Dashmool Kwath Benefits in Hindi: आयुर्वेदिक चिकित्सा में दशमूल क्वाथ Dashmool Kwath Benefits को एक महत्वपूर्ण औषधि माना जाता है। यह आयुर्वेदिक औषधि मूल रूप से 10 प्रकार की वनस्पतियों की जड़ से बनाई जाती है और इसे विभिन्न रोगों के उपचार में उपयोग किया जाता है। इस क्वाथ को दशमूल इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह दस जड़ी – बूटियों के मिश्रण से बनती है ।
इसका उपयोग (Dashmool Kwath Benefits in Hindi) विशेष रूप से नर्वस सिस्टम, पाचन तंत्र और श्वसन तंत्र के रोगों के उपचार में किया जाता है। यह महिलाओं के लिए भी विशेष लाभदायक है और उच्च रक्त शोधक के रूप में भी प्रचलित है। इस लेख में हम दशमूल क्वाथ के फायदों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
दशमूल क्वाथ दवाई की जानकारी:
दवा का नाम: | दशमूल क्वाथ |
मैन्युफैक्चरर: | बैद्यनाथ, डाबर, पतंजलि |
उपयोग: | बुखार, नेर्वेस सिस्टम, पाचन |
प्रकार: | काढ़ा |
मूल्य: | अलग – अलग कम्पनी की रेट अलग अलग मिलेंगी |
उपलब्धता: | ऑनलाइन / ऑफलाइन |
दशमूल क्वाथ क्या है ? | What is Dashmool Kwath in Hindi
Dashmool Kwath एक आयुर्वेदिक दवा है । इसका इस्तेमाल स्त्रियों के परसव के समय किया जाता है । यह बुखार, जोड़ों के दर्द, कमजोरी और अनिद्रा जैसे रोग में काम आने वाली आयुर्वेदिक औषधि है । दशमूल क्वाथ का नाम इसमें दश जड़ी बूटियों की जड़ों का मिश्रण होने के कारण है ।
इसमें 5 लघु पंचमूल की जड़ी बूटियां और 5 वृहत पंचमूल की जड़ी – बूटियां प्रयोग में आती हैं । तब जाकर इस दवा का निर्माण होता है । यह एक प्रकार का आयुर्वेदिक काढ़ा है जो उपरोक्त रोगों का इलाज करता है ।
दशमूल क्वाथ के घटक | Ingredients of Dashmool Kwath
जैसा हमने ऊपर भी आपको बताया है कि इसमें दश जड़ी बूटियां मिली होती है । वो इस प्रकार हैं –
- शालपर्णी – Shaliparni – 1 part
- पृष्णपर्णी – Prishniparni – 1 part
- भृंगराज – Bhringaraja – 1 part
- कंटकारी – Kantakari – 1 part
- गोखरू – Gokhru – 1 part
- बेल – Bel – 1 part
- अग्निमंथ – Agnimanth – 1 part
- गंभारी – Gambhari – 1 part
- श्योनाक – Shyonak – 1 part
- पढ़ल – Padhal – 1 part
बनाने की विधि: देखो दशमूल क्वाथ बनाना बहुत आसान है । यहाँ ऊपर लिखित सभी जड़ी – बूटियों को एक मात्रा में आयुर्वेदिक दुकान से खरीद लायें और फिर इन सबको मिलाकर पाउडर बना लें । इस तरह से मिलाने से दशमूल क्वाथ बन जायेगा । बहुत से लोग इसे दशमूल काढ़ा भी कहते है । आप एक आयुर्वेदिक शॉप (Ayurveda Shop) से भी इसे खरीद सकते हैं ।
दशमूल क्वाथ के फायदे | Dashmool Kwath Benefits in Hindi
प्रसूता स्त्री के लिए फायदेमंद: स्त्रियों के बच्चा होने के बाद रक्त निकलता है जो अशुद्ध होता है । इस समय सभी अशुद्ध ब्लड निकलना जरुरी है । इस लिए दशमूल क्वाथ Dashmool Kwath Benefits का इस्तेमाल करवाने से स्त्रियों के शरीर से ख़राब खून बाहर निकल जाता है । इस समय होने वाली बुखार में भी दशमूल क्वाथ फायदेमंद होता है ऐसा लिखा गया है । एक चिकित्सकीय राय के लिए आपको आयुर्वेदिक डॉक्टर से मिलना चाहिए ।
दर्द का उपचार में फायदेमंद:
- सिर दर्द में लाभ – दशमूल क्वाथ हेडेक या माइग्रेन के दर्द में सकारात्मक प्रभाव देता है। यह सिरदर्द को रोकता है ।
- पीठ दर्द का उपचार – इसका उपयोग पीठ दर्द के उपचार में किया जाता है और पीठ में होने वाली मांसपेशियों के दर्द को शांत करने में मदद करता है। जिससे स्लिप डिस्क के दर्द में भी आराम मिलता है ।
संक्रमण और बुखार में फायदेमंद:
- ज्वर के लिए उपयोगी – दशमूल क्वाथ एक प्राकृतिक ज्वरनाशक होता है जो शरीर में उत्पन्न होने वाले संक्रमण के खिलाफ लड़ता है, और ज्वर को शांत करने का कार्य करता है ।
- प्रतिश्याय का नियंत्रण – दशमूल क्वाथ इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और यह उपचार में बार बार होने वाले जुकाम के संक्रमणों को भी रोकने में लाभदायक है ।
पाचन तंत्र को सुधारे: यह आपात पाचन, अपच, अम्लता, गैस और एसिडिटी के लिए लाभकारी होता है। यह पाचन तंत्र की मजबूती को बढ़ाता है और आंतों को स्वच्छ और स्वस्थ रखने में मदद करता है। दशमूल क्वाथ को उत्तम पाचक भी माना जाता है ।
उच्च रक्तचाप के लिए उपयोगी: दशमूल क्वाथ उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायता करता है और यह दिल के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। जब हाई ब्लड प्रेशर ठीक होगा तो निश्चित रूप से heart के स्वास्थ्य में भी सुधार होगा ।
मासिक धर्म के विकारों में फायदेमंद: दशमूल क्वाथ के फायदे Dashmool Kwath Benefits मासिक धर्म से जुड़े हुए विकार और गर्भ धारण से जुड़े हुए विकारों में भी फायदेमंद है । इसका सेवन चिकित्सक अनुसार करने से लाभ मिलता है ।
गठिया रोग में फायदेमंद: यह दर्द निवारक गुणों से लेस आयुर्वेदिक दवा है । गठिया रोग में इसका इस्तेमाल करने से तीव्र दर्द से राहत मिलती है और धीरे – धीरे गठिया ठीक होने लगता है ।
दशमूल क्वाथ के चिकित्सकीय उपयोग | Uses of Dashmool Kwath
निम्न रोगों में इसके चिकित्सकीय उपयोग होते है । जिनका पता विभिन्न स्त्रोतों से चलता है –
- खांसी
- ज्वर
- प्रसूता ज्वर
- पक्षाघात
- सर्वाइकल
- प्रसूता के रोग
- कमर दर्द
- पीठ दर्द
- आर्थराइटिस
- डिप्रेशन
- टायर्डनेस
- सुजन
- पेट दर्द
दशमूल क्वाथ की खुराक | Dosage of Dashmool Kwath in Hindi
एक आयुर्वेदिक चिकित्सक की माने तो इसे 10 से 15 मिली की मात्रा में लेना चाहिए । यह इसकी आमतौर की खुराक है । विशेष रोग में आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से खुराक लेनी चाहिए ।
इसे चाय की तरह काढ़ा बना कर लिया जाता है । एक बर्तन में पानी लेकर उसमे थोडा दह्स्मुल क्वाथ मिलाकर गैस पर गर्म करके काढ़ा बना कर सेवन किया जाता है ।
दशमूल क्वाथ के नुकसान | Side Effects of Dashmool Kwath
आमतौर पर दशमूल क्वाथ के कोई भी दुष्प्रभाव नहीं है । इसे चिकित्सक की सलाह से लेने पर कोई शारीरिक हानी नहीं होती । परन्तु अधिक मात्रा में सेवन करने पर यह शरीर में गर्मी और दस्त लगा सकती है । इसलिए एक आयुर्वेदिक चिकित्सक से एडवाइस लेकर दशमूल क्वाथ का सेवन करना चाहिए ।