Ashokarishta Benefits in Hindi: आयुर्वेद में एक प्रमुख स्वास्थ्य औषधि होने के साथ ही अशोकारिष्ट एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है। यह औषधि महिलाओं के स्त्री रोगों के इलाज के लिए उपयोगी होती है और विभिन्न स्त्री स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में सहायता प्रदान करती है। आयुर्वेद में इसे बहुत अच्छी महिला स्वास्थ्य सुधारक आयुर्वेदिक दवा के रूप में जाना जाता है । यह अशोक के पौधे से बनाई जाती है । इसके साथ ही इसमें बहुत सी आयुर्वेदिक हर्बस का इस्तेमाल होता है । आज हम आपको अशोकारिष्ट के फायदे, गुण, सामग्री, और नुकसान के बारे में बताएँगे ।
अशोकारिष्ट क्या है? (What is Ashokarishta)
अशोकारिष्ट एक हर्बल आयुर्वेदिक उपचार है जो महिलाओं के लिए विशेषकर आयुर्वेद में उपयोग होता है । यह एक लिक्विड में आने वाली आयुर्वेदिक सिरप है । जो आयुर्वेद ग्रंथों के अनुसार निर्मित की जाती है । इसे महिला स्वास्थ्य में सुधार के लिए एक अच्छी औषधि माना जाता है । यह अशोक के छाल के अर्क से निर्मित होती है, साथ ही इसमें बहुत सी अन्य आयुर्वेदिक हेर्ब्स होती हैं । जिन्हें आप यहाँ पर देख सकते हैं । इसका उपयोग करने से महिलाओं के मासिकधर्म और गर्भ से सम्बंधित रोग ठीक होते हैं ।
अशोकारिष्ट की सामग्री (Composition of Ashokarishta)
सामग्री | उपयोग |
---|---|
अशोक के पेड़ की छाल | मासिक धर्म के रोगों का इलाज, गर्भाशय संबंधी समस्याओं का समाधान |
गुड | ऊर्जा का स्रोत, पाचन को सुधारता है, ताजगी और ताकत का स्रोत |
धातकी पुष्प | प्राकृतिक गर्भनिरोधक, मासिक धर्म संबंधी समस्याओं का समाधान |
कृष्ण जीरक | पाचन को सुधारता है, बढ़ाये गर्भाशय की क्षमता, मासिक धर्म के रोगों का इलाज |
नागरमोथा | मासिक धर्म की समस्याओं का समाधान, गर्भाशय की संक्रमण से बचाव |
गुंठी | मासिक धर्म की समस्याओं का समाधान, गर्भाशय के रोगों का उपचार |
दारुहल्दी | त्वचा संबंधी समस्याओं का उपचार, पाचन को सुधारता है |
बड़ी हरड | पाचन को सुधारता है, बालों के लिए उपयोगी, मासिक धर्म की समस्याओं का समाधान |
विभितकी | पाचन को सुधारता है, मलाशय के रोगों का इलाज |
आमलकी | पाचन को सुधारता है, शरीर के लिए ताकत का स्रोत |
नील कमल पुष्प | त्वचा संबंधी समस्याओं का उपचार, मन को शांत करने में मददगार |
वासा | त्वचा की देखभाल, बालों के लिए उपयोगी |
सफ़ेद जीरा | पाचन को सुधारता है, अनिद्रा का उपचार |
लाल चन्दन | ध्यान को शांत करने में मददगार, त्वचा की देखभाल |
अशोकारिष्ट के औषधीय गुण
अशोकारिष्ट में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे कि विटामिन C, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, जिंक, और डायफोलिक एसिड। ये सभी तत्व महिलाओं के लिए स्वास्थ्यप्रद होते हैं और उनकी स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति को सुधारते हैं।
अशोकारिष्ट में कई औषधीय गुण होते हैं जो महिलाओं के स्त्री रोगों के इलाज में सहायक साबित हो सकते हैं। इसके माध्यम से शरीर में हार्मोन संतुलन को सुधारा जा सकता है और पीरियड्स के समय दर्द को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, अशोकारिष्ट गर्भाशय संबंधी समस्याओं, यौन रोगों, प्रदरोग और अनियमित मासिक धर्म के उपचार में भी सहायता प्रदान कर सकती है।
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अशोकारिष्ट के फायदे एवं स्वास्थ्य लाभ | Ashokarishta Benefits in Hindi
निम्न हमने अशोकारिष्ट के स्वास्थ्य फायदों को बता है । आप इसके सभी लाभ और स्वस्थ फायदों को नीचे से देख और पढ़ सकते हैं ।
पीरियड्स के समय अशोकारिष्ट का उपयोग
अशोकारिष्ट पीरियड्स के समय महिलाओं को मदद प्रदान कर सकती है। इसके गुणों में एंटीऑक्सिडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटिस्पास्मोडिक गुण होते हैं जो पीरियड्स के समय दर्द और उनसे जुड़ी अन्य समस्याओं को कम कर सकते हैं। इसका नियमित सेवन पीरियड्स के समय होने वाली असुविधाओं को कम कर सकता है और महिलाओं को स्वस्थ और सक्रिय महसूस करने में मदद करता है।
अशोकारिष्ट के रोगनाशक गुण
अशोकारिष्ट के रोगनाशक गुण उन्माद, चिंता, एन्क्सायटी और स्तनपान के समय होने वाले समस्याओं को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह गुण शरीर में रक्त परिसंचार को बढ़ाते हैं और मासिक धर्म के समय होने वाले गंभीर दर्द और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।
गर्भाशय संबंधी समस्याओं में अशोकारिष्ट का उपयोग
अशोकारिष्ट गर्भाशय संबंधी समस्याओं में भी उपयोगी हो सकता है। यह गर्भाशय के संक्रमण, गर्भाशय की सूजन, गर्भाशय के पुराने दर्द और इन्फेक्शन को कम करने में फायदेमंद हैं। यह महिलाओं की प्रजनन स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद करता है और संबंधित लक्षणों को दूर करती है।
अशोकारिष्ट के आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग
अशोकारिष्ट आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक प्रमुख औषधि मानी जाती है जो महिलाओं के स्त्री रोगों के उपचार में प्रयोग होती है। इसे गर्भाशय संबंधी समस्याओं, पीरियड्स के समय होने वाली असुविधाओं, और प्रदरोग के इलाज में उपयोग किया जाता है। यह गर्भाशय के रक्त प्रवाह को सुधारती है और स्त्री रोगों के संक्रमण को दूर करने में मदद करती है।
अशोकारिष्ट के विभिन्न रोगों में उपयोग
एशोकारिष्ट को विभिन्न रोगों के इलाज में भी प्रयोग किया जा सकता है। इसका नियमित सेवन श्वेत प्रदर, लिंगाघात, नारी स्तन रोग, प्रजनन संबंधी समस्याएं और गर्भाशय के कैंसर जैसे रोगों के उपचार में फायदेमंद हो सकता है।
अशोकारिष्ट के सेवन की सावधानियां
अशोकारिष्ट के सेवन से पहले कुछ सावधानियों का ध्यान रखना आवश्यक होता है। पहले ही बात आपको अपने वैद्य से परामर्श करना चाहिए और उनकी सलाह अनुसार ही इसका सेवन करना चाहिए। यदि आप किसी रोग का इलाज कर रहे हैं या किसी अन्य दवा का सेवन कर रहे हैं, तो अशोकारिष्ट के सेवन के लिए अपने वैद्य से सलाह लें। इसके अलावा, यदि आपको किसी भी तरह की एलर्जी होती है या आप गर्भावस्था में हैं, तो भी सेवन से पहले अपने वैद्य से सलाह लें।
अशोकारिष्ट के साइड इफेक्ट्स
अशोकारिष्ट का सामान्यतः सेवन करने से कोई गंभीर साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। हालांकि, कुछ लोगों को इसके सेवन से त्वचा पर जलन या लालिमा की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, अगर आपको किसी भी तरह की अनुवांशिक समस्याएं हैं या आप गर्भावस्था में हैं, तो आपको इसके सेवन से पहले अपने एक आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
अशोकारिष्ट की सही मात्रा
अशोकारिष्ट की सही मात्रा व्यक्ति के रोग और स्थिति के आधार पर अलग-अलग होती है। आपको अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श करके इसकी सही मात्रा का निर्धारण करना चाहिए। सामान्यतः, यह 10 मिलीलीटर से 20 मिलीलीटर की मात्रा में दिन में दो बार ली जाती है। इसे पानी के साथ बराबर मिश्रण करके लेना चाहिए।
Tip: स्वस्थ जीवनशैली का महत्व
पीरियड्स के समय आराम और सम्पूर्ण आहार लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। नियमित व्यायाम करना और तनाव से दूर रहना भी महिलाओं के स्त्री रोगों को कम करने में सहायता प्रदान कर सकता है। इसके साथ ही, स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, नियमित रूप से नींद पूरी करना, तंबाकू और शराब के सेवन से परहेज करना भी महिलाओं के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मददगार हो सकता है।
संक्षेप में (Coclusion)
अशोकारिष्ट एक प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि है जिसका उपयोग मुख्य रूप से महिलाओं के स्त्री रोगों के उपचार में किया जाता है। इसके लाभ में पीरियड्स के दर्द की कमी, गर्भाशय संबंधी समस्याओं का इलाज, प्रदरोग की रोकथाम, और गर्भाशय के रोगों के इलाज शामिल होते हैं। हालांकि, इसके सेवन से पहले अपने वैद्य से परामर्श लेना जरूरी है और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए। अशोकारिष्ट को नियमित रूप से और आयुर्वेदिक की मार्गदर्शन में ही उपयोग करें, और यदि कोई साइड इफेक्ट हो, तो तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह लें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. क्या अशोकारिष्ट को पीरियड्स के दौरान ही लेना चाहिए?
नहीं, अशोकारिष्ट को पीरियड्स के दौरान ही नहीं, इसका नियमित रूप से सेवन किया जा सकता है। इसका उपयोग समस्याओं के उपचार और रोकथाम में किया जाता है।
2. क्या अशोकारिष्ट को बिना वैद्य की सलाह के ले सकते हैं?
हां, अशोकारिष्ट को बिना वैद्य की सलाह के भी लिया जा सकता है, लेकिन यह बेहतर होगा कि आप अपने वैद्य से परामर्श करें। विशेष रूप से, अगर आप किसी रोग का इलाज कर रहे हैं या किसी अन्य दवा का सेवन कर रहे हैं, तो वैद्य की सलाह लेना जरूरी है।
3. क्या अशोकारिष्ट का कोई साइड इफेक्ट होता है?
सामान्यतः, अशोकारिष्ट का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। हालांकि, कुछ लोगों को इसके सेवन से त्वचा पर जलन या लालिमा की समस्या हो सकती है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो, तो आपको तुरंत अपने वैद्य की सलाह लेनी चाहिए।
4. क्या अशोकारिष्ट को गर्भावस्था के दौरान ले सकते हैं?
गर्भावस्था के दौरान अशोकारिष्ट को लेने से पहले आपको अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। वैद्य आपको सही मात्रा और सेवन के बारे में जानकारी देंगे।
5. क्या अशोकारिष्ट का उपयोग किसी उम्र की महिला के लिए सुरक्षित है?
एशोकारिष्ट का उपयोग सामान्यतः 12 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए सुरक्षित है। हालांकि, हर महिला की स्थिति अलग होती है, इसलिए आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और उनकी सलाह का पालन करना चाहिए।