सुवर्णप्राशन संस्कार क्या है what is suvarnprashan in hindi
सुवर्णप्राशन हि एतत मेधाग्निबलवर्धनम्, आयुष्यं मंगलम् पुण्यं वृष्यं ग्रहापहम | suvarnprashan dates
मासात् परममेधावी क्याधिभिर्न च धृष्यते, षडभिर्मासै: श्रुतधर: सुवर्णप्राशनाद भवेत् ||
अर्थात सुवर्णप्राशन मेधा, अग्नि और बल आदि को बढ़ाने वाला होता है | suvarnprashan dates in 2021 यह लम्बी आयु, चेहरे को तेज देने वाला, सभी पीड़ाओ का हरण करने वाला होता है | जिन बच्चो को पुष्य नक्षत्र में सुवर्णप्राशन का उपयोग करवाया जाता है उन बच्चो की रोग प्रतिरोधक क्षमता (child immunity booster ) में वृद्धि होकर उनकी शारिरिक व् मानसिक शक्ति में वृद्धि होती है | इस आर्टिकल में आज हम आपको बतायेंगे 2021 में सुवर्णप्रशन की तिथिया suvarnprashan dates in 2021 |
सुवर्णप्राशन आयुर्वेद की एक विशेष प्रक्रिया/संस्कार होती है जो प्रशिक्षित व् अनुभवी वेधो द्वारा स्वर्ण भस्म व मेधा वर्द्धक औषधियों को मिलाकर तैयार की जाती है हजारो साल पहले इसे वर्तमान या आधुनिक चिकित्सा के वैक्सीन के समानांतर उपयोग करवाया जाता था जो बच्चो के सर्वांगींण विकास का कार्य करता है |
सुवर्णप्राशन कब और कैसे करे how to use suvaranprashan in hindi
- जन्म से लेकर 16 वर्ष तक के बच्चो को स्वर्ण प्राशन किया जाता है |
- पुष्य नक्षत्र में चिकित्सकीय परामर्श के उपरांत सुवर्णप्राशन करवाना चाहिए |
- सुवर्णप्राशन करवाने के आधा घंटे पहले और बाद तक कुछ भी खाने पीने को नही देवे |
- सुवर्णप्राशन पुष्य नक्षत्र के दिन से लगातार 30 दिनों तक करवाया जा सकता है |
जाने पुष्य नक्षत्र क्या है what is pushy nakshtr in hindi
पुष्य का अर्थ है पोषण करने वाला जिससे उर्जा शक्ति व उर्जा मिलती ही | पुष्य नक्षत्र को सुख समृधि का प्रतीक माना जाता है | जो भारतीय परम्परा के अनुसार मंगलकारी दिन माना जाता है | इसीलिए सुवर्णप्राशन पुष्य नक्षत्र में देना अधिक प्रभावकारी माना गया है |
सुवर्णप्राशन के घटक द्रव्य और बनाने की विधि how to make suvarnprashan in hindi
- स्वर्ण भस्म
- शहद
- गाय का घी
- शंखपुष्पी
- मुलैठी
आदि को उचित मात्रा में लेकर मधु के साथ मिलाकर तैयार किया जाता है |
सुवर्णप्राशन के फायदे benefits of suvarnprashan in hindi
- रोगप्रतिरोधक क्षमता वर्द्धक :- यह बच्चो की रोगप्रतिरोधक क्षमता ( child immunity booster )को बढ़ा कर उनके शारिरिक व् मानसिक विकास में सुधार करता है |
- बुद्धिवर्धक :- नियमित पुष्य नक्षत्र में सुवर्णप्राशन का सेवन करवाने से बच्चो में बुद्धि का विकास तेज होता है साथ ही याददास्त में सुधार होता है |
- पाचन शक्तिवर्द्धक :- सुवर्णप्राशन के नियमित सेवन से अग्निवर्धन होती है जिससे बच्चो की पाचन शक्ति बढती है | अच्छे पाचन से बच्चो का शारिरिक विकास सही तरीके से होता है |
- एलर्जी रोधक :- बच्चो के इम्मुन सिस्टम के कमजोर होने से बच्चे बार बार खांसी, झुकाम, दमा, खुजली, नजला आदि से परेशान होते रहते है | सुवर्णप्राशन से मोषमी बीमारियों से राहत मिलती है |
- सुवर्णप्राशन का उपयोग करने वाले बच्चो का स्टेमिना शारीरक व् मानसिक बल उनके हम उम्र बच्चो से अधिक हो जाता है |
- इसके सेवन से आयु के अनुसार वजन व् लम्बाई सही अनुपात में बढती है |
सुवर्णप्रशन के लिए पुष्य नक्षत्र की तिथिया 2021 suvarnprashan dates 2021 in hindi
पुष्य नक्षत्र 01 जनवरी (suvarnprashan date in January)
पुष्य नक्षत्र 28 जनवरी (suvarnprashan date in January)
07:11am to 03:51 am 29 jan.
पुष्य नक्षत्र 25 फरवरी (suvarnprashan date in february)
06:50am to 01:17pm
पुष्य नक्षत्र 24 मार्च(suvarnprashan date in march)
पुष्य नक्षत्र 21 अप्रैल (suvarnprashan date in april)
पुष्य नक्षत्र 18 मई(suvarnprashan date in may)
पुष्य नक्षत्र 14 जून (suvarnprashan date in June)
पुष्य नक्षत्र 11 जुलाई (suvarnprashan date in July)
पुष्य नक्षत्र 08 अगस्त (suvarnprashan date in august)
पुष्य नक्षत्र 4 सितम्बर (suvarnprashan date in september)
पुष्य नक्षत्र 1 अक्टूबर (suvarnprashan date in october)
01:33am to 06:14am
पुष्य नक्षत्र 28 अक्टूबर (suvarnprashan date in october)
09:42am to 06:31am 29 oct.
पुष्य नक्षत्र 25 नवम्बर (suvarnprashan date in november)
06:52am to 06:50pm
पुष्य नक्षत्र 22 दिसम्बर (suvarnprashan date in december)
सुवर्णप्राशन के नुकसान side effects of suvanrprashan in hindi
स्वर्ण भस्म मुख्य घटक होता है जो हमारे शरीर के लिए लाभकारी होता है इस लिए एक कोई साइड इफ़ेक्ट नही होता है |
विशेष :- सुवर्णप्राशन करवाने से पूर्व किसी आयुर्वेद चिकित्सक से अपने बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य करवाये |