस्टम को स्थिर और मजबूत बनाता है जिससे संतुलन बना रहता है। शारीरिक बनावट को भी योग से बहुत फायदा होता हैI
दिल की बीमारियों की संभावना कम करना: योग के नियमित अभ्यास से दिल की बीमारियों की संभावना कम होती है। योग व्यायाम और प्राणायाम से हृदय की स्वस्थता को बढ़ावा मिलता है और रक्त संचार को सुधारता है। दिल के रोगों में नित्य योग अपनाना चाहिएI
तनाव को कम करना: योग में ध्यान, प्राणायाम और आसन के माध्यम से तनाव को कम किया जा सकता है। योग में ध्यान करने से मन और शरीर को स्थिरता मिलती है और तनाव कम होता है। मेंटल स्टेट को संतुलित रखने के लिए योग मैडिटेशन सबसे आसान जरिया हैI
ऊर्जा की वृद्धि: योग के अभ्यास से ऊर्जा की स्तर बढ़ता है। योगिक आसन और प्राणायाम करने से प्राण शक्ति की वृद्धि होती है और शरीर के ऊर्जा स्तर को उच्च करता है। योग से प्राप्त उर्जा स्थायी होती है इससे थकान का एहसास नहीं होताI
आत्मसमर्पण और आध्यात्मिक विकास: योग के माध्यम से आत्मसमर्पण और आध्यात्मिक विकास होता है। योग के अभ्यास से मन को शांति मिलती है, चेतना बढ़ती है और हम अपने आप को आत्मसात करते हैं। योग हमें आत्म-प्रेम, संतुलन और उच्चतम विचारधारा की ओर प्रेरित करता है।
योग अद्वितीय और अत्यधिक प्रभावी तकनीक है जो हमारे शरीर, मन और आत्मा को संतुलित और स्वस्थ रखने में मदद करती है। नियमित योगाभ्यास से हम स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं। योग को अपनी जीवनशैली में शामिल करके हम शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य की प्राप्ति कर सकते हैं। अगर आप नित्य योग करते हैं तो बहुत सारी लाइफ स्टाइल डिजीज जैसे डायबिटीज, हाई बीपी, हाइपरटेंशन, एसिडिटी आदि से आप कोसों दूर रहेंगेI