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Panchavalkala kwatha churna uses in hindi

Panchavalkala Kwatha Churna uses in hindi | पंचवल्कल क्वाथ के उपयोग हिंदी में

क्या आप  Panchavalkala kwatha churna uses in hindi के बारे में  जानना चाहते हैं ? अगर आपका जवाब हां है तो आज हम आपको पंचवल्कल क्वाथ चूर्ण के बारे में जानकारी देंगे । जैसा की आप सभी जानते हैं यहाँ पर हम आयुर्वेदिक दवाओं की सुचना आपको रेगुलर अपडेट पर देते रहते हिं । आज इसी जगह हम पंचवल्कल क्वाथ चूर्ण के बारे में जानकारी देंगे ।

Panchavalkala kwatha churna uses in hindi

यह एक बिना प्रिस्क्रिपसन वाली आयुर्वेद की क्लासिकल दवा है । इसका फायदा अगर देखा जाये तो मुंह के और त्वचा के रोगों में देखा गया है । एक आयुर्वेदिक चिकित्सक की मानें तो यह माउथ वौंड, गम्स स्वेल्लिंग और स्टामाटाइटिस जैसे रोगों में प्रयोग करने से लाभ मिलता है ।

पंचवल्कल क्वाथ चूर्ण क्या है ? (What is Panchvalkal Kwath Churna in Hindi)

यह आयुर्वेद की एक क्लासिकल दवा है । जिसका इस्तेमाल मुख रोगों के इलाज में किया जाता है । पंचवल्कल क्वाथ चूर्ण (Panchavalkala Kwatha Churna) एक आयुर्वेदिक औषधि होती है जिसका उपयोग विभिन्न तरह की मुख समस्याओं के इलाज में किया जाता है। यह चूर्ण आमतौर पर पाचनीय प्रणाली को स्वस्थ रखने और त्वचा की समस्याओं को दूर करने के लिए भी प्रयुक्त होता है।

आयुर्वेद में जैसा आपको पूर्व में बताया यह वाऊंड हीलिंग की सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा है । यह बाहरी रूपसे हुए घाव आदि या अंदरूनी अल्सर की पीड़ा में भी बहुत लाभदायक है । मुंह में होने वाले छालों की समस्या में इसके काढ़े को मुंह में भरने से लाभ मिलता है । इसके घटक, गुण और फायदों के बारे में निचे वर्णित किया गया है ।

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Ingredients of Panchvalkala Kwath Churna in Hindi

पंचवल्कल क्वाथ चूर्ण में निम्न आयुर्वेदिक घटक उपस्थित रहते हैं:

  1. Vata (Ficus benghalensis Linn) – वट (वट वृक्ष)
  2. Udumbara (Ficus racemosa) – उदुम्बर (उदुम्बर वृक्ष)
  3. Ashwatha (Ficus religiosa) – अश्वत्थ (पीपल वृक्ष)
  4. Parish (Thespesia populenea) – पारिश (पारिश वृक्ष)
  5. Plaksha (Ficus lacor) – प्लक्ष (पीपल वृक्ष)

Properties of Panchvalkala Kwath in Hindi (पंचवल्कल क्वाथ चूर्ण के गुण)

पंचवल्कल क्वाथ चूर्ण को एक बहुउपयोगी आयुर्वेदिक फॉर्मूला के रूप में वर्णित किया गया है, जिसमें घावों के इलाज, एंटीसेप्टिक, एंटी-इंफ्लैमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल, एंटी-बैक्टीरियल, और फंगस के खिलाफ लड़ने के लिए विभिन्न थेरेप्यूटिक गुण होते हैं, साथ ही कफ संतुलन और महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है

इसके निम्न थेरेप्यूटिक गुण उपस्थित हैं:

  • एंटीसेप्टिक
  • एंटी-इंफ्लैमेटरी
  • एंटीमाइक्रोबियल
  • एंटी-बैक्टीरियल
  • एंटी फंगस

Benefits of Panchvalkala Kwath Churna in Hindi (पंचवल्कल क्वाथ चूर्ण के फायदे)

  1. पंचवल्कल क्वाथ प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों से लाया गया है और इसका उपयोग सभी प्रकार के घावों को इलाज करने और ठीक करने के लिए किया जाता है।
  2. यह एक प्रबल एंटीसेप्टिक है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।
  3. इसके अंतर्जातीय, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-बैक्टीरियल, और एंटी-फंगल गुण होते हैं।
  4. पंचवल्कल क्वाथ चूर्णा पांच विभिन्न जड़ी-बूटियों का सूखा हुआ पाउडर होता है।
  5. यह काफ को कम करने में बहुत प्रभावी होता है।
  6. यह फॉर्म्यूलेशन मेड धातु पर विशेष प्रभाव डालती है और इसके तरीके से शरीर की मेडा धातु को सफलतापूर्वक इलाज करती है।
  7. पंचवल्कल क्वाथ चूर्णा महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य को सुधारने में भी प्रभावी है।
  8. आयुर्वेदिक चिकित्सक के मार्गदर्शन के अनुसार पंचवल्कल क्वाथ चूर्ण का सही मात्रा में सेवन करने से घावों का इलाज करने में बहुत प्रभावकारी होता है।
  9. कई बार घावों का इलाज करने में लम्बा समय लगता है। यह घाव में बैक्टीरियल या अन्य माइक्रोबियल के कारण हो सकता है। इस आयुर्वेदिक फॉर्म्युलेशन में पांच विभिन्न जड़ी-बूटियों की गुणवत्ता से सम्पन्न होने के कारण सभी प्रकार के घावों का इलाज करने में मदद करता है।
  10. मुंह के छालों, मसुडो की समस्या और माउथ अलसर में पंचवल्कल क्वाथ का सेवन करने से अत्यंत लाभ मिलता है ।
  11. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स की मानें तो यह अंदरूनी अल्सर बिमारियों के लिए लाभदायक माना गया है ।

पंचवल्कल क्वाथ की सेवन विधि (Dosage)

आयुर्वेदिक औषधियों की सही खुराक व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थिति, उम्र, और अन्य परिस्थितियों पर निर्भर करती है । आमतौर पर इस पंचवल्कल क्वाथ चूर्ण की खुराक 10 से 20 ग्राम क्वाथ चूर्ण को 250 ग्राम जल में मिलाकर काढ़ा बनाकर इस्तेमाल किया जाता है । जिसकी अधिकतम मात्रा 15 से 20 मिली है । इसे बाहरी घावों को धोंने के लिए भी इस्तेमाल में लिया जाता है ।

पंचवल्कल क्वाथ चूर्ण के संभावित नुकसान (Side Effects of Panchvalkala Kwath Churna in Hindi)

हालाँकि यह सुरक्षित आयुर्वेदिक औषधि है एवं किसी भी प्रकार के शारीरिक नुकसान के लिए अधिक स्टडीज नहीं हुई है । परन्तु फिर भी इस औषधि का सेवन आयुर्वेदिक चिकित्सक की निगरानी में ही सेवन करनी चाहिए । एक आयुर्वेदिक डॉक्टर द्वारा निर्देशित मात्रा से अधिक इसे सेवन न करें क्योंकि अधिक मात्रा से हो सकता है की कोई दुष्प्रभाव दिखाई दे ।

Note: यदि आपको “पंचवल्कल क्वाथ चूर्ण” का सेवन करना है, तो मैं आपको एक प्रैक्टिसिंग आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह देता हूँ। डॉक्टर आपके स्वास्थ्य और लक्षणों के आधार पर आपको सही खुराक और उपयोग की सलाह देंगे। वे आपके लिए सबसे उपयुक्त और सुरक्षित खुराक को निर्धारित करेंगे ।

Dr Ramhari Meena

Founder & CEO - Shri Dayal Natural Spine Care. Chairmen - Divya Dayal Foundation (Trust) Founder & CEO - DrFindu Wellness

Written by

Dr Ramhari Meena

Founder & CEO - Shri Dayal Natural Spine Care. Chairmen - Divya Dayal Foundation (Trust) Founder & CEO - DrFindu Wellness

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