दोस्तों आज हम आपको एक ऐसा प्राकृतिक जड़ी बुटियों द्वारा तेयार किया जाने वाला अश्वशक्तिवर्धक योग बताने जा रहे है | जिसका आपने लगातार 30 दिनों तक प्रयोग किया तो आपकी कामशक्ति कामदेव के जैसे हो जाएगी | और आप आपके जीवन साथी को वो ख़ुशी दे पाओगे जिसकी हर एक स्त्री की इच्छा होती है | और अश्वशक्तिवर्धक योग इसमे आपकी सहायता का कार्य करेगा |
दोस्तों यह नुस्खा आपके शारीरिक स्वास्थ्य को भी बनाये रखेगा जिस से आपके शरीर में ओज व बल वृद्धि , वीर्य वृद्धि , होने से आपके शीघ्रपतन ,वीर्य की कमी व मूत्र के साथ धातु की समस्या से छुटकारा पाते हुए आपका चेहरा कांतिमान हो जायेगा |
यह योग आपके वजन को शीघ्र बढ़ा कर आपकी पर्सनल्टी में भी चार चाँद लगा देगा | इस योग की सबसे खास बात ये है कि इसमे उपयोग की गई अधिकतर जडी-बुटीया हमने स्वम ही जंगल से एकत्रित करवाई है |
इसके निर्माण के लिए हमे इन 26 हर्बल ओषधियों को जंगल से एकत्रित करनी होगी ,जो उपलब्ध नही हो उसे बाजार से खरीद सकते है |
- ईरानी अकर करा
- सफ़ेद मुसली
- कृष्ण मुसली
- अश्वगंधा
- पिली शतावरी
- नागबला
- अतिबला
- विदाराकंद
- सालमपंजा
- चोपचीनी
- सहन्जन बीज
- मुलेठी
- कोंच बीज काला
- तालमखाना
- गोक्षुर
- बरियारी
- वंशलोचन
- कामराज बूटी
- नागरमोथा
- जायफल
- दुधी (नागार्जुनी)
- त्रिवंग भस्म
- पुष्पधन्वा रस
- प्रवाल पिष्टी
- कामदुधा रस
- कुक्कुटाण्डत्वक भस्म
अश्वशक्तिवर्धक योग कोन ले सकता है ?
जिन पुरुषो में कामशक्ति/जोश की कमी हो ,नपुंसकता ,शुक्राणुओं की कमी हो ,जिनका वीर्यपात शीघ्र हो जाता है अर्थात शीघ्रपतन से परेशान हो , पेशाब के साथ धातु गिरता हो जिनका वजन कम हो ,थकान महसूस करता हो ,अपने जीवनसाथी को ख़ुश नही कर पाते हो आदि के बल व वाजीकरण शक्ति को बढ़ाकर सम्पूर्ण शरीर को पुष्ट बनाता है |
अश्वशक्तिवर्धक योग ही क्यों ?
अश्वशक्ति वर्धक योग आयुर्वेद के वाजीकरण सिद्धांत के आधार पर तैयार की गई है इसमें काम में ली गई अधिकतर जडीबुटियो को सीधा जंगल से एकत्रित किया गया है जिसके कारण हर एक ओषधि आपके लिए लाभदायक साबित होगी और आप सभी तरह के उत्पादों का उपयोग करने के बाद भी हताश हो तो एक बार हमारा लाजवाब अश्वशक्ति वर्धक योग के इस्तेमाल से आपको अवश्य अपनी समस्या से छुटकारा मिल पायेगा |
दवा लेते समय सावधानिया/परहेज
दवा का सेवन प्रारम्भ करने के बाद खट्टी चीजो का सेवन, बेसन,मेदा,तैलीय वस्तुओं
शराब ,आदि का सेवन बंद कर देना है साथ ही प्रातः काल योगाभ्यास व प्राणायाम को अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करे जिससे आपको दुगुना लाभ होगा |
सेवन करने की विधि दवा का सेवन सुबह-शाम 5-5 ग्राम दूध/शहद या चिकित्सक के बताये अनुसार ले | दवा लेने के 30 मिनट तक कुछ भी ना ले अधिक लाभ मिलेगा |
नोट :-चिकित्सक के परामर्श के उपरांत ही उपयोग करे |