नाभि पूरण / नवल थेरेपी ( belly button applying oil in hindi)
आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा व सिद्धा चिकित्सा पद्धतियों में नाभि को नवल चक्र उर्जा जाग्रति का सबसे महत्वपूर्ण बिंदु माना गया है | यदि आप अपनी वास्तविक रचनात्मकता से जुड़े रहना चाहते हो तो आपको अपने नवल चक्र की उर्जा को संतुलित या यु कहें की निन्त्रित रखना अत्यंत आवश्यक होगा |
क्योकि नाभि (belly button in hindi) को मानव शरीर की 72 हजार नाड़ियो का केंद्र बिंदु माना जाता है | जहा से सभी 72 हजार नाड़ियो के द्वारा उर्जा का संचार सभी अंगो तक होता है | जैसा की आपको मालूम होगा गर्भ में सबसे पहले बच्चे की नाभि का ही विकास होता है उसके बाद बाकि सभी अंगो का विकास होता है | और डिलीवरी के समय तक भी माँ के गर्भ में पलने वाले बच्चे को सम्पूर्ण पोषण नाभि द्वारा ही मिलता है | इसीलिए नवल थैरेपी (Belly button oil massage in hindi) के फायदे की सूचि बड़ी लम्बी हो जाती है |आगे बात करते है किस रोग या समस्या में कोनसे तेल का उपयोग नवल थैरेपी में करे | आज इस लेख में हम चर्चा करेंगे नाभि में तेल लगाने के फायदे के बारे में |
बालो की समस्या में लाभकारी है नाभि में तेल लगाना
(नाभि पूरण)
यदि आप बालो की समस्या जैसे बालो का झड़ना (खालित्य), बालो का पतला होना, बालो का सफेद होना आदि से परेशान हो तो आपको नाभि पूरण (Belly button massage in hindi) करने से लाभ अवश्य मिलेगा | बालो से जुडी समस्या के लिए नवल थैरेपी में भृंगराज आयल , एरंड आयल, सरसों के तेल आदि का उपयोग करना होगा | रात को सोते समय 5 मिनट अपनी नाभि की अच्छे से इन आयल में से किसी एक या मिश्रण के साथ मालिश करने से बालो की समस्या से छुटकारा मिलेगा |
सेक्सुअल अंगो के अच्छे स्वास्थ्य के लिए
सेक्स सम्बन्धी समस्याए इस समय बहुत अधिक बढ़ गयी है ऐसे में अपने हार्मोन्स को संतुलित करने और सेक्सुअल अंगो को स्वस्थ रखने के लिए अपनी नाभि में अश्वगंधा तेल और श्री गोपाल तेल को समान मात्रा में मिलाकर रात को सोते समय 5 मिली नाभि में डालकर घड़ी की दिशा में धीरे धीरे मालिश करे | इसे आपके शुक्राणुओं व् अंडाणुओ की रक्षा भी होगी साथ ही आपके अंग भी हेल्दी हो जायेगे |
बटन मसाज बढाये आपकी सुन्दरता
नाभि में ओलिव आयल, जैतून का तेल, बादाम रोगन, नारियल तेल व गुलाब जल मिलाकर नियमित रूप से रात को सोने से पहले अपनी नाभि (Belly button massage in hindi) में डालकर पांच मिनट बाद पांच मिनट तक घड़ी की दिशा में मसाज करने से कुछ ही दिनों में आपका फेस ही नही बल्कि पुरे शरीर की स्किन में पहले से काफी निखार आने लगेगा | साथ ही आपके चेहरे की झुर्रिया धीरे धीरे कम होकर खत्म हो जाएँगी | इन सबसे अधिक फायदेमंद उपाय है देसी गाय के घी को यदि नाभि में डालकर (Belly button massage in hindi) मसाज की जाये तो उपरोक्त सभी उपायों से अधिक लाभ प्राप्त होता है | ऐसा करने से सम्पूर्ण शरीर की स्किन मुलायम व् चमकदार हो जाएगी |
नवल थैरेपी (Belly butten applying oil in hindi) दिलाये पीरियड्स के दर्द से छुटकारा
यदि आप पीरियड्स के दर्द से परेशान हो तो ऐसे में ये उपाय आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है | पीरियड्स के दर्द के लिए एरंड तेल (केस्ट्रोल आयल), जैतून के तेल में अदरक डालकर उसे अच्छे से गर्म करने के बाद उसमे कपूर डालकर ठंडा होने पर किसी कांच की बोतल में डालकर रखले और इसका उपयोग रोग रात को सोने से पहले हल्का गुनगुना करके 5 मिली नाभी में डाले (Belly button put oil in hindi) और पांच मिनट बाद हल्के हाथ से नाभि के आसपास वाले हिस्से में मालिश करे | कुछ दिनों के बाद ही आपको पीरियड्स के दर्द से राहत मिल जाएगी |
पेटदर्द से तुरंत राहत दिलाये नवल थैरेपी (Belly button oiling in hindi)
यदि आपको अचानक बहुत तेज पेटदर्द होने लगता है तो ऐसे में आप नाभि पूरण (Belly butten oiling in hindi) के द्वारा अपने पेटदर्द से राहत पा सकते हो | इसके लिए आपको सरसों या एरंड के तेल, अदरक का तेल और कपूर तेल में चुटकी भर हींग लेकर अच्छे से मिला ले | और इस लेप को अपनी नाभि (belly button in hindi) व उसके आसपास वाले हिस्से पर मालिश कर ले आप देखोगे की थोड़ी देर बाद ही आपको आराम मिलने लगेगा |
नवल थैरेपी आपके होठो को बनाये गुलाबी
जी हा ! आपने काफी बार सुना होगा की नाभि में तेल (Belly button apply oil in hindi) लगाने से होठ सुन्दर हो जाते है | बिल्कुल सही सुना है आपने | नाभि में नियमित रूप से यदि बादाम रोगन 50 मिली, जैतून का तेल, 50 मिली को मिलाकर रोज रात को नाभि में डालकर नाभि के आसपास के हिस्से की मालिश की जाये तो कुछ दिनों में ही आपके चेहरे पर से कील-मुहांसे , व् दाग धब्बे खत्म होने लगेंगे | साथ ही इस प्रयोग के बाद आपकी आँखों की रोशनी में भी सुधार होगा | और आपकी मानसिक क्षमता भी पहले से बेहतर होने की सम्भावना बनती है |
शरीर में होने वाले सभी दर्दो में लाभदायक है नाभि पूरण
यदि आप लम्बे समय से जोड़ो के दर्द से परेशान हो तो नाभि पूरण आपके लिए नि:संदेह काफी फायदेमंद साबित होगा |
50 मिली एरंड तेल में 30ग्राम मोरिंगा (सहनजं) के बीजो को डालकर अच्छे से भुनले | उसके बाद इसे छान कर इसमे कपूर 5 ग्राम मिला ले | इस तेल का उपयोग अपने दर्द वाले भागो पर करे साथ ही रात को सोने से पहले हल्का गुनगुना करके 5 मिली की मात्रा अपनी नाभि में डालकर कुछ देर बाद मसाज करे ऐसा करने से कुछ ही दोनों के प्रयोग के बाद आपको अपने सभी दर्दो जैसे घुटनों, कंधे, स्पाइन सम्बन्धी रोगों आदि में लाभ होगा |
नाभि पूरण है मधुमेह में फायदेमंद
यदि आप डायबिटिक है और आपने अपने नजदीकी किसी आयुर्वेदाचार्य से यदि प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में चर्चा की है तो उन्होंने आपको नाभि पूरण (Belly button massage in hindi) का जिक्र किया होगा | इसके लिए आपको करना ये है की अपने नाभि के बिलकुल पीछे वाले भाग कमर की और अच्छे से नीम्बादी तेल को गर्म करके अच्छे से मसाज करनी है उसके बाद 5 मिली निम्बादी तेल अपनी नाभि (belly button in hindi) में डालकर 5 मिनट के लिए छोड़ दे उसके बाद पुरे पेट पर उसी तेल से अच्छे से मालिश करे ताकि नाभि में डाला हुआ तेल आपकी स्किन में समा जाये | इस उपाय के कुछ ही दिनों में आप पाओगे की आपका ब्लड शुगर का लेवल नीचे आने लगेगा | इस उपाय का पूरा लाभ लेने के लिए आपको अपनी दिनचर्या व्यवस्थित करना अनिवार्य होगा | मधुमेह रोग में दिनचर्या के लिए इसे पढ़े –
नाभि पूरण बचाए संक्रमण से
नाभि में तेल डालकर मसाज करने से नाभि की सफाई होती रहती है ऐसे में आप संक्रमण से आसानी से बचे रह सकते हो | यदि किसी प्रकार का संक्रमण हो जाता है तो अपनी नाभि में रोज कुछ दिनों तक नीम का तेल डालकर मसाज करने से वो ठीक हो जाता है |
मोटापे में फायदेमंद है नाभि पूरण
वर्तमान समय में मोटापा लोगो की बहुत बड़ी समस्या बन गया है | ऐसे में आप नवल थैरेपी के द्वारा घर बैठे आसानी से अपना वजन कम कर सकते हो |
सरसों का तेल 50 मिली
एरंड तेल 50 मिली
अदरक का रस 30 मिली
अजवाइन 50 ग्राम
एरंड तेल व सरसों के तेल दोनों को मिलाकर किसी बर्तन में गर्म करे | और उसमे अजवाइन डाल दे | इसे अच्छे से धीमी आंच पर पकाने दे जब अजवाइन जलने लगे तो अदरक का रस डाल दे | जब जलियांश खत्म हो जाये तो इसे ठंडा करके किसी बर्तन में भरकर रख ले | इस तेल का उपयोग रोज रात को सोने से पहले 5 मिली नाभि (belly button in hindi) में डालकर मसाज करे धीरे-धीरे आपका मोटापा कम होने लगेगा |
पाचन को सुधारने में फायदेमंद है नवल थैरेपी
यदि आपकी पाचकाग्नियो में गडबडी के चलते आपका पेट खराब रहता है और गैस बहुत अधिक बनती है | ऐसे में आपको हींग का लेप आपकी समस्या से राहत दिलाने में कारगर साबित होगा | चुटकीभर हींग पाउडर लेकर उसे पानी के साथ पेस्ट बनाकर अपनी नाभि (belly button in hindi) पर लगाने से कुछ समय बाद ही आपको कब्ज, बदहजमी, गैस जैसी समस्याओ से राहत मिल जाएगी |
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धन्यवाद !
डॉ.रामहरि मीना (Dr.Ramhari Meena)
Director – Shri Dayal Natural Spine Care Jaipur