वाजीकरण नुस्खे
वर्तमान समय में युवा पीढ़ी द्वारा मादक पदार्थो का अधिक सेवन करने के कारण उनकी वाजीकरण शक्ति का हास होते जा रहा है ऐसे में वाजीकरण शक्ति को बनाये रखने के लिए युवा पीढ़ी किसी ना किसी मादक पदार्थो का ही सेवन करने के लिए मजबूर होती जा रही है जिससे उनके स्वास्थ्य पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ते है | ऐसे में आज इस आर्टिकल में जानेंगे वाजीकरण नुस्खे जो आपको शुद्ध आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से तैयार करके सेवन करने से आपकी कामेच्छा शक्ति में सुधार हो जायेगा |
कामेच्छा शक्ति बढ़ाने के लिए वाजीकरण नुस्खे
अधिकतर लोगो का मानना होता है की कामेच्छा शक्ति बढ़ाने के लिए किसी औषधि की आवश्यकता नहीं होती है | यह बात काफी हद तक सही भी है | किन्तु उस हिसाब से आहार-विहार का सेवन नहीं कर पाते है ऐसे में कुछ आयुर्वेद औषधियों, वाजीकरण नुस्खो का सेवन करना पड़ता है | बहुत ही उपयोगी और हमारे रोगियों पर आजमायें हुए वाजीकरण नुस्खे आपके साथ इस आर्टिकल के माध्यम से शेयर कर रहे है |
ब्रह्मदंडी से वाजीकरण नुस्खा ( Vajikaran Nuskhe in hindi
ब्रह्मदंडी स्वरस से गेहू के आटे को गूँथ कर बाटी बनाये , उसके बाद घी तथा मिश्री मिलकर सेवन करने से अतिशीघ्र वाजीकरण गुणों में वृद्धि होती है |
सेक्स सम्बन्धी किसी भी प्रकार की समस्या के लिए चुने वाजीकरण शॉट – यहाँ पढ़े वाजीकरण शॉट के फायदे
भृंगराज स्वरस को 10 मिली की मात्रा में नित्य लेने से वाजीकरण शक्ति धीरे धीरे पुष्ट होने लगती है |
मालकांगनी के बीज के चूर्ण को खीर में डालकर खाने से वाजीकरण शक्ति बढने के साथ ही नपुंसकता मिटती है |
माषपर्णी के 5-10 ग्राम चूर्ण को दही में मिलाकर सेवन करने से वाजीकरण गुणों में शिघ्र वृद्धि होती है |
2 ग्राम गोरखमुंडी चूर्ण को 50 मिली नीम के स्वरस से लेने से वाजीकारक शक्ति बढती है |
5 ग्राम मुलेठी चूर्ण में घी और मधु मिलाकर दूध के साथ सेवन करने से वाजीकरण शक्ति शीघ्र बढ़ जाती है |
कामेच्छा बढ़ाने वाले वाजीकरण नुस्खे Vajikaran Nuskhe in hindi
- कालीमुसली मखाना,गोखरू आदि के चूर्ण को मिलाकर दूध के साथ सेवन करने से वाजीकरण गुणों में शीघ्र वृद्धि होती है | ध्यान रहे एस नुस्खे का सेवन करते समय कुछ दिनों के लिए सम्बन्ध बनाना वर्जित है |
- सफ़ेद मुसली, गिलोय सत्व, कोंच बीज, गोखरू, सेमल कंद, आवला तथा शर्करा को समान भाग में लेकर घी मिले दूध के साथ सेवन करने से वाजीकरण शक्ति अतिशीघ्र बढ़ जाती है |
- जटाधारी या रुद्रजटा के 2 ग्राम चूर्ण में 5 ग्राम मिश्री मिलाकर दूध के साथ पिने से वाजीकरण शक्ति में शीघ्र लाभ होता है |
- अकरकरा की जड़ को सफेद मुसली, अश्वगंधाआदि के साथ समान भाग लेकर चूर्ण बना ले एवं एक एक चम्मच सुबह शाम दूध के साथ सेवन करे वाजीकरण शक्ति शीघ्र बढ़ेगी |
- 1 ग्राम अकरकरादी चूर्ण को शहद के साथ सुबह-शाम करने से शिघ्र वाजीकरण शक्ति बढती है |
- पान के पत्ते में 1-2 बूँद अगरू तेल डालकर मुह में रखने से कामोत्तेजना व वाजीकरण शक्ति में वृद्धि होती है |
पावरफुल वाजीकरण नुस्खा Powerful Vajikaran Nuskhe in hindi
इस पेराग्राफ में आपको ऐसे वाजीकरण नुस्खे Vajikaran Nuskhe in hindi बताये गए है जिनका उपयोग आप शीघ्र लाभ प्राप्ति के लिए कर सकते हो | किन्तु इनका उपयोग करते समय खट्टी चीजो का सेवन वर्जित रहेगा |
अतीस चूर्ण वाजीकरण शक्ति बढ़ाने में अत्यंत लाभदायक सिद्ध होता है | 5 ग्राम अतीस चूर्ण को शक्कर मिले दूध के साथ सेवन करने से वाजीकरण शक्ति में शिघ्र वृद्धि होती है |
जिस व्यक्ति को शारीरिक कमजोरी अत्यंत परेशान करती है वो चिलगोजा, बादाम, मुनक्का, छुआरा व अंजीर को समभाग मिलाकर दूध में अच्छे से पकाए | ठंडा होने पर मिश्री मिलाकर लेने से वाजीकरण शक्ति ( Vajikaran Nuskhe in hindi ) कुछ ही दिनों में बढने लगती है |
प्राचीन समय में इस वाजीकरण नुस्खे का सेवन राजा महाराजाओ द्वारा अपनी वाजीकरण शक्ति को प्रबल बनाये रखने के लिए किया जाता था |इसके लिए जायफल, अकरकरा, जावित्री, इलायची, केसर व कस्तूरी को समान भाग में मिलाकर सेवन करने से वाजीकरण शक्ति में वृद्धि होती है |
बड़ी दुधि के चूर्ण को शक्कर मिलाकर लेने से वाजीकरण शक्ति बढती है |
कामेच्छा बढ़ाने के नुस्खे ( Vajikaran Nuskhe in hindi
जिन लोगो को उच्च रक्तचाप की समस्रया रहती हो वो इस नुस्खे से बचे | अकरकरा, धतुरा के बीज व् लोंग तीनो को मिलाकर गोलिया बनाले रात को सोने से पहले एक गोली का सेवन वाजीकरण शक्ति को तीव्र कर देता है |
निर्गुन्डी और सोंठ के चूर्ण को समान भाग मिलाकर एक एक चम्मच दूध के साथ लेने से वाजीकरण शक्ति बढने लगती है |
वाजीकरण शक्ति बढ़ाने के लिए पलाश मूल अर्क को दिन में दो बार सेवन करे |
वाजीकरण शक्ति बढ़ाने के लिए पीपल के फूल, छाल, जड़ व पत्रान्कुर आदि को क्षीरपाक करके शक्कर मिलाकर शहद के साथ लेवे |
नागबला चूर्ण को दूध के साथ सेवन करे |
वाजीकरण शक्ति बढ़ाने के लिए बादाम, सोंठ, कालीमिर्च, मिश्री मिलाकर सेवन करने से वाजीकरण गुणों में वृद्धि होती है |
2 ग्राम अन्धाहुली पंचांग चूर्ण में समभाग मिश्री मिलाकर गाय के दूध के साथ सेवन करने से वीर्य की पुष्टि होती है |
कृपया चिकित्सक की देखरेख व परामर्श के उपरांत ही उपयोग करे |
नियमित स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी पाने के लिए फॉलो करे – https://www.instagram.com/dr.ramharimeena/?hl=en
DrFindu wellness
धन्यवाद !