परिचय
दुधि एक छुप होता है जो बेल की भांति जमीन में फैलता है | इसके पत्ते काफी छोटे छोटे और गोलाकार रूप के होते है |
रंग भेद से यह दो प्रकार की होती है – सफेद और लाल | छोटी दुधि को स्थान भेद के आधार पर अलग अलग नामो से जाना जाता है – लघु दुग्धिका, छोटोकरुई, हजारदाना, दुधेली, दुग्ध मोग्रा, अंग्रेजी में गार्डन स्पर्ज (Garden Spurge) मिल्क बर्सेलेंन (Milk burslane) लैटिन नाम युफ़ॉर्बिया थायमीफ़ोलिया (Euphorbia Thymifolia) है |
गुण-धर्म
रस– तिक्त
गुण – लघु
वीर्य – उष्ण
विपाक – कषाय
प्रभाव – कफपित्तशामक
रासायनिक संघटन
इसके पंचांग में एंथेसाएनीन, टेरेक्सेरोल, वाष्पशील सुगन्धित तेल, ग्लायकोसाइड, हेक्साकोसेनोल, लिमोनिन, तिरुकेलोल आदि पाए जाते है |
छोटी दुधि के फायदे
ल्यूकोरिया में दुधि फायदे
इसकी ताज़ा जड़ की चटनी बनाकर 5 ग्राम की मात्रा में कुछ दिनों तक सेवन करने से ल्युकोरिया या श्वेत प्रदर में आराम मिलता है |
स्तनों में दूध बढ़ाने में दुधि के फायदे
दूध पिलाने वाली स्त्री के स्तनों में दूध बढ़ाने में छोटी दुधि अत्यंत लाभदायक सिद्ध होती है |
कील-मुहांसो में दुधि के फायदे
दुधि के दूध को कील मुहांसों या दाद पर लगाने से आराम मिलता है |
बालो की समस्या गंजेपन से छुटकारा दिलाये दुधि
दुधि के पञ्चांग स्वरस को कनेर के पत्तो के स्वरस समान भाग लेकर सिर में अच्छे से नियमित कुछ दिनों तक लगाने से गंजेपन से राहत मिलती है साथ ही असमय सफेद हुए बालो के काले होने की सम्भावना रहती है |
मासिकधर्म की अनियमितता में दुधि के फायदे
यदि आप मासिक धर्म की समस्या से परेशान हो तो दुधि का सेवन आपको आपकी समस्या से स्थायी छुटकारा दिला देगा | दुधि की जड़ का 3-5 ग्राम चूर्ण को रोज सुबह शाम गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से मासिक धर्म की अनियमितताओं से छुटकारा मिल जाता है |
दस्त में दुधि है फायदेमंद
यदि आपको गर्मी के मौषम में दस्त की समस्या रहती है तो आपको दुधि के पुरे पोधे की चटनी बनाकर थोड़ी मिश्री मिलाकर उसका सेवन करने से दस्त में आराम मिलता है |
पथरी से छुटकारा दिलाये दुधि
यदि आपको पथरी की समस्या है तो दुधि का सेवन करने से आपको आपकी पथरी से छुटकारा मिल जाएगा | दुधि के पत्तो का काढ़ा बनाकर खाली पेट सेवन करने से गुर्दे की पथरी से छुटकारा मिल जाता है |
श्वास रोग में दुधि है फायदेमंद
आपकी दमा की समस्या से दुधि छुटकारा दिलाने में कारगर साबित होती है | दुधि के पुरे पोधे की 5 ग्राम चटनी में एक चम्मच शहद मिलकर सुबह लेने से दमा में राहत मिलती है |
पुराने घाव को ठीक करे दुधि
पुराने घाव को भरने या ठीक करने के लिए भृंगराज व् दुधि के पतों की चटनी बनाकर घाव पर लगाने से कुछ ही दिनों में पुराने से पुराने घाव को ठीक करने में सक्षम है |
मधुमेह में दुधि है फायदेमंद
छोटी दुधि, गुडमार, जामुन की गुठली, बिल्व के पत्र, करेले का रस आदि को मिलाकर चूर्ण बनाकर करेले के रस की भावना देकर गोली बनाले | इन गोलियों को सुबह शाम गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से मधुमेह में लाभ मिलता है |
आवाज का हकलाना
यदि आपकी या आपके परिवार में किसी बच्चे की आवाज हक्लाती हो उसे दुधि को पान में रखकर चूसने से राहत मिलती है |
दुधि के नुकसान
दुधि का सेवन यदि चिकित्सक की देखरेख में किया जाये तो किसी प्रकार का नुकसान होने की सम्भावना नही रहती है किन्तु स्वम् से दुधि का सेवन करने पर अपच जैसी समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है | प्रेग्नेंट महिलाओ को दुधि के सेवन से बचना चाहिए |
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