HIRUDOTHERAPY
Category: आयुर्वेद
लीवर की खराबी से सम्बंधित रोगों के लक्षण व बचाव के घरेलू उपाय
पाचनतन्त्र का सबसे महत्वपूर्ण अंग लीवर होता है | यह शरीर में खाने के माध्यम से पहुंचने वाले विषेले पदार्थो को शरीर से बाहर निकालने का कार्य बखूबी करता है | हमारे द्वारा लिया गया आहार लीवर से होता हुआ ही अमाशय तक पहुंचता है लीवर से पाचक रस हमारे द्वारा खाये हुए आहार में […]
बथुआ का परिचय , औषधिय प्रयोग व बथुआ के फायदे
परिचय :- बथुआ मुख्यत:यूरोप का पोधा माना जाता है किन्तु यह उष्णकटिबंधीय एवं शीतोष्ण जलवायु में पाए जाने के परिणामस्वरूप भारत में भी हिमालय के भागो में बहुतायत से पाया जाता है | भारत के अलावा बथुआ यूरोपीय देशो , एशिया , आस्ट्रेलिया , अमेरिका आदि देशो में भी खूब पाया जाता है | बथुआ […]
पालक – एक बेहतरीन सुपर फ़ूड , जाने पालक के ओषधिय गुण-धर्म और पालक के फायदे
परिचय :- पालक मूलत: दक्षिण पश्चिम एशिया में पाया जाने वाला पोधा है | भारत में सभी स्थानों पर पालक की उपलब्धता आसानी से संभव है | स्थान विशेष के आधार पर पालक को अनेको नामों जैसे पालक्या , मीठा पलंग , छुरिका , मधुरा , पालक साग , garden spinach , आदि नामों से […]
डेंगू क्या है ? डेंगू के प्रकार , सावधानिया व उपचार
डेंगू कैसे होता है ? डेंगू मादा एडीज नामक मच्छर के काटने से पनपने संक्रामक वाला रोग है | एडीज मच्छर का जीवनचक्र लगभग 15 दिन का होता है | एडीज मच्छर अपने सम्पूर्ण जीवनकाल में लगभग तीन बार अंडे देता है | एडीज मच्छर अंडे देने के तीन दिन बाद वह अंडा […]
आँख रोगों में रामबाण नेत्रतर्पण या अक्षितर्पण Netra Tarpan for eye Disease in hindi
नेत्र रोगों में रामबाण नेत्रतर्पण या अक्षितर्पण Netra Tarpan in hindi परिचय :- आँखों से संबन्धित रोगों (eye Disease) की रोकथाम व रोगों के शमन के लिए पंचकर्म की एक अनुभूत व महत्वपूर्ण चिकित्सा विधि अक्षितर्पण है | वमन, विरेचन, नस्य आदि के द्वारा शरीर का शोधन करने के बाद नेत्र तर्पण करने से आँखों […]
नस्य का परिचय , प्रकार , नस्य के फायदे व सावधानिया
नस्य का परिचय , नस्य के फायदे व सावधानिया Nasya in hindi परिचय :-“नस्ति अनासित ननास नेसतु:” जिस प्रक्रिया में ओषध सिद्ध योगो को नासा मार्ग से ग्रहण किया जाता है उसे नस्य कहा जाता है | नस्य Nasya hindiको अनेको नामों से भी जाना जाता है जैसे नस्त:कर्म, शिरोविरेचन, मूर्ध विरेचन, शिरोविरेक आदि | […]