वर्तमान समय में भूख न लगना या कम लगना आम समस्या बनती जा रही है |
जिसका सबसे बड़ा कारण भी मनुष्य स्वम् ही है क्यूंकि भूख नही लगने का कारण हमारी तेरह प्रकार की अग्नियों( पंच महाभूताग्नि ,सप्त धात्वाग्नी एक और सबसे महत्वपूर्ण जठराग्नि ) में असाम्याव्स्था ही है और जिसके सबसे बड़े कारण भी हम स्वम् ही है |
वर्तमान समय में पाश्चात्य संस्कृति हमारे दैनिक दिनचर्या में इतना अन्दर तक जा चुकी है की उससे वापस बहार निकलना मुश्किल सा हो गया है |
भूख नही लगने से वर्तमान में युवाओ को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड रहा है |
यदि भूख अच्छे से नही लगेगी तो खाना भी कम खा पाएंगे और कम खाना खाने से उनके शरीर का विकास नही हो पायेगा परिणामस्वरूप दुबला पतला शरीर रह जायेगा |
किन्तु आयुर्वेद में ऐसे अनेको उपचार/नुस्खे है जिनके सेवन से आप आपकी समस्या का समाधान करते हुए भूख बढ़ाने में मदद करेंगे |
भूख नही लगने के कारण
- असमय हार्मोनल असंतुलन
- अवसाद
- तनाव
- रिश्तो में कडवाहट या टूटना
- कुपोषण
- लम्बे समय से किसी बीमारी से ग्रस्त
- लम्बे समय से कब्ज
- पाचक रस का अपने मूल रूप व् मूल सिद्धान्त में नही होना
- अग्नियो का मंद होना आदि आदि
भूख बढ़ाने के आसान घरेलू उपाय ( bhukh bdhane ke aasan ghrelu upay in hindi )
हरा धनिया
धनिये और जीरे की पत्तियो के कल्क से पकाए हुए घी को खाने से आधा घंटे पहले सेवन करने से मन्दाग्नि का शमन होकर भूख बढने लगती है |
अदरक:-
आधा चम्मच अदरक के रस को शहद के साथ सेवन करने से भूख बढ़ाने में शीघ्र लाभदायक है |
अजवायन:-
अजवायन दीपन,पाचन , वातानुलोमक , एंटी-बेक्टिरियल , व् कफ नाशक ,शुक्राणु नाशक होने से मन्दाग्नि का शमन करके भूख बढ़ाने में अत्यंत लाभदायक है |
कालीमिर्च
कालीमिर्च पाउडर को शहद के साथ सेवन करने से अग्नि तीव्र होती है |
भूख बढ़ाने के आसान आयुर्वेदिक उपाय नुस्खे (bhukh bdhane ke aasan ayurvedik upay in hindi )
- अकरकरा-सोंठ अकरकरा व् सोंठ के चूर्ण को १-१ ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम सेवन करने से मन्दाग्नि तीव्र होती है |
- 1 ग्राम अगरु चूर्ण को शहद के साथ सेवन करने से अग्निया तीव्र होती है और भूख बढने लगती है |
- 2 ग्राम अतीस मूल के चूर्ण को 1 ग्राम सोंठ के साथ मिलाकर शहद के साथ चाटने से भूख बढ़ाने में अत्यंत सहायक है |
- भूख बढ़ाने के लिए चव्य फल चूर्ण में अदरक स्वरस मिलाकर प्रात:शाम सेवन करने से जठराग्नि का दीपन होता है |
- क भूख बढ़ाने के लिये चांगेरी के 8-10 पत्तो चटनी बना कर लेने से पाचन शक्ति बढती है |
- भूख बढ़ाने के लिए चिरायता के 5-10 पत्तो का काढ़ा बनाकर 20-30 मिली सुबह शाम सेवन करे |
- चित्रक ,हरीतकी ,सैंधा नमक ,पिप्पली आदि को समान मात्रा में मिलाकर गर्म पानी के साथ सेवन करने से गरिष्ट से गरिष्ट खाना भी कुछ भी देर में पच जाता है |
- भूख बढ़ाने के लिए जायफल चूर्ण में शहद मिलाकर लेने से अग्नि प्रदीप्त होती है |
- इसी प्रकार भूख बढ़ाने के लिए शहतूत के पत्तो का शर्बत बनाकर उसमे 500 मिग्रा पिप्पली चूर्ण डालकर पिने से जठराग्निवर्धनं होकर भूख बढने लगती है |
- भूख बढ़ाने के लिए नागरमोथा की जड़ का काढ़ा बनाकर 15-20 मिली की मात्रा में लेने से भूख बढने लगती है |
- 15-20 मिली नाशपती के रस में आधा ग्राम पिप्पली का चूर्ण मिलाकर लेने से भूख बढने लगती है |
- भूख बढ़ाने के लिए पर्णबीज के रस को दिन में दो बारे लेवे |
- नींबू , पुदीना व् अदरक के रस का सेवन करने से भूख बढने लगती है |
- भूख बढ़ाने के लिए पुनर्नवा की जड़ के चूर्ण को शहद के साथ खाने से जठराग्नि प्रदीप्त होकर भूख बढने लगती है |
- भूख बढ़ाने के लिए बेलगीरी चूर्ण 2 ग्राम अदरक 250 मिग्रा शक्कर 500 मिग्रा व् इलायची चूर्ण 125 मिग्रा मिलाकर सेवन करे |
किसी भी उपाय को आजमाने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श अवश्य ले |
धन्यवाद !