Praval Pishti Ke Fayde: प्रवाल पिष्टी एक आयुर्वेदिक औषधि है जो संग्रही और अल्सर के इलाज में प्रयोग की जाती है। इसे Coral Calcium से प्राप्त किया जाता है। प्रवाल पिष्टी शंख, कैल्शियम की कमी और शारीरिक उष्णता के विकारों के उपचार में भी उपयोगी होती है। यह मस्तिष्क को शांति प्रदान करने में भी मदद करती है और मेमोरी को सुधारती है।
आज हम आपको प्रवाल पिष्टी के 8 जबरदस्त फायदों के बारे में जानकारी देने वाले है । यह एक प्राकृतिक उपचार औषधि जो बहुत ही ठंडी और पाचक होती है ।
प्रवाल पिष्टी क्या है ? (What is Praval Pishti)
यह दवा प्रवाल (Coral Calcium) से बनाई जाती है । जिसका उपयोग आयुर्वेदिक उपचारों जैसे खांसी, जुकाम, गर्मी, अल्सर और जलन के उपचार में काम आती है । यह स्वाद में मीठी और ठंडी होती है । यह अधिकतर गर्मी से जुड़े हुए उपचारों में प्रयोग होती है । देखिये इस आयुर्वेदिक दवा के फायदे मानी की Praval Pishti Ke Fayde हमने नीचे सभी बताएं है ।
प्रवाल पिष्टी एक पाउडर के फॉर्म में आने वाली गुलाबी रंग की आयुर्वेदिक दवा है । इसे चिकित्सक से वैद्यकीय उपचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है ।
प्रवाल पिष्टी के घटक और बनाने की विधि
Praval Pishti ke fayde जानने से पहले इसके घटक के बारे में जान लेना चाहिए । देखिये आपको हमने पहले भी बताया है की प्रवाल पिष्टी Coral Calcium से बनाई जाती है । coral calcium को प्रवाल कहते है कई जगह इसे मूंगा लिखा गया है । तो इसके घटक को आप प्रवाल कह सकते है ।
- Coral Calcium
- Rose Water
यह बहुत ही सिंपल तरीके से बनाया जाता है । इसके लिए Coral Calcium को साफ़ कर लिया जाता है । फिर इसे मिक्सी से पाउडर बना लिया जाता है । और अब इसमें गुलाब जल मिलाकर इसे फिर से घसीटा जाता है अर्थात भावना दी जाती है । तब यह प्रवाल पिष्टी बन जाती है ।
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प्रवाल पिष्टी के 8 जबरदस्त फायदे | Praval Pishti Ke Fayde
- शरीर की गर्मी: जैसा की आप सभी जानते है कि प्रवाल पिष्टी बहुत ही cold दवा है । यह शरीर में जाकर भी ठण्ड करती है । एसे माना जाता है कि प्रवाल पिष्टी शरिर में उष्ण को बाहर निकालकर ठण्ड पैदा करती है । इसलिए शरीर की गर्मी से होने वाली बीमारी में इसका अच्छा फायदा मिलता है ।
- जलन: काफी लोग हाथों की जलन और पैर की जलन से प्रेषण रहते है । इन्हें हमारा मानना है कि परवल दवाई को खाना चाहिए । आमतौर पर जलन गर्मी पैदा होने के कारण होती है । जिसे प्रवाल पिष्टी खाने से ठीक किया जा सकता है । इसकी Clinical Dose का पता आप आयुर्वेदिक डॉक्टर से पता करें ।
- अल्सर: अल्सर में पेट में दर्द रहता है जो गर्मी होने का ही एक लक्षण है । इसमें एसिडिटी होने से पेट में जलन होती है । इसे प्रवाल पिष्टी खाने से ठीक किया जा सकता है । इस चूर्ण को आप आयुर्वेदिक डॉक्टर से एडवाइस लेकर खा सकते हैं ।
- खांसी: एक आयुर्वेदिक डॉक्टर की माने तो प्रवाल पिष्टी सुखी खांसी में आराम देती है । प्रवाल पिष्टी खाने से लगातार आने वाली सुखी खांसी में अच्छा लाभ मिलता है ।
- हड्डियों एवं दांत में फायदे: जैसा की आप जानते है प्रवाल पिष्टी एक अच्छी कैल्शियम की खुराक है । इसका प्रयोग करने से दांत और हड्डियाँ कठोर बनती है । इनमे कैल्शियम की कमी से होने वाले रोग ठीक हो जाते हैं । आयुर्वेदिक डॉक्टर की मानें तो कैल्शियम का यह एक प्राकृतिक उपचार है । इसे सभी को खाना चाहिए ।
- फीवर: फीवर में Coral Calcium Benefits बहुत ज्यादा अच्छे है । प्रवाल पिष्टी बुखार का Temperature कम करती है । यह दवा खाने से बुखार ठीक होने लगती है । अधिक जानकारी के लिए एक आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह मानें ।
- कमजोरी: Praval Pishti Ke Fayde में कमजोरी दूर करने वाले गुण है । यह बीमारी के कारण आई कमजोरी को दूर करती है और ताकत देती है । जिससे कमजोरी दूर हो जाती है ।
- पेट में एसिड: पेट में बनने वाले एसिड में प्रवाल पिष्टी के गुण फायदा देते है । इस आयुर्वेदिक दवा में एंटी एसिडिक गुण है जो पेट में एसिड को नही बनने देते । जिससे अल्सर होने की समस्या भी ठीक हो जाती है और अधिक अम्ल भी पेट में नहीं बनता ।
तो देखा आपने Praval Pishti Ke Fayde कितने काम के हैं । आमतौर पर देखा गया है की “प्रवाल पिष्टी के फायदे” इससे भी अधिक है । जिनके लिए आपको अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए ।
प्रवाल पिष्टी की खुराक (Dosage)
प्रवाल पिष्टी की सामान्य खुराक निम्नलिखित हो सकती है:
- वयस्कों के लिए: 125 मिलीग्राम से 250 मिलीग्राम तक, दिन में दो बार खाने के पहले या खाने के बाद।
- बच्चों के लिए: 30 मिलीग्राम से 60 मिलीग्राम तक, दिन में दो बार खाने के पहले या खाने के बाद।
*यह सिर्फ एक सामान्य दिशा-निर्देश है और आपकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं और चिकित्सक की सलाह पर निर्भर करेगी।