परिचय
दुधि दो प्रकार की होती है जिसमे से छोटी दुधि का उल्लेख हम पिछले आर्टिकल में कर चुके है आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से बतायेंगे की बड़ी दुधि पौरुष शक्ति बढ़ाने के साथ-साथ अनेको रोगों में फायदेमंद साबित होती है |
छोटी दुधि की भांति बड़ी दुधि भी आमतौर पर बिना उगाये उगने वाली हर्ब्स है जो सडको के किनारे पानी वाले स्थानों पर बड़ी आसानी से उग जाती है भारतीय ग्रामीण परिवेश के लोगो द्वारा इसका साग बनाकर उपयोग किया जाता है | इसे स्थान विशेष के आधार पर अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे-दुग्धिका, दुधेली, नेलापलाई, खीरसाग, स्वादुपर्णी, बड़ी दुधि, नागला, ह्जारदाना आदि | अंग्रेजी में थाईम लाइव्ड स्पर्ज (thyme leaved spurge) वे लैटिन नाम युफार्बिया हिरटा (Euphorbia hirta) है |
रासायनिक संघठन
दुग्धिका में उड़नशील द्रव्य ग्लायकोसाइड, गाँलिक एसिड व शर्करा आदि पाए जाते है |
गुण-धर्म
रस– कटु, तिक्त
गुण– मधुर
वीर्य– उष्ण
विपाक– गुरु, रुक्ष
प्रभाव – वातकारक , रसायन
दुग्धिका या बड़ी दुधि के फायदे
कामशक्तिवर्धक
बड़ी दुधि की जड़ के 50 ग्राम पाउडर में 20 ग्राम मिश्री मिलाकर सेवन करने से कामशक्ति बढने लगती है |
शीघ्रपतन में दुधि के फायदे
यदि आप शीघ्रपतन की समस्या से परेशान हो तो आपको दुधि के पञ्चांग चूर्ण को शतावरी, चोबचिनी, अश्वगंधा, गोक्षुर मिश्री के साथ मिलाकर सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करने से आपकी शीघ्रपतन की समस्या से छुटकारा मिल जायेगा | इसका सेवन करने से यह अंडकोष में वीर्य वृद्धि करने में भी सहायक है |
नपुंसकता में लाभकारी बड़ी दुधि
जिन लोगो की वैवाहिक जिन्दगी उदासीन हो गयी हो उनको उनकी वैवाहिक जीवन में ख़ुशी लोटने के लिए दुधि का प्रयोग फायदेमंद है | शिलाजीत , अकरकरा, शतावरी, गोखरू, चोबचिनी, कामदुधा रस, कुकुटान्दत्व्क भस्म आदि का सेवन चिकित्सकीय देखरेख में करने से नपुंसकता से छुटकारा मिल जाता है |
चेहरे की झुर्रियो में दुग्धिका के फायदे
यदि आप अपने चेहरे पर होने वाली झुर्रियो कील-मुहांसों से परेशान हो तो दुधि का दूध लगाने से कुछ समय में ही आपको अपने कील-मुहांसों से छुटकारा मिल जायेगा |
दाद में दुधि है फायदेमंद
आपको लम्बे समय से दाद किस समस्या है और ठीक नही हो पा रहा है तो चक्रमर्द के पत्ते व दुधि के पञ्चांग को चटनी बनाकर दाद पर लेप करने से कुछ ही दिनों में आपको दाद से छुटकारा मिल जायेगा |
स्तनों में दूध बढाये दुधि
जो महिलाये बच्चो की दूध पिलाती है उनके स्तनों में कम दूध आता हो उनके लिए यह प्रयोग काफी फायदेमंद साबित हो सकता है | इस हेतु दुधि की चटनी 5 मिली की मात्रा में 50 मिली पानी में मिलाकर सुबह-शाम पिने से स्तनों में दूध बढ़ जाता है |
ल्यूकोरिया में फायदेमंद है दुधि
जिन महिलाओ को ल्यूकोरिया की समस्या है उनको दुधि के पञ्चांग चूर्ण को शीशम के पत्तो के रस के साथ सेवन करने से लाभ होता है |
पेचिश में दुग्धिका के फायदे
जिन लोगो को पेचिश (प्रवाहिका) की समस्या रहती है उनको ताजा दुधि के 5 मिली रस में 5 मिली शहद मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करने से पेचिश में लाभ मिलता है |
बालो की समस्या में दुधि के लाभ
जिन लोगो को बाल झड़ने की समस्या अधिक रहती है या गंजापन होने लगा हो उनको पीली कनेर के पत्ते व् दुधि का रस मिलाकर अपने गंजेपन पर मालिश करने से बाल उगने की सम्भावना रहती है |
आवाज का अस्पष्ट होना
जिन लोगो की आवाज साफ़ नही निकलती है अर्थात बोलते समय हकलाते है उन्हें दुधि के पंचांग के साथ पीपल के फल का चूर्ण मिलाकर शहद के साथ सेवन करने से लाभ मिलता है |
चर्मरोगो में दुधि के फायदे
यदि आप किसी भी प्रकार के चर्म रोग से परेशान हो तो आपको दुधि पंचांग का चूर्ण, चक्रमर्द, बाकुची, नीम, विडंग, चिरायता आदि को समान भाग लेकर मिक्स करले इसका सेवन गोमूत्र के साथ करने से सभी प्रकार के चर्म रोगों में लाभ मिलता है |
डायबिटीज में दुधि के फायदे
मधुमेह वाले रोगियों को दुधि का प्रयोग जामुन गुठली, बिल्व के पत्ते, गुडमार बूटी, आम की गुठली, इंद्र जौ, शुद्ध शिलाजीत आदि को मिलाकर चिकित्सक की देखरेख में करना अधिक फायदेमंद साबित होता है |
दुधि के नुकसान
दुधि का अधिक मात्रा में सेवन करना घातक हो सकता है क्योकि दुधि का अधिक सेवन विषेले पदार्थो को बढ़ा सकता है | साथ ही हृदय रोगियों को इसके सेवन से बचना चाहिए या आवश्यक हो तो चिकित्सक की देखरेख में ही सेवन करना चाहिए |
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धन्यवाद!
डॉ.रामहरि मीना
निदेशक श्री दयाल नैचुरल स्पाइन केयर